Uttarakhand Assembly: विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में कांग्रेसी विधायक धरने पर बैठे। कांग्रेसियों ने कहा कि जनता से जुड़े मुद्दों को वे सदन में पुरजोर तरीके से उठाने वाले हैं। सरकार से हर सवाल का जवाब लिया जायेगा।
मंगलवार को विधानसभा सत्र में शामिल होने पहुंचे कांग्रेस विधायक नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में सदन के बाहर सीढ़ियों पर धरना देते हुये बैठ गये। इस दौरान विधायक हाथों में अलग-अलग मुद्दों पर बनीं तख्तियां लेकर बैठे रहे।
इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने राज्यभर में जारी अतिक्रमण हटाने के अभियान, जोशीमठ आपदा प्रभावितों के पुनर्वास, बाजपुर में 5000 एकड़ जमीन के मालिकाना हक, फसलों का मुआवजा, आपदा मुआवजा समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार से कार्रवाई की मांग उठायी।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनता से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से बच रही है। कहा कि आपदा से राज्यवासी बड़ी संख्या में प्रभावित हुये हैं, लेकिन सरकार के स्तर पर कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है।
उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने कहा कि राज्यभर में लोगों को उजाड़ा जा रहा है, जिससे जनता के सामने संकट खड़ा हो गया है। महंगाई चरम पर है, जबकि युवा बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। भर्तियों में घोटाले सामने आ रहे हैं। सरकार जनता से जुड़े मुद्दों पर चुप्पी साधे हुये है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार की बेरुखी से जनता त्रस्त है। कहा कि सरकार भले ही जवाब देने से बच रही है, लेकिन सदन में कांग्रेस राज्य सरकार से जनता की हर दिक्कत आए जुड़ा सवाल पूछेगी।
धरने पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक आदेश चौहान, मनोज तिवारी, सुमित हृदयेश, हरीश धामी, गोपाल सिंह राणा, तिलकराज बेहड़, ममता राकेश, फुरकान अहमद, अनुपमा रावत और पार्टी नेता भी मौजूद रहे।
सत्र के नाम पर औपचारिकता: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार विधानसभा सत्र के नाम पर महज औपचारिकता कर रही है। कहा कि 360 दिन में 60 दिन सत्र चलाने की नियमावली है। लेकिन उत्तराखंड में महज 12 दिन के सत्र आयोजित करवाये गये हैं।
प्रीतम सिंह को दी बधाई: पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को कांग्रेस में केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) में शामिल किया गया है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस विधायकों ने इस पर प्रीतम सिंह को पुष्पगुच्छ भेंट कर बधाई दी।