Harish Rawat: विधानसभा उपचुनाव के लिये मतदान के दौरान, मंगलौर सीट के लिब्बरहेड़ी में, हिंसक झड़पों के बाद, कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला बोल दिया है। पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरिद्वार एसपी ग्रामीण कार्यालय पर धरना दिया, बाद में वह लिब्बरहेड़ी गांव की ओर निकले, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने रावत को हिरासत में ले लिया।
उत्तराखंड में चमोली की बद्रीनाथ और हरिद्वार की मंगलौर विधानसभा सीटों के लिये, बुधवार को मतदान हुआ। मंगलौर सीट पर मतदान के दौरान, लिब्बरहेड़ी के पोलिंग बूथ नंबर 53-54 पर, कांग्रेस, बसपा और भाजपा समर्थकों के बीच मारपीट हुयी थी। इस दौरान जमकर लाठी-डंडे चले, जिसमें कई लोगों के जख्मी होने की जानकारी है। चार को अस्पताल में भर्ती भी कराया गया है।
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 10, 2024
कांग्रेस प्रत्याशी काजी निजामुद्दीन ने मारपीट में घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान उन्होंने, पोलिंग बूथ पर जा रहे मतदाताओं को जबरन रोकने के आरोप लगाये। काजी ने यह भी आरोप लगाये, कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध करने पर, फायरिंग भी की गयी। हालांकि, जिला पुलिस ने गोलियां चलने की बात को नकारा है।
उधर, इस घटना के बाद कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पूर्व सीएम हरीश रावत समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता, हरिद्वार एसपी ग्रामीण स्वप्नकिशोर के कार्यालय पर पहुंच गये और धरना शुरू कर दिया।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया, कि पुलिस और प्रशासन, सरकार के दबाव में काम कर रहा हैं। आरोप लगाया गया कि मारपीट के आरोपियों के नाम बताये जाने के बावजूद, कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। हरीश रावत ने कहा, कि मंगलौर में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और पुलिस सब कुछ देखते हुये भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
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एसपी कार्यालय पर कुछ देर विरोध जताने के बाद, पूर्व सीएम हरीश रावत लिब्बरहेड़ी गांव की ओर निकलने लगे। उनका कहना था, कि वह प्रभावित परिवारों के साथ, लिब्बरहेड़ी में ही धरना शुरू करेंगे। उनको लिब्बरहेड़ी की ओर जाते देख, पुलिस ने रोक लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा भी किया। बाद में पुलिस ने रावत और कई कांग्रेसियों को हिरासत में ले लिया।
पूर्व सीएम रावत और कांग्रेसियों को मंगलौर थाने के लॉकअप में रखा गया। इसके बाद रावत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर, लॉकअप में बंदी होने का वीडियो डाला है। रावत ने आरोप लगाया, कि भाजपा नेताओं ने चुनाव को प्रभावित करने के मकसद से, गोलियां चलवायी हैं। लेकिन शिकायत के बावजूद पुलिस का कोई कार्रवाई नहीं करना, सवाल खड़े करता है।
‘हमारी सरकार आयी तो किया जायेगा दंडित’
एसपी ग्रामीण स्वप्नकिशोर से बेहद तल्ख अंदाज में विरोध जताया। उन्होंने कहा, कि अभी कांग्रेस की भले ही सरकार नहीं है, लेकिन 2027, 2032 या 2037 में, कभी तो पार्टी की पूर्ण बहुमत या गठबंधन की सरकार जरूर बनेगी। रावत ने एसपी को यह भी कह दिया, कि वह याद रखेंगे कि किस अधिकारी ने अभी किस तरह काम किया है।
पूर्व सीएम रावत एसपी को यह भी कह गये, कि भाजपा की सरकार हमेशा नहीं रहेगी। जब भी कांग्रेस की सरकार आयेगी, गलत तरीके से काम करने वाले अधिकारियों को दंडित किया जायेगा। यही नहीं, एसपी को यह भी कहा, कि- ‘आप जानते हैं, कि रिटायरमेंट के बाद भी किस तरह दंडित किया जाता है।’
#मंगलौर विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आज #मतदान के दिन #लिब्बरहेड़ी में गोली चलाये जाने के विरोध में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कार्यालय रुड़की में धरना प्रदर्शन…!!@pushkardhami pic.twitter.com/6F8aXJiWwv
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मतगणना तक हरिद्वार में ही कैंप करेंगे कांग्रेस नेता
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है, कि मंगलौर में हुयी घटना से साफ हो गया है, कि भाजपा सरकार चुनाव में गलत तरीके आजमा रही है। उन्होंने बताया, कि मतगणना को किसी भी तरीके से प्रभावित नहीं किया जा सके, इसके लिये कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता, बुधवार से ही हरिद्वार पहुंच गये हैं। 13 जुलाई को मतगणना और परिणाम घोषित होने तक, सभी नेता हरिद्वार में ही कैंप करेंगे।