Gadarpur News: दिनेशपुर में छात्राओं और भोजनमाता से अश्लील हरकत करने के आरोप में जमकर बवाल हुआ। आरोप राजकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर लगा है। ग्रामीणों के हंगामा करने के बाद प्रधानाध्यापक मौके से फरार हो गया। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह ग्रामीणों को शांत किया। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।
जानकारी के अनुसार ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव उदयनगर में शनिवार को जमकर हंगामा हुआ। बड़ी संख्या में ग्रामीण उदयनगर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय जुटे और प्रधानाध्यापक के खिलाफ नारेबाजी की। ये लोग स्कूल के प्रधानाध्यापक को बात करने के लिये बुलाने लगे, लेकिन वह स्कूल परिसर से मौका पाकर भाग निकला।
इससे गुस्साये ग्रामीणों की नाराजगी और बढ़ गयी। सूचना पर दिनेशपुर थाने से एसआई मनोज कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गयी। वहीं, खंड शिक्षा अधिकारी भास्करानंद पांडे भी स्कूल में पहुंच गये। दरोगा और बीईओ ने ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी मांगी। इस दौरान अभिभावकों ने बताया कि शुक्रवार को स्कूल में पढ़ने वाली पांचवीं की छात्रा से आरोपी प्रधानाध्यापक ने छेड़खानी की।
बच्ची की मां ने पुलिस और बीईओ को बताया कि उनकी बच्ची स्कूल से घर लौटी और बुरी तरह रोने लगी। पूछने पर उसने बताया कि प्रधानाध्यापक ने उसे अपने कार्यालय में बुलाया और अभद्र हरकतें कीं। इतना ही नहीं, प्रधानाध्यापक ने उसे किसी को बताने पर मारपीट करने की धमकी भी दी थी। जानकारी मिलते ही बच्ची की मां ने ग्रामीणों को जानकारी दी।
गांव में यह खबर फैलते ही मालूम हुआ कि स्कूल की कई और बच्चियों के साथ भी प्रधानाध्यापक इस तरह की हरकतें कर चुका था। अभिभावक स्कूल पहुंचे तो पता चला कि प्रधानाध्यापक बच्चियों से ही नहीं, बल्कि स्कूल में कार्यरत भोजनमाता के साथ भी इसी तरह छेड़खानी कर रहा था। विरोध जताने पर उसने भोजनमाता को स्कूल से निकलवा देने की धमकी दी थी।
इस दौरान अधिकारियों ने पीड़ित बच्चों और भोजनमाता से भी बातचीत की। ग्रामीणों ने मांग की कि प्रधानाध्यापक के खिलाफ शिक्षा विभाग और पुलिस की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाये। ग्राम प्रधान गुरपेज सिंह ने कहा कि आरोपी को सख्त सजा मिलनी चाहिये, ताकि वह या कोई अन्य इस तरह बच्चों के साथ गलत हरकत करने की सोच भी नहीं सके।
दरोगा मनोज कुमार ने बताया कि बच्चों से पूरे मामले की जानकारी ली गयी है। भोजनमाता से भी पूछताछ की गयी है। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है। जल्द ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जायेगी। बताया कि प्रधानाध्यापक के मौके से निकल जाने की जानकारी मिली है। उसकी तलाश की जा रही है। उससे संपर्क करने का भी प्रयास किया जा रहा है।
दूसरी ओर, बीईओ भास्करानंद पांडे ने भी बताया कि मामले में जांच की जा रही है। संबंधित प्रधानाध्यापक से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आरोपों को लेकर उनका पक्ष भी जाना जा सके। उन्होंने बताया कि मामले में विभागीय जांच के बाद आरोप सही पाये जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी।
पिछली भोजनमाता को भी हटवायाः प्राइमरी की भोजनमाता ने बताया कि आरोपी प्रधानाध्यापक उनके साथ गलत तरीके से छेड़खानी करता था। विरोध करने पर वह कहता था कि उन्हें उसकी हर बात माननी पड़ेगी। ऐसा नहीं करने पर वह पिछली भोजनमाता की तरह उन्हें भी निकलवा देगा।
शिक्षक ही ऐसा करेगा, तो बच्चे कहां जायेंगेः ग्राम प्रधान गुरपेज सिंह ने कहा कि प्राथमिक विद्यालय में आने वाले बच्चों की उम्र छह से 12 वर्ष तक की है। अभिभावक पूरे भरोसे के साथ उन्हें स्कूल भेजते हैं, लेकिन प्रधानाध्यापक ही इस तरह की हरकतें कर रहा है तो अभिभावकों में यह डर बैठ गया है कि बच्चे शिक्षकों से भी सुरक्षित नहीं हैं तो कहां जायें।
टीसी लेने के लिये नंबर दिया तो फोन करने लगाः एक अभिभावक ने बताया कि उनके बच्चे की टीसी लेने के लिये उनकी पत्नी कुछ समय पहले विद्यालय गयी थी। इस दौरान महिला ने अपना फोन नंबर दर्ज कराया था। आरोप है कि इसके बाद प्रधानाध्यापक महिला को फोन करने लगा। वह महिला को कॉल कर मिलने के लिये बुलाता था। इस पर उसके पति ने प्रधानाध्यापक को लताड़ भी लगायी थी। बाद में वह दूसरी महिला अभिभावकों को इस तरह परेशान करने लगा।
स्थानांतरण नहीं, बर्खास्तगी चाहियेः ग्रामीणों ने मांग उठायी है कि आरोपी प्रधानाध्यापक को इस विद्यालय से किसी अन्य विद्यालय में स्थानांतरित करने के बजाय सीधे बर्खास्तगी की कार्रवाई की जानी चाहिये। उनका कहना है कि यह प्रधानाध्यापक यहां जिस तरह की हरकतें करता था, वह दूसरे स्कूल में जाने पर वहां के बच्चों के साथ भी कर सकता है। ऐसे में उससे बच्चों पर हमेशा खतरा बना रहेगा।