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Schools Closed: चम्पावत में दो दिन स्कूल बंद, सीएम जायजा लेने पहुंच रहे

Schools Closed: तीन दिन से लगातार जारी भारी बारिश से नुकसान के बाद, चम्पावत जिले में सभी आंगनबाड़ी केंद्र और एक से बारहवीं तक के स्कूल, दो दिन बंद रहेंगे। नैनीताल जिले में भी एक दिन और अवकाश घोषित किया गया है। उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बारिश-जलभराव से हुये नुकसान का जायजा लेने के लिये, चम्पावत और ऊधमसिंह नगर पहुंच रहे हैं।

चम्पावत जिले में भारी बारिश के बाद, टनकपुर, बनबसा, पूर्णागिरी क्षेत्रों में जलभराव-भूस्खलन से खासा नुकसान हुआ है। देवपुरा, जगपुरा समेत कई आवासीय क्षेत्रों में जलभराव से सैकड़ों परिवारों को, सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। कई परिवारों को राजकीय इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज चम्पावत में ठहराया गया है।

जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने जानकारी दी है, कि मुख्यमंत्री धामी, मंगलवार को पौड़ी गढ़वाल से प्रस्थान कर, सुबह 11 बजे चम्पावत के बनबसा स्थित, एनएचपीसी हेलीपैड पर उतरेंगे। सीएम टनकपुर और बनबसा में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई और स्थलीय दौरा करने के बाद, राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे साथ ही बाढ़ प्रभावितों से भेंट करेंगे।

जिलाधिकारी ने बताया, कि चम्पावत जिले में अब तक दो घरों के ढहने की जानकारी है। इनके अलावा 22 घर मलबा गिरने से आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुये हैं। आठ मवेशियों के भी मारे जाने की सूचना है। उधर, रीठा साहिब क्षेत्र में 12 घरों में जलभराव के बाद मलबा भर गया है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।

एक महिला की मौत, दो और के बहने की सूचना

चम्पावत जिले के ढेलाकोट क्षेत्र में, दो दिन पहले एक महिला के बह जाने की जानकारी प्रशासन को मिली थी। डीएम ने जानकारी दी है, कि महिला का शव बरामद किया जा चुका है। इसके अलावा दो अन्य लोगों के बहने की भी जानकारी है, लेकिन अभी पुष्टि नहीं हो सकी है। उन्होंने बताया, कि प्रभावित परिवारों को मदद के लिये प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।

जिले में तीन हाईवे, 39 ग्रामीण सड़कें मलबे से बंद

चम्पावत जिले में, तीन नेशनल हाईवे और 39 ग्रामीण सड़कें भूस्खलन के बाद, पहाड़ों से गिरे मलबे और बोल्डर के कारण आवागमन के लिये बाधित हैं। डीएम नवनीत पांडे ने जानकारी दी है, कि नेशनल हाईवे को खुलवाने के लिये, प्रयास जारी हैं। लेकिन बारिश होने के कारण मलबा लगातार गिरने से, हाईवे बार-बार बाधित हो रहे हैं।

शारदा बैराज में भरा चार लाख क्यूसेक पानी

बीते दिनों लगातार जारी रही बारिश के बाद, बनबसा स्थित शारदा बैराज में चार लाख क्यूसेक पानी की आमद दर्ज की गयी। बैराज को नुकसान की आशंका को देखते हुये, यहां से एक लाख 65 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। सोमवार शाम तक बैराज में करीब दो लाख क्यूसेक पानी मौजूद है।

इस बीच, चम्पावत और पिथौरागढ़ के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश कुछ हल्की होने के बाद, नदियों के जलस्तर में भी कमी दर्ज की गयी है। ऐसे में, शारदा बैराज में पानी का स्तर एक-दो दिन में सामान्य होने की उम्मीद जतायी जा रही है।

पिथौरागढ़ में काली नदी खतरे के निशान पर पहुंची

पिथौरागढ़ में भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली, काली नदी का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान पर पहुंच गया। काली नदी का स्तर, चेतावनी लेवल 889 मीटर से ऊपर 889.60 पर दर्ज किया गया। ऐसे में पिथौरागढ़ पुलिस ने, नदी किनारे रहने वाले लोग विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।

पिथौरागढ़ में इन सड़कों पर अभी नहीं खुल सका है यातायात

पिथौरागढ़ जिले में भारी बारिश के बाद, कई मुख्य सड़कों पर आवाजाही शुरू नहीं की जा सकी है। धारचूला-तवाघाट मार्ग रांगती के पास बंद है। तवाघाट-घटियाबगड़ मार्ग तीनतोला के पास बंद पड़ा हुआ है। वहीं तवाघाट-सोबला मार्ग पर छह सात स्थानों पर भारी मलबा गिरा हुआ है।

घटियाबगड़-लिपूलेख मोटरमार्ग भी कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण वाहनों के लिये बंद है। गुंजी-कुटी-ज्योलिंगकांग आदि कैलास मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप है। इसी तरह धापा मिलम मार्ग और घाट-टनकपुर रोड पर भी भारी मलबा आने से बंद है।

केदारनाथ हाईवे फाटा के पास मलबा आने से बंद

रुद्रप्रयाग जिले में श्रीकेदारनाथ धाम यात्रा मार्ग, फाटा के पास डोलिया देवी के नजदीक बार-बार बंद हो रहा है। सोमवार सुबह मार्ग खोल दिया गया था, लेकिन शाम को यहां एक बार फिर पहाड़ी से भारी मलबा गिरने के बाद, यातायात बंद हो गया है।

नैनीताल जिले में भी कल बंद रहेंगे स्कूल

नैनीताल जिले में भी बारिश से खासा नुकसान हुआ है। मंगलवार को बारिश के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुये, जिला प्रशासन ने नौ जुलाई को भी, जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कक्षा एक से कक्षा 12 तक के सभी स्कूल भी मंगलवार को बंद रहेंगे।

 

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