Kedarnath Landslide: केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग पर, भूस्खलन की चपेट में आकर कुछ यात्री मलबे में दब गये। इनमें से तीन की जान चली गयी है, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों घायलों को इलाज के लिये अस्पताल ले जाया गया है। यात्रियों के परिजनों को हादसे की जानकारी देने के साथ, पैदल मार्ग से मलबा हटाने का काम जारी है।
जानकारी के अनुसार, केदारनाथ यात्रा पैदल मार्ग पर, रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे चीरबासा के पास भूस्खलन हो गया। इससे पैदल मार्ग पर, भारी मलबा और बोल्डर आ गिरे। मलबे और बोल्डर की चपेट में, मार्ग से गुजर रहे, कुछ यात्रियों के आने की जानकारी मिली है।
हादसे की जानकारी मिलते ही, जिला पुलिस, एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। तब तक, स्थानीय लोगों और यात्रियों ने, मलबे में फंसे दो लोगों को निकाल लिया था। दोनों घायलों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार देने के बाद, अस्पताल ले जाया गया है।
दूसरी ओर, मलबे में फंसे बाकी यात्रियों को निकालने का काम तेज किया गया। बताया जा रहा है, कि भारी बोल्डरों की चपेट में आने के कारण, तीनों की जान चली गयी है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये भेजने के साथ, यात्रियों के परिजनों को भी घटना की जानकारी दी है।
केदारनाथ यात्रा मार्ग के चीरबासा पर अचानक मलबा आने से दबे यात्री ॥
SDRF, DDRF और YMD रेस्क्यू का कार्य कर रहे है।
घायल और जनहानि की संभावना को कम से कम रखने के प्रयास ॥
जिला प्रशासन लगातार यात्रियों से सुरक्षित जगह रुकने का अनुरोध करता है।#mansoon #chardhamyatra2024 pic.twitter.com/51kK0W6mSK— DM Rudraprayag (@DmRudraprayag) July 21, 2024
बताया जा रहा है, कि मलबे में कितने यात्री दबे हैं, इसकी ठोस जानकारी नहीं है। ऐसे में आशंका जतायी जा रही है, कि मलबे में अभी और यात्री हो सकते हैं। इसे देखते हुये, मलबा और बोल्डर हटाने का काम लगातार जारी है। बता दें, कि चीरबासा में पिछले साल भी भूस्खलन की चपेट में आकर, एक यात्री की जान चली गयी थी।
यात्रा मार्ग पर सुरक्षित रहने की सलाह
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर, गौरीकुंड से आगे करीब 15 किलोमीटर पैदल रास्ता है। इस रास्ते पर भी, जगह-जगह भूस्खलन होता है। पिछले साल, भी गौरीकुंड में पैदल मार्ग पर डाट पुलिया के पास भूस्खलन हो गया था। इस हादसे में, 19 लोगों की जान चली गयी थी।
हालांकि, पैदल यात्रा मार्ग पर संवेदनशील स्थानों पर, जिला पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें, यात्रियों की मदद के लिये तैनात रहती हैं। इसके बावजूद, मार्ग पर कई जगह बारिश के दौरान पत्थर और मलबा गिरने का खतरा बना रहता है। ऐसे में पैदल यात्रियों से, भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्क रहने की अपील की गयी है।
केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 21, 2024
मुख्यमंत्री ने दुर्घटना पर गहरा शोक जताया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने, केदारनाथ पैदल मार्ग पर हादसे पर शोक जताया है। सीएम धामी ने, एक्स पर लिखा- केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं।
सीएम धामी ने लिखा, कि- हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये गये हैं। ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
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