Gaurikund Landslide: उत्तराखंड में केदारनाथ यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में लगातार जारी बारिश का कहर बरपा है। मार्ग पर डाट पुलिया के पास पहाड़ी से भूस्खलन के कारण आये मलबे से 3 दुकानें ढहकर मंदाकिनी नदी में समा गयीं। हादसे में 5 बच्चों समेत 18 लोग लापता हैं। मौके पर गुरुवार देर रात से बचाव अभियान जारी है।
केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड मुख्य पड़ाव है। यहीं से धाम की पैदल यात्रा शुरू होती है। पैदल यात्रा मार्ग पर दुकानें बनी हुई हैं, जहां यात्री खरीदारी-भोजन करते हैं। गुरुवार देर रात करीब सवा 12 बजे भारी बारिश के बीच पैदल मार्ग पर डाट पुलिया के ऊपर की पहाड़ी दरक गयी।
भूस्खलन के बाद पहाड़ी से भारी मलबा-बोल्डर मार्ग पर गिरने लगे। इनकी चपेट में आकर रास्ते के दूसरी ओर बनी तीन दुकानें भी मंदाकिनी नदी में जा समायीं। बताया जा रहा है कि इन दुकानों में स्थानीय व्यापारी और उनके कर्मचारी सोये हुये थे।
अचानक हुई इस घटना से दुकानों में सो रहे लोगों को बाहर निकलने तक का मौका नहीं मिला और वे मलबे के साथ ही नदी में समा गये। बताया जा रहा है कि नदी में बहने वालों की संख्या 20 से अधिक हो सकती है। हालांकि अब तक लापता 18 लोगों की ही जानकारी मिली है।
भूस्खलन की सूचना मिलने पर देर रात ही पुलिस, sdrf, ndrf की टीमें मौके पर पहुंच गयी थीं। बारिश और मलबे के चलते कुछ घण्टों बाद राहत बचाव अभियान रोकना पड़ा था। शुक्रवार सुबह से अब तक बहे लोगों की तलाश में अभियान चल रहा है। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर बने हुये हैं।
इनके नाम पता चले: अब तक मिली जानकारी के अनुसार 18 लोगों के बहने की आशंका जतायी जा रही है। इनमें पांच बच्चे राधिका (14), पिंकी (8), पृथ्वी (7), जटिल (6), वकील (3) हैं । इनके अलावा सुखराम रावत, वीर बहादुर, सुमित्रा, धर्मराज, चंद्रकामी, निशा, विनोद, मुलायम, प्रियांशु चमोली, रणवीर सिंह, आशु, अमर बोहरा, अनीता बोहरा के भी बहने की आशंका है।
कुंड बैराज में भी डटी टीम: गौरीकुंड में जिस जगह भूस्खलन हुआ है, वहाँ से करीब दो किलोमीटर नीचे मंदाकिनी नदी पर कुंड बैराज बना हुआ है। माना जा रहा है कि नदी में बहे लोग बैराज में मिल सकते हैं। ऐसे में sdrf की एक टीम यहां लगातार डटी हुई है।