Site icon Tag Newslist

Neeraj Chopra: ‘यही मेडल बचा था, आज वो भी हो गया’

Neeraj Chopra: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद नीरज चोपड़ा का कहना है कि यही मेडल बचा था, आज वो भी पूरा हो गया है। वह इससे पहले राष्ट्रमंडल, एशियाई खेल, डायमंड लीग और ओलंपिक में स्वर्ण जीत चुके हैं। हालांकि, पहला थ्रो फ़ाउल होने और 90 मीटर का लक्ष्य नहीं छू पाने का नीरज को मलाल भी है।

नीरज चोपड़ा ने हंगरी के बुडापेस्ट में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में सोना जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गये हैं। नीरज ने पिछले साल भी चैंपियनशिप में रजत जीतने वाले पहले भारतीय होने का गौरव हासिल किया था।

स्वर्ण पदक जीतने के बाद अपने प्रदर्शन पर बात करते हुये नीरज ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप में सोना जीतने का लक्ष्य भी अब पूरा हो गया है। कहा कि 90 मीटर का मार्क छूना था, वो नहीं हो सका, लेकिन गोल्ड मेडल ज्यादा इम्पोर्टेन्ट था, वो अपने पास है।

नीरज ने कहा कि आगे आने वाली प्रतियोगिताओं में अब उनका लक्ष्य 90 मीटर की दूरी तक भाला पहुंचाना रहेगा। इसके लिये वह पूरा जोर लगा देंगे। इस दौरान पहली थ्रो में फ़ाउल होने पर भी नीरज ने बात की।

नीरज ने कहा कि कुछ टेक्निकल गड़बड़ी के कारण वह पहला थ्रो चूक गये, लेकिन इसके बाद खुद को पुश किया और अगले थ्रो में बेहतर करने की पूरी कोशिश की। नीरज ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि अंतिम थ्रो तक वह पदक जीतने में जरूर कामयाब रहेंगे।

रनवे-स्पीड बेहतर करने पर होगा ध्यान: नीरज का कहना है कि बेहतर परिणाम के लिये वह बेहतर रनवे को जरूरी मानते हैं। उन्होंने कहा कि रनवे पर अच्छी स्पीड नहीं ले पाने की कमी उन्हें लगी। कहा कि रनवे पर स्पीड बढाने और खुद को फिट रखने पर उनका पूरा ध्यान रहेगा।

देशवासियों का आभार: नीरज ने उत्साह बढ़ाने के लिये देशवासियों का आभार जताया। कहा कि भारत ओलंपिक के बाद अब वर्ल्ड चैंपियन भी है। नीरज ने कहा कि यह मेडल पूरे देश के लिये है। उन्होंने देशवासियों से यह अपील भी की कि वे हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन करें।

फाइनल से बेहतर था क्वालिफाइंग थ्रो: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेन्स जैवलिन थ्रो स्पर्धा के फाइनल में नीरज चोपड़ा ने 88.17 मीटर दूरी तय कर सोना जीता। दिलचस्प यह है कि शुक्रवार को क्वालिफाइंग मुकाबले में उन्होंने फाइनल के मुकाबले 0.60 मीटर ज्यादा दूरी तक भाला फेंका था। क्वालीफाई करने के लिये नीरज ने 88.77 मीटर दूरी तय की थी।

 

Exit mobile version