Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में बीते कुछ समय से लगातार भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं। 24 घंटे से भी कम समय के भीतर रविवार को हरियाणा-दिल्ली के बाद सोमवार सुबह उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में धरती डोली। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गयी है। हालांकि, इस दौरान कहीं से किसी बड़े नुकसान की कोई जानकारी फिलहाल नहीं मिली है।
जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर पिथौरागढ़ जिले में भूकंप के झटके महसूस किये गये। धरती के कांपते ही लोग डरकर घरों से बाहर निकल आये, हालांकि कुछ सेकंड के इस कंपन के बाद धरती फिर शांत हो गयी। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के दौरान कहीं कोई क्षति नहीं पहुंची है। हालांकि, राज्य में बार-बार आ रहे भूकंप के झटकों से लोगों में डर बना हुआ है।
नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) की ओर से जारी की गयी जानकारी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.0 मापी गयी है। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से करीब 48 किलोमीटर दूर उत्तर पूर्व दिशा में रहा। एनसीएस ने बताया है कि भूकंप का केंद्र धरती में करीब पांच किलोमीटर की गहराई पर था।
इससे पहले रविवार को हरियाणा-दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे। शाम 04 बजकर 08 मिनट पर आये इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.1 मापी गयी थी। धरती में दस किलोमीटर गहराई पर दर्ज किये गये इस कंपन का केंद्र फरीदाबाद था। रविवार को आये इस भूकंप के झटके पूरे एनसीआर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक महसूस किये गये थे।
मध्यम तीव्रता वाला रहा भूकंप का झटका
एनसीएस की ओर से जारी की गयी जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह पिथौरागढ़ में महसूस किया गया भूकंप का झटका मध्यम तीव्रता वाला रहा।
जोन चार में आता है उत्तराखंड
भूकंप की तीव्रता और आशंकाओं के पैमानों पर बांटी गयी श्रेणियों के अनुसार उत्तराखंड जोन चार में आता है। इस जोन में लगभग पूरा उत्तर भारत और कश्मीर से अरुणाचल तक हिमालय पर्वत की तलहटी पर बसे क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अकसर भूकंप आने और इनसे नुकसान की आशंका बनी रहती है।
लगातार झटकों से लोगों में बना हुआ है डर
उत्तराखंड समेत उत्तर भारत और पड़ोसी देश नेपाल में पिछले कुछ समय से लगातार भूकंप आने के बाद पर्वतीय राज्य के लोगों में डर बना हुआ है। उत्तराखंड की जनता वर्षों पहले उत्तरकाशी भूकंप की त्रासदी झेल चुकी है। ऐसे में हर भूकंप का झटका यहां की जनता को सहमा देता है।
सितंबर में उत्तरकाशी में लगे थे झटके
25 सितंबर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये थे। तब रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.0 मापी गयी थी। धरती के भीतर पांच किलोमीटर की गहराई पर इस भूकंप का केंद्र रहा था। भूकंप से कहीं किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन एनसीआर तक इसके झटके महसूस किये गये थे।
नेपाल में भी महसूस किये गये झटके
पिथौरागढ़ में सोमवार सुबह आये भूकंप का केंद्र भारत-नेपाल सीमा पर रहा। इसके चलते इस भूकंप के झटके पिथौरागढ़, चम्पावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक महसूस किये गये। वहीं, नेपाल तक भी इस भूकंप का असर रहा। वहां भी भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये।
नेपाल में चार दिन पहले भी आया भूकंप
नेपाल में चार दिन पहले यानी 12 अक्टूबर को भी भूकंप का झटका महसूस किया गया था। एनसीएस के अनुसार 12 अक्टूबर की रात 12 बजकर 07 मिनट पर वहां भूकंप आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.7 दर्ज की गयी। इस भूकंप का केंद्र धरती में 73 किलोमीटर की गहराई पर था।
अफगानिस्तान में अब भी डोल रही धरती
बीते दिनों अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप आया था। वहां अब भी धरती में लगातार कंपन दर्ज किया जा रहा है। एनसीएस की ओर से जारी जानकारी के अनुसार रविवार को अफगानिस्तान में दो बार भूकंप के झटके महसूस किये गये। पहला झटका सुबह 09ः06 बजे महसूस हुआ, जिसकी तीव्रता 6.2 थी। वहीं, 5.5 तीव्रता का दूसरा झटका इसके बीस मिनट बाद यानी 09ः26 बजे महसूस हुआ। इससे पहले शनिवार को भी अफगानिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया था।