Gaurikund Landslide: केदारनाथ यात्रा मार्ग के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में भूस्खलन के चार दिन बाद भी लापता लोगों की तलाश जारी है। तलाशी अभियान में जुटे 60 से अधिक जवानों को पहाड़ी से लगातार गिर रहे मलबे के बीच उफनती मंदाकिनी में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

गौरीकुंड में केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर डाट पुलिया के पास गुरुवार देर रात पहाड़ी दरकने के बाद भूस्खलन हो गया था। मलबे की चपेट में आकर 3 दुकानें मंदाकिनी में समा गयी थीं। हादसे में इन दुकानों में सो रहे 20 से अधिक लोग नदी में बह गये थे। यह भी पढ़ें

गुरुवार देर रात से ही पुलिस, ndrf, sdrf, ddrf के जवान घटनास्थल से लेकर कुंड बैराज तक तलाशी अभियान चला रहे हैं। शुक्रवार को मलबे में दबे तीन शव बरामद किये गये थे। अब इनकी शिनाख्त नेपाली नागरिकों टेक बहादुर, देवी बहादुर और प्रकाश टम्टा के रूप में हुई।

हादसे में लापता अन्य 18 लोगों का अब भी कुछ पता नहीं चल सका है। बताया जा रहा है कि इनमें पांच बच्चों समेत 14 लोग नेपाली नागरिक हैं, जबकि चार रुद्रप्रयाग जिले के ही हैं। इनकी तलाश में अभियान लगातार चल रहा है।

तलाशी अभियान में 60 से अधिक जवान गुरुवार रात से ही जुटे हैं, लेकिन लगातार गिर रहे मलबे के कारण अभियान में खासी दिक्कतें आ रही हैं। वहीं, लगातार बारिश के चलते मंदाकिनी भी उफान पर है।

ऐसे में एक टीम घटनास्थल आए करीब दो किलोमीटर नीचे कुंड बैराज पर तैनात है। वहीं, नदी के दुर्गम हिस्सों तक नजर रखने के लिये ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जेसीबी और हाइड्रा मशीन की भी अभियान में मदद ली जा रही है।

सीएम ने की नेपाल के विदेश मंत्री से बात: गौरीकुंड हादसे में बहे लोगों में नेपाली नागरिकों की संख्या अधिक है। ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नेपाल के विदेश मंत्री से बातचीत कर घटना की जानकारी दी। बताया कि मौके पर अभियान लगातार जारी है। यह भी पढ़ें

सचिव और आयुक्त मौके पर पहुंचे: आपदा सचिव डॉ. रंजीत सिन्हा और गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने गौरीकुंड पहुंचकर अभियान का जायजा लिया। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को अभियान के सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिये।

हरिद्वार तक तलाशी का अनुरोध: रुद्रप्रयाग एसपी डॉ. विशाखा अशोक भदाणे के निर्देश पर रुद्रप्रयाग जिले में ऊखीमठ, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी और सोनप्रयाग में भी मन्दाकिनी के किनारे तलाशी अभियान जारी है। इसके अलावा हरिद्वार जिले तक भी तलाशी का अनुरोध सम्बंधित जिलों से किया गया है।

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