Uttarakhand Actress: कई गढ़वाली फिल्मों, एलबमों को अपने अभिनय से सजाने वाली प्रख्यात अभिनेत्री गीता उनियाल का निधन हो गया। उनके निधन पर उत्तराखण्ड के संस्कृतिकर्मियों ने शोक जताया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनियाल के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त की है।
देहरादून के बंजारावाला में रहने वाली अभिनेत्री गीता उनियाल लंबे समय से उत्तराखण्ड की लोकसंस्कृति को दुनिया तक पहुंचाने का काम कर रही थीं। उन्होंने उत्तराखण्ड की कई फिल्मों, एलबमों में बतौर नायिका काम किया। वीर माधो सिंह भंडारी में उनकी भूमिका को खासी सराहना मिली। कुछ समय पहले ही फ़िल्म जै माँ धारी देवी में भी वह नजर आयी थीं।
गीता उनियाल करीब एक साल से कैंसर से जूझ रही थीं। उनका जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल से इलाज चल रहा था। लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। मंगलवार रात करीब आठ बजे, अपने बंजारावाला स्थित आवास पर गीता ने अंतिम सांस ली। पर्वतीय नाट्य मंच के निर्देशक बलदेव राणा ने जानकारी दी कि गीता का अंतिम संस्कार बुधवार को हरिद्वार में होगा।
गीता के असामयिक निधन से उत्तराखण्ड के कलाकारों में शोक की लहर है। विभिन्न लोककलाकारों, संस्कृतिकर्मियों ने उत्तराखण्डी फिल्मों के विकास में गीता के योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। वहीं, मुख्यमंत्री ने भी उनके निधन पर गहरा शोक जताया है।
जन्मदिन पर जताया था प्रशंसकों का आभार
गीता उनियाल का बीते महीने 14 जनवरी को जन्मदिन था। इस दौरान प्रशंसकों, साथी कलाकारों की ओर से मिली शुभकामनाओं पर गीता ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिये आभार जताया था। इसमें भी उन्होंने अपनी बीमारी का जिक्र करते हुए लिखा था कि सबकी दुआएं मिली, उन्हें कुछ नहीं होगा। हालांकि, नियति को कुछ और मंजूर था।
गीता के परिवार में उनके पति विकास उनियाल, बेटा रुद्रांश और बेटी हैं। गीता के पति विकास भी उत्तराखण्ड की लोकसंस्कृति से जुड़े हैं। वह कई एलबमों के निर्माण, एडिटिंग के साथ अभिनय भी कर चुके हैं।