India’s First 3D Printed Post Office: बेंगलुरु में भारत का पहला 3डी प्रिंटेड डाकघर (India’s First 3D Printed Post Office) खुल गया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने डाकघर का उद्घाटन किया। ‘कैम्ब्रिज लेआउट’ में खुले इस डाकघर का निर्माण 3डी प्रिंटिंग की मदद से महज 43 दिनों में किया गया है।
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने डाकघर का उद्घाटन किया। 1021 वर्ग फीट जमीन पर बना यह डाकघर पारम्परिक तरीके से बनाया जाता तो उसमें आठ महीने का वक्त लगता। 3डी तकनीक से इसके निर्माण का अनुमानित समय 45 दिन था, लेकिन इसे 43 दिन में ही तैयार कर लिया गया।
डाकघर भवन का निर्माण लार्सन एन्ड टूब्रो (एल एन्ड टी) कम्पनी ने आईआईटी चेन्नई के तकनीकी मार्गदर्शन में किया है। रेल मंत्री ने इस भवन को भारत की नई तस्वीर बताते हुये कहा कि भारत को नवाचार की दिशा में और आगे बढ़ना है।
Every Indian would be proud to see India's first 3D printed Post Office at Cambridge Layout, Bengaluru. A testament to our nation's innovation and progress, it also embodies the spirit of a self-reliant India. Compliments to those who have worked hard in ensuring the Post… pic.twitter.com/Y4TrW4nEhZ
— Narendra Modi (@narendramodi) August 18, 2023
उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देश के पहले 3डी प्रिंटेड डाकघर की तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने लिखा कि बेंगलुरु में भारत के पहले 3डी डाकघर को देखकर हर भारतीय को गर्व होगा। यह हमारे देश के नवाचार, प्रगति का प्रमाण और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। उन्होंने भवन निर्माण करने वाली संस्थाओं, कर्मियों को भी बधाई दी।
क्या है 3डी प्रिंटिंग कंस्ट्रक्शन: भवन निर्माण की 3डी तकनीक भारत के लिये भले नई है, लेकिन विदेशों में यह काफी प्रचलित है। इसमें भवन डिजाइन करने के बाद कम्प्यूटर ऑपरेटेड प्रिंटिंग मशीन से कंक्रीट ब्लॉक तैयार किये जाते हैं, जिन्हें एक साथ जोड़कर पूरा घर तैयार होता है। पारम्परिक तरीकों के मुकाबले इसमें लागत और समय काफी कम लगता है।
आईआईटी ने बनाया है स्टार्टअप: भारत में आईआईटी मद्रास (चेन्नई) ने 3डी भवन निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया है। संस्थान ने ‘त्वष्टा’ नाम से स्टार्टअप बनाया है, जिसने एक साल पहले आईआईटी परिसर में भारत का पहला 3डी घर बनाया था। 621 वर्गफीट का यह घर 21 दिन में तैयार हुआ था। अब पहले 3डी डाकघर में भी आईआईटी मद्रास का ही मार्गदर्शन रहा। आगे ‘त्वष्टा’ के वीडियो से आप जान सकेंगे कि कैसे 3डी भवन बनता है।