Bhangar Wale Baba: सोशल मीडिया पर वायरल हो जाना, जहां कई लोगों का शगल बनता जा रहा है। वहीं, कई लोगों के लिये, यह जीना मुश्किल कर देता है। ऐसे ही एक मामले में, राजस्थान के एक बुजुर्ग ने, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया पर, अपने बारे में वायरल हो रहे मीम्स से आहत होकर जान दे दी। बुजुर्ग ने, सरेराह कई लोगों के सामने फांसी लगा ली।

मामला राजस्थान के जोधपुर के लोहावट क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, एक बुजुर्ग यहां ठेले पर भंगार कबाड़ बीनने का काम कर, अपनी आजीविका चलाते थे। कुछ समय पहले, वह ठेला खींचते हुये जा रहे थे, तभी एक जापानी महिला पर्यटक को, राजस्थान घुमा रहे एक यूट्यूबर ने उनका वीडियो बना लिया। हालांकि, यह यूट्यूबर उबड़-खाबड़ रास्ते पर बुजुर्ग की मदद करना चाहता था।

लेकिन, बुजुर्ग ने मदद लेने से इनकार कर दिया। इस दौरान, बुजुर्ग ने राजस्थानी में यूट्यूबर से पूछा- भंगार लेवणों है थारे? यूट्यूबर ने इसी शीर्षक से यह वीडियो यूट्यूब पर डाल दिया। यह वीडियो खूब वायरल हो गया, तो दूसरे यूट्यूबर भी अपने चैनल पर व्यूज के लिये, बुजुर्ग को तलाशने लगे। लेकिन, उनकी यह कोशिश बुजुर्ग के लिये, मुसीबत की सबब बन गयी।

दरअसल, यूट्यूबर जहां कहीं भी इस बुजुर्ग को ठेला लेकर जाते दिखते, पीछे-पीछे पहुंच जाते और वीडियो बनाने लगते। इससे बुजुर्ग परेशान हो गये थे। बताया जा रहा है, कि बुजुर्ग ने वीडियो बनाने वालों को रोकने की भी काफी कोशिश की, लेकिन लोग फिर भी वीडियो बना ही लेते थे। इससे बुजुर्ग की नाराजगी बढ़ती जा रही थी।

बुजुर्ग जहां भी कबाड़ लेने जाते, लोग उन्हें भंगार वाले बाबा या भंगार लेणो है थारे कहकर पीछे पड़ जाते। रविवार शाम बुजुर्ग लोहावट क्षेत्र में कबाड़ लेने गये थे। उन्हें देखते ही, कई युवा वहां मोबाइल लेकर पहुंच गये और वीडियो बनाने लगे।

बताया जा रहा है, कि पहले तो बुजुर्ग ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इस पर बुजुर्ग ने फलोदी स्टेट हाईवे पर, अपना ठेला किनारे लगाया और सड़क पार कर जाने लगे। वीडियो बनाने वाले युवा, फिर उनके पीछे गये। इसी बीच, बुजुर्ग ने अचानक सड़क किनारे एक पेड़ पर चढ़ गये। उन्होंने पेड़ पर रस्सी डाली और फंदा बनाकर उस पर झूल गये।

इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, बुजुर्ग ने कुछ ही सेकंड में दम तोड़ दिया। यह देख, वीडियो बना रहे युवा वहां से भाग निकले। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव उतारकर, पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया। बुजुर्ग के सामान की तलाशी लेने पर उनके पास मिले दस्तावेज से, उनकी पहचान प्रतापराम निवासी चौहटन, बाड़मेर के तौर पर हुयी।

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लगातार मजाक से दिमागी संतुलन खो चुके थे बुजुर्ग

बताया जा रहा है, कि पिछले कुछ समय से, लगातार वीडियो और रील बनाये जाने से, बुजुर्ग प्रतापराम दिमागी संतुलन खो चुके थे। भंगार वाले बाबा कहकर बुलाने से भी वह बहुत चिढ़ते थे। बताया जाता है, कि उनके सामने कोई व्यक्ति, अगर किसी अन्य कारण से भी फोन निकालता था, तो वह चिढ़कर चिल्लाने लगते थे।

वीडियो बनाने वालों पर पत्थर फेंके, डंडा भी चलाया

वीडियो बनाने वालों से बुजुर्ग को इस कदर चिढ़ हो चुकी थी, कि वह अकसर उन पर पत्थर फेंकने लगते थे। बताया जा रहा है, कि बुजुर्ग ने पिछले कुछ दिनों से अपने ठेले पर पत्थर रखने शुरू कर दिये थे। जब भी कोई मोबाइल लेकर वीडियो बनाने लगता, तो वह पत्थर फेंकने लगते थे। इसके अलावा, कोई फोन लेकर नजदीक जाता तो वह डंडा लेकर उसे दौड़ा देते थे। उनका यह व्यवहार यूट्यूबर्स के लिये मजाक का जरिया बना हुआ था।

फंदे पर झूलते बुजुर्ग का भी वीडियो बनाते रहे लोग

बुजुर्ग अचानक ठेला छोड़कर पेड़ पर चढ़े तो वीडियो बना रहे लोगों में और होड़ लग गयी। उन्हें बुजुर्ग का पेड़ पर चढ़ना, अपने वीडियो के लिये अलग कंटेंट लगने लगा। लोग बुजुर्ग के इरादे समझ नहीं सके। बुजुर्ग के रस्सी बांधने और फिर उस पर फंदा बनाकर झूल जाने तक भी, लोग वीडियो बनाते रहे। बाद में, जब उन्हें अहसास हुआ वे भाग निकले।

एनजीओ ने की थी मदद की कोशिश, लेकिन द्वारका जाने की बात कही

बताया जा रहा है कि वीडियो वायरल होने के बाद कुछ दिन पहले, जोधपुर की एक समाजसेवी संस्था ने बुजुर्ग की मदद की कोशिश की थी। इस दौरान संस्था के लोग, जब बुजुर्ग के पास पहंुचे तो बुजुर्ग ने उन पर भी पत्थर फेंके थे। किसी तरह समझाने के बाद, संस्था के लोग उन्हें साथ ले गये। लेकिन, बुजुर्ग ने द्वारका जाने की बात कही थी और वहां से निकल गये थे।

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