Cow Slaughtering In Almora: अल्मोड़ा जिले के भतरौजखान में तीन दिन पहले गोकशी के मामले में, पुलिस ने चार आरोपियों को दबोच लिया है। पकड़े गये आरोपियों में दो रामपुर और एक ऊधमसिंह नगर का रहने वाला है, जबकि चौथा स्थानीय निवासी है। गोवंश को क्षेत्र में मारने के बाद मांस की सप्लाई मुरादाबाद में किये जाने की बात भी सामने आयी है।
जानकारी के अनुसार, दो मई को भतरौजखान के मोहनरी बगड़वार गांव के पास जंगल में गोवंश के कटे सिर और मांस के टुकड़े बरामद किये गये थे। इसे लेकर क्षेत्र में खासा हंगामा हो गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुये, एसएसपी देवेंद्र पींचा ने मामले के खुलासे और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये पुलिस और एसओजी समेत, चार टीमों का गठन कर दिया था।
देहरादून में दरोगा की बेटी का गला रेतकर हत्या
सोमवार को एसएसपी देवेंद्र पींचा ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गोकशी करने के चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया कि घटना की जांच में पुलिस को सलीम मूलतः नरपतनगर स्वार रामपुर निवासी और हाल ग्राम बधाण भतरौजखान निवासी, टांडा रामपुर निवासी इसराइल और मुडिया कला बाजपुर निवासी इमरान के नाम सामने आये। पुलिस टीमों ने दबिश देने के बाद रविवार देर रात इन तीनों को दबोच लिया।
तीनों को अल्मोड़ा लाया गया। यहां पूछताछ के बाद गोकशी की वारदात में भतरौजखान के सूणी गांव निवासी हरि सिंह कड़ाकोटी उर्फ हरदा का नाम भी सामने आया। आरोपियों ने बताया कि गोवंश की हत्या करने में हरि सिंह कड़ाकोटी ने उनकी मदद की थी। इसके बाद सोमवार सुबह पुलिस ने हरि सिंह को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि चारों आरोपियों पर उत्तराखंड गोवंश संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 72 घंटे के भीतर, ऐसे संवेदनशील मामले में, आरोपियों को दबोचने वाली पुलिस टीमों को इनाम दिया जायेगा। उन्होंने घटना का खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार रुपये के नगद इनाम की घोषणा की है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
एसएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि आरोपियों को दबोचने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक सुनील कुमार, अपर उपनिरीक्षक करतार सिंह, हेड कांस्टेबल आनंद त्रिपाठी, हेड कांस्टेबल रवींद्र सिंह चीमा और हेड कांस्टेबल अवधेश कुमार रहे। एसओजी टीम में प्रभारी कुंदन सिंह रौतेला और कांस्टेबल राकेश भट्ट रहे। अन्य टीमों में छह दरोगा और आठ जवान लगाये गये थे।
आरोपियों के पास से हथियार, पिकअप जब्त
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से दो कुल्हाड़ियां, चार छुरे, एक नुकीली लोहे की रॉड, धार लगाने वाला पत्थर और दो रस्से बरामद किये गये हैं। गोकशी के बाद, आरोपी जिस पिकअप से मांस को मुरादाबाद तक सप्लाई किया गया, वह भी जब्त कर ली गयी है। मुरादाबाद में उनसे जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है।
पांच घंटे के भीतर चार गोवंश की हत्या
पुलिस पूछताछ में साफ हुआ है कि आरोपियों ने पांच घंटे में चार गोवंश की हत्या की थी। उन्होंने बताया कि घटना के दिन वे शाम छह बजे मोहनरी बगड़वार के जंगल में पहुंचे थे। वहां रात 11 बजे तक चार गोवंश को मारने और मांस के टुकड़े करने का काम किया गया। इसके बाद वे मांस गाड़ी में डालकर यहां से निकल गये थे।
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क्षेत्र में नाई की दुकान चलाता है एक आरोपी
पुलिस ने बताया है कि गोकशी के आरोप में पकड़ा गया एक आरोपी सलीम भतरौंजखान में लंबे समय से नाई की दुकान चलाता है। वह यहीं रह भी रहा था। उसने स्थानीय लोगों से अच्छी जान-पहचान बना ली है और वह ग्रामीणों से भैंसों की खरीदारी भी करता रहा है। दो अन्य आरोपी इसराइल और इमरान कसाई का काम करते हैं।
गोवंश को जंगल में लाने के बदले वसूली रकम
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने गोवंश के मांस की तस्करी के लिये आवारा गायों की तलाश को हरि सिंह कड़ाकोटी से मदद मांगी थी। हरि सिंह ही वह शख्स रहा, जिसने चार आवारा गोवंशों को जंगल की ओर खदेड़ा। चारों गोवंश के एकसाथ एक ही जगह मिल जाने से आरोपियों के लिये गोवंश को मारना और मांस जमा करना आसान हो गया। बताया जा रहा है कि गोवंश जुटाने के बदले आरोपियों से हरि सिंह ने तीन हजार रुपये की रकम ली थी।
कांग्रेस नेता का नाम आने पर भाजपा का प्रदर्शन
गोकशी मामले में कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ता का नाम सामने आने पर, भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा कि घटना के बाद, कांग्रेसी इसे राज्य सरकार और प्रशासन की नाकामी करार दे रहे थे। लेकिन, अब गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस के ही वरिष्ठ कार्यकर्ता का नाम इस अपराध में जुड़ गया है।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि इस मामले में और जांच की जानी चाहिये, ताकि क्षेत्र में गोकशी करवाने में शामिल अन्य लोगों के नाम भी सामने आ सकें। उन्होंने आरोपियों को कठोरतम सजा की मांग की है। इस दौरान भाजपाइयों ने कांग्रेस का पुतला फूंककर विरोध जताया।
इनमें त्रिलोक चन्द्र भतरोजी, जगत रावत, संदीप बधानी, हरीश नैनवाल, व्यापार मंडल उपाध्यक्ष हरीश भट्ट आदि रहे।