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Drug Paddlers: उत्तराखंड में स्मैक की सबसे बड़ी खेप पकड़ी, पुलिस सिपाही निकला तस्कर

Drug Paddlers: नैनीताल जिला पुलिस ने कुमाऊं मंडल में सप्लाई के लिये लायी जा रही स्मैक की बड़ी खेप पकड़ी है। स्मैक की यह मात्रा अब तक उत्तराखंड में पकड़ी गयी सबसे बड़ी मात्रा बतायी जा रही है। खास बात यह है कि पकड़े गये तीन तस्करों में से एक उत्तर प्रदेश पुलिस का सिपाही है।

नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में स्मैक तस्करों के पकड़े जाने का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के बरेली से नैनीताल जिले में स्मैक तस्करी किये जाने की लगातार सूचनाएं मिल रही थीं। इसे देखते हुये स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और विभिन्न थाना पुलिस को सतर्क रहने और सुरागरशी के निर्देश दिये गये थे।

गुरुवार को एसओजी को सूचना मिली कि देर रात बरेली से तीन तस्कर स्मैक की बड़ी खेप लेकर हल्द्वानी आने वाले हैं। इस पर एसओजी ने लालकुआं पुलिस के साथ मिलकर चेकिंग शुरू कर दी। देर रात एक बाइक पर सवार तीन युवक लालकुआं में बैरियर के पास पहुंचे और पुलिस को देखते ही बाइक मोड़ तेजी से भगाने लगे।

एसएसपी मीणा ने बताया कि पुलिस टीम ने पीछा करने के बाद कुछ दूर उन्हें दबोच लिया। आरोपियों के पास से एक किलो से अधिक स्मैक बरामद की गयी है। एसएसपी ने बताया कि बरामद स्मैक की कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने दावा किया कि उत्तराखंड में इससे पहले कभी इतनी बड़ी मात्रा में स्मैक नहीं पकड़ी गयी है।

एसएसपी ने बताया कि मौके से दबोचे गये तीनों आरोपियों के नाम मोरपाल पुत्र लीलाधर निवासी दुनका आनंदपुर बरेली, अर्जुन पांडेय पुत्र मनोज कुमार पांडेय निवासी वार्ड छह आजादनगर बारादरी और रविन्द्र सिंह पुत्र रामकुमार निवासी झपरौली, बागपत हैं। उन्होंने बताया कि आरोपियों में से एक रविन्द्र सिंह यूपी पुलिस में कांस्टेबल है और वर्तमान में बरेली में तैनात है।

एसएसपी ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल के पकड़े जाने के बारे में बरेली पुलिस को जानकारी दे दी गयी है। तीनों आरोपियों से पूछताछ कर उनके नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है। तीनों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। इस संबंध में बरेली पुलिस से भी मदद मांगी गयी है, ताकि तस्करों के पूरे गिरोह को दबोचा जा सके।

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बरेली है नशे की सप्लाई का गढ़ः उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में नशे की सप्लाई का पूरा नेटवर्क यूपी के बरेली से चलता है। बताया जाता है कि बरेली में नशे के बड़े सौदागर बैठे हैं, जिनसे स्थानीय तस्कर स्मैक और नशे का अन्य सामान खरीदकर लाते हैं। स्मैक को नैनीताल के हल्द्वानी, ऊधमसिंह नगर जिले में छोटे पैडलरों को सौंप दिया जाता हैै। आगे ये पैडलर स्मैक की छोटी-छोटी मात्राएं लेकर मंडल के दूसरे जिलों तक पहुंचाते हैं।

टीम पर इनामों की बारिशः स्मैक तस्करों को पकड़ने वाली पुलिस और एसओजी टीम पर इनामों की बारिश हुयी है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने टीम को ढाई हजार का इनाम दिया है, वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने भी टीम को 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। डीजीपी ने टीम के इस काम की सराहना भी की है।

पुलिस टीम में ये रहे शामिलः लालकुआं सीओ संगीता के नेतृत्व में चले अभियान में एसआई गौरव जोशी, कांस्टेबल दयाल नाथ, चंद्रशेखर, अशोक कांबोज और एसओजी कांस्टेबल भानुप्रताप तथा दिनेश नगरकोटी शामिल रहे। एसएसपी ने टीम की सराहना करते हुये कहा कि नशे के खिलाफ जिले में अभियान आगे भी जारी रहेगा।

12 दिन पहले भी पकड़े थे दो तस्करः हल्द्वानी पुलिस ने 10 सितंबर को भी दो स्मैक तस्करों को दबोच लिया था। उनके पास से 20 लाख रुपये की स्मैक बरामद की गयी थी। दोनों आरोपी शावेज और सलीम किच्छा के रहने वाले हैं, जिन्हें गौलापार क्षेत्र के कुंवरपुर में चेकिंग के दौरान पकड़ा गया था। आरोपियों के पास से एक तमंचा भी बरामद किया गया था।

30 अगस्त को भी धरा गया था तस्करः नैनीताल जिले के ही भीमताल थाना क्षेत्र में पुलिस ने चेकिंग के दौरान उत्तर गौजाजाली हल्द्वानी निवासी हरप्रीत सिंह को 9 ग्राम स्मैक के साथ दबोचा गया था। सूर्या होटल के पास चेकिंग के दौरान आरोपी धरा गया था। बताया जा रहा है कि बीते दिनों से लगातार जारी अभियान के बाद ही पुलिस को गुरुवार के अभियान को सफल बनाने में मदद मिली।

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