Ballia Big Breaking: उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर स्थित, बलिया जिले से बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। बिहार से यूपी में प्रवेश करने वाले मालवाहनों से, वसूली के आरोपों की शिकायत पर, एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ ने खुद छापेमारी की। जांच में शिकायतों की पुष्टि के बाद, दो पुलिसकर्मी गिरफ्तार, जबकि नौ को सस्पेंड किया गया है। वहीं, थानाध्यक्ष मौके से फरार हो गये हैं।

जानकारी के अनुसार, यूपी-बिहार की सीमा पर, बलिया जिले के नरहीं थाना क्षेत्र में लंबे समय से, ट्रकचालकों से वसूली की शिकायतें आ रही थीं। शिकायतें थीं, कि सीमावर्ती नरहीं थाना क्षेत्र से रेत-बजरी, कोयला, मिट्टी, पशुओं और शराब को लेकर निकलने वाले ट्रकचालकों से, स्थानीय पुलिस वसूली करती है, और रकम मिल जाने पर उन्हें बिना जांच जाने दिया जाता है।

शिकायतों को देखते हुये, एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण, बुधवार देर रात ही बलिया पहुंच गये। दोनों अधिकारियों ने यूपी-बिहार सीमा पर, बरौली तिराहे के पास पहुंचकर, वाहनों से वसूली की तस्दीक की। जानकारी के अनुसार, बरौली तिराहे से दो पुलिसकर्मियों को वसूली करते हुये पकड़ा गया।

एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़, इसके बाद यहां से कुछ आगे, कोरंटाडीह चौकी पर भी पहुंचे। वहां भी, वाहनों से वसूली की पुष्टि होने के बाद, दोनों अधिकारियों ने, एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया। यहां मौजूद कुछ दलाल भाग निकले। दोनों जगह वसूली की पुष्टि हो जाने के बाद, बृहस्पतिवार तड़के अचानक नरहीं थाने पहुंचकर जांच शुरू कर दी।

सादी वर्दी में पहुंचे अफसरों की भनक, नरही थाने में तैनात पुलिसकर्मियों को जब तक लगी, तब तक वसूली के खेल का पूरा खुलासा हो चुका था। जानकारी के अनुसार, जांच के दौरान थाने में वसूली रजिस्टर रखा मिला,  जिसमें वाहनों से ली जाने वाली रकम का पूरा हिसाब लिखा गया था।

वसूली के खेल का खुलासा होते ही, थानाध्यक्ष नरहीं पन्नालाल और दो अन्य पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गये। पूछताछ में, बाहरी लोगों की मदद से रकम वसूलने की जानकारी के बाद, थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों समेत 16 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुल नौ पुलिसकर्मियों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

कोरंटाडीह चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मी सस्पेंड

नरहीं थाने की कोरंटाडीह चौकी पर, सात पुलिसकर्मी तैनात हैं। छापेमारी के दौरान, इस चौकी से भी वसूली कर वाहनों को निकलने देने की जानकारी मिली। इसके बाद, एडीजी ने इस चौकी में तैनात सभी सात पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करने के आदेश दे दिये।

हर रोज पांच लाख की हो रही थी वसूली

जानकारी के अनुसार, नरहीं थाना क्षेत्र से यूपी-बिहार के बीच, बलिया से प्रतिदिन कम से कम एक हजार ट्रक गुजरते हैं। डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया, कि वसूली रजिस्टर में वाहनचालकों से प्रति वाहन पांच सौ की रकम वसूलने की जानकारी मिली है। इस लिहाज से, एक हजार वाहनों पर, नरहीं थाना हर रोज कम से कम पांच लाख और प्रतिमाह डेढ़ करोड़ की उगाही कर रहा था। मौके से 37 हजार 500 की रकम भी बरामद की गयी है।

50 से ज्यादा मोबाइल जब्त, एसओ का कमरा सील

एडीजी और डीआईजी ने, नरहीं थाने पर पहुंचते ही, वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन जमा करवा लिये थे। दोनों अधिकारियों के पहुंचने के कुछ ही देर बाद, विशेष जांच टीम भी थाने में आ गयी। पुलिसकर्मियों के पास और थाने में प्रयुक्त किये जा रहे, करीब 50 मोबाइल जब्त किये गये हैं। 14 बाइकें भी जब्त की गयीं। मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली जा रही हैं। वहीं, एसओ का कमरा सील कर दिया गया है।

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