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Assembly Bye-elections 2024: भाजपा ने बद्रीनाथ में भंडारी, मंगलौर में भड़ाना पर खेला दांव

Assembly Bye-elections 2024: उत्तराखंड में चमोली और हरिद्वार जिले की, दो विधानसभा सीटों पर प्रस्तावित, उपचुनाव के लिये भारतीय जनता पार्टी ने, अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। बद्रीनाथ सीट पर पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी पर ही, पार्टी ने अपना भरोसा जताया है। वहीं, मंगलौर सीट पर, बसपा छोड़कर आये करतार सिंह भड़ाना को प्रत्याशी बनाया गया है।

चुनाव आयोग ने, चार दिन पहले सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर, उपचुनाव का कार्यक्रम जारी किया था। उत्तराखंड में चमोली जिले के बद्रीनाथ और हरिद्वार जिले के मंगलौर में विधानसभा उपचुनाव होना है। तय कार्यक्रम के अनुसार, बृहस्पतिवार को इन दोनों विधानसभा सीटों के लिये, निर्वाचन कार्यालय ने गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया।

नोटिफिकेशन आते ही, भारतीय जनता पार्टी ने भी, दोनों सीटों के लिये अपने अधिकृत उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने बद्रीनाथ सीट पर निवर्तमान विधायक राजेंद्र सिंह भंडारी को ही उम्मीदवार बनाया है। वहीं, मंगलौर विधानसभा सीट पर, गुर्जर नेता के तौर पर पहचान रखने वाले, करतार सिंह भड़ाना को मैदान में उतारा है।

चुनाव आयोग के कार्यक्रम के अनुसार, दोनों विधानसभा सीटों के लिये, नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि, 21 जून 2024 है। 24 जून को नामांकन पत्रों की जांच, और 26 जून नामवापसी की अंतिम तारीख है। दस जुलाई को दोनों क्षेत्रों में मतदान और 13 जुलाई को मतगणना तथा परिणामों की घोषणा की जायेगी।

गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से अकेले कांग्रेसी विधायक थे भंडारी

राजेंद्र सिंह भंडारी उत्तराखंड विधानसभा में 03 बार विधायक रह चुके हैं। 2007 में उन्होंने नंदप्रयाग सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीता था। तत्कालीन बीसी खंडूड़ी सरकार को समर्थन देकर, वह पंचायती राज, युवा कल्याण और खेल मंत्री बनाये गये थे। तब वह भाजपा के एसोसिएट सदस्य भी बन गये थे, लेकिन 2012 में टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी थी।

2012 में कांग्रेस के टिकट पर बद्रीनाथ विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने जाने के बाद, उन्हें कई महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री बनाया गया। 2017 में भंडारी भाजपा के महेन्द्र भट्ट से चुनाव हार गये थे। हालांकि, 2022 में एक बार फिर भंडारी चुनाव जीते और महेंद्र भट्ट को शिकस्त दी।

हाल में, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले, राजेंद्र सिंह भंडारी ने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली थी। उनके इस्तीफा देने और दल बदल लेने के कारण, बद्रीनाथ सीट खाली हो गयी थी। अब उपचुनाव में वह फिर जनता के बीच वोट मांगने के लिये जाने वाले हैं। हालांकि, अब वह बतौर भाजपा प्रत्याशी मैदान में हैं।

खास बात यह है, कि राजेंद्र सिंह भंडारी, इस्तीफा देने से पहले, गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से एकमात्र कांग्रेस विधायक थे। गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में 14 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, इनमें से 13 पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक काबिज हैं।

राजेंद्र सिंह भंडारी के कांग्रेस छोड़ देने के बाद, अब गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में, कांग्रेस का कोई विधायक नहीं रह गया है। गढ़वाल संसदीय सीट पर भी भाजपा के अनिल बलूनी ने जीत दर्ज की है। वहीं, अब अगर उपचुनाव भी भाजपा जीत जाती है, तो कांग्रेस पूरे लोकसभा क्षेत्र में औपचारिक रूप से शून्य पर आ जायेगी।

हरियाणा से उत्तर प्रदेश होते हुये उत्तराखंड पहुंचे भड़ाना

करतार सिंह भड़ाना, हरियाणा से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक की राजनीति में लंबे समय से सक्रिय रहे हैं। भड़ाना दो बार हरियाणा विधानसभा में विधायक रहने के अलावा, वहां सहकारिता मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। हरियाणा में वह वर्ष 1996 और फिर वर्ष 2000 में, समालखा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते।

हरियाणा में भड़ाना ने, हरियाणा विकास पार्टी के जरिये, सियासी पारी खेली। वह इस पार्टी के अध्यक्ष भी रहे। 2012 में, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की खतौली विधानसभा सीट से, करतार सिंह भड़ाना ने विधायक का चुनाव जीता। इस दौरान वह राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार थे। भड़ाना ने तब बसपा के ताराचंद शास्त्री को 5875 वोट से शिकस्त दी थी।

2017 में राष्ट्रीय लोकदल ने, भड़ाना का टिकट काटकर शाहनवाज राणा को प्रत्याशी बनाया। लेकिन, राणा इस चुनाव में पांचवें नंबर पर रहे। इस चुनाव में भाजपा के विक्रम सिंह सैनी ने जीत दर्ज की। 2022 के विधानसभा चुनाव में भड़ाना, बतौर बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी मैदान में उतरे। लेकिन, इस बार भी बाजी सैनी के ही नाम रही। वह 31412 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।

इसी वर्ष मार्च में, करतार सिंह भड़ाना हरिद्वार में, बहुजन समाज पार्टी को छोड़कर, भाजपा में शामिल हो गये। लोकसभा चुनाव के दौरान, भड़ाना ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की संसदीय सीटों के अलावा, हरिद्वार में भी चुनाव प्रचार किया। वहीं, मई में उनके बेटे मनमोहन भड़ाना ने भी हरियाणा में कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ले ली थी।

हिमाचल और मध्य प्रदेश में इन्हें मिला टिकट

भाजपा ने, हिमाचल प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी अपने प्रत्याशी तय कर दिये हैं। हिमाचल की तीन सीटों पर उपचुनाव होना है। इनमें से देहरा सीट पर होशियार सिंह चम्बयाल, हमीरपुर पर आशीष शर्मा और नालागढ़ सीट पर कृष्णलाल ठाकुर को प्रत्याशी बनाया गया है। मध्य प्रदेश की अमरवाड़ा सीट पर कमलेश शाह को भाजपा ने मैदान में उतारा है।

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