Gaurikund landslide: केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में भूस्खलन और 18 लोगों के लापता होने के बाद बचाव अभियान लगातार जारी है। इस बीच शुक्रवार को राहत बचाव की जानकारी लेने के लिये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंच गये। उन्होंने अधिकारियों से अभियान में तेजी के निर्देश दिये।

गौरीकुंड में गुरुवार देर रात भूस्खलन के बाद मलबे की चपेट में आकर तीन दुकानें बह गयीं। हादसे में 18 लोग भी नदी में लापता हैं। इनकी तलाश में sdrf, ndrf, पुलिस-प्रशासन की टीमें गुरुवार रात से ही अभियान चला रही हैं।

शुक्रवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से घटना व राहत-बचाव अभियान की जानकारी ली। बाद में मुख्यमंत्री देहरादून में सचिवालय में बनाये गये राज्यस्तरीय आपदा नियंत्रण कक्ष में पहुंच गये।

सीएम ने अधिकारियों से अभियान की ताजा जानकारी लेने के साथ ही उन्हें प्रभावितों की मदद और लापता लोगों की तलाश में तेजी के निर्देश दिये। सीएम ने कहा कि इन दिनों लगातार बारिश के चलते पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन-आपदा की आशंका बनी हुई है। ऐसे में अधिकारी मुस्तैद रहें।

मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों के बारे में भी अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से 24 घण्टे अलर्ट रहने की ओएवल की, ताकि आपदा की स्थिति में तत्काल राहत-बचाव अभियान शुरू किये जा सकें।

उत्तराखंड में 7 तक यलो अलर्ट: राज्य में मानसूनी बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम केंद्र की ओर से अगले तीन दिन भी भारी बारिश के आसार जताये गये हैं। पांच अगस्त से सात अगस्त तक राज्य के सभी जिलों में मूसलाधार बारिश हो सकती है। गौरीकुंड में क्या हुआ, जानने के लिये क्लिक करें

 

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