Kedarnath MLA: उत्तराखंड के केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र की विधायक, शैलारानी रावत का निधन हो गया। देहरादून के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान, रावत ने अंतिम सांस ली। वह रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर हो जाने के बाद, लंबे समय से बीमार चल रही थीं। अंतिम संस्कार कल गुप्तकाशी में किया जायेगा।

केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत 68 वर्ष, कुछ महीने पहले ऊखीमठ स्थित, आंेकारेश्वर मंदिर परिसर की सीढ़ियों पर गिर गयी थीं। इससे उनकी रीढ़ की हड्डी में फ्रेक्चर आ गया था। रावत की सर्जरी भी की गयी थी, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती गयी।

वह लंबे समय से, मैक्स अस्पताल देहरादून में भर्ती थीं। कुछ दिन पहले, उन्हें घर भेज दिया गया था, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बार-बार अस्पताल ले जाना पड़ रहा था। जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले उन्हें दोबारा अस्पताल लाया गया था।

अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो सका। मंगलवार देर रात, विधायक रावत ने अस्पताल में अंतिम सांस ली। विधायक की पुत्री ऐश्वर्या रावत ने जानकारी दी है, कि अंतिम संस्कार 11 जुलाई यानी गुरुवार को, गुप्तकाशी में किया जायेगा।

भाजपा कार्यालय में अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि

ऐश्वर्या रावत ने जानकारी दी है, कि बुधवार को विधायक के राजपुर रोड स्थित पिनेककल रेजीडेंसी आवास में, पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिये ले जाया जायेगा। वहां से सुबह साढ़े दस बजे, भाजपा प्रदेश कार्यालय पर अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि दी जायेगी। इसके बाद परिवार और भाजपा कार्यकर्ता, पार्थिव शरीर को लेकर रुद्रप्रयाग के लिये रवाना होेंगे।

शाम चार बजे, रुद्रप्रयाग जिला भाजपा कार्यालय में श्रद्धांजलि एवं शोकसभा होगी। शाम छह बजे विधायक के अगस्त्यमुनि आवास पर श्रद्धांजलि एवं शोकसभा की जायेगी। ऐश्वर्या ने जानकारी दी, कि गुरुवार को अगस्त्यमुनि आवास से विधायक की अंतिम यात्रा आरंभ होगी। सुबह सात से आठ बजे तक अगस्त्यमुनि स्टेडियम में, पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिये रखा जायेगा। इसके बाद, 11 बजे त्रिवेणी घाट विद्यापीठ गुप्तकाशी कालीमठ रोड पर विधिवत अंतिम संस्कार होगा।

2017 में भी गिरने से लगी थी चोट, तीन साल चला था इलाज

विधायक शैलारानी रावत वर्ष 2017 में, विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान फिसलकर गिर गयी थीं। उस दौरान भी उनकी रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट आयी थी। इस हादसे के बाद, रावत तीन साल तक इलाज चलने के कारण, सक्रिय राजनीति से दूर हो गयी थीं।

स्वस्थ होकर लौटने के बाद, वर्ष 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने, एक बार फिर उन्हें विधानसभा प्रत्याशी बनाया था। लेकिन, ओंकारेश्वर मंदिर में एक बार फिर उनके साथ हादसा हो गया, और इस बार वह रीढ़ की हड्डी पर दोबारा लगी चोट से उबर नहीं सकीं।

दो बार केदारनाथ से विधायक रहीं शैलारानी रावत

शैलारानी रावत 2002 से 2022 तक, उत्तराखंड के पाच विधानसभा चुनावों में, केदारनाथ सीट से प्रत्याशी रहीं। इनमें से दो बार 2012 और फिर 2022 में उन्हें चुनाव जीतकर, विधानसभा में क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का मौका मिला। 2012 में वह कांग्रेस से प्रत्याशी थीं, जबकि 2022 में भाजपा ने उन्हें चुनाव मैदान में उतारा था।

हरीश रावत के खिलाफ बगावत में शामिल थीं रावत

2016 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया हरीश रावत के खिलाफ, कांग्रेसी विधायकों ने बगावत कर दी थी। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की अगुवाई में हुयी इस बगावत में, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत भी शामिल थीं। बगावत के बाद, वह भी भाजपा में शामिल हो गयी थीं।

2017 में भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी बनाया, लेकिन वह कांग्रेस के मनोज रावत से चुनाव जीत नहीं सकी थीं। तीन साल बाद, दोबारा राजनीति में सक्रिय होने पर, भाजपा ने दोबारा उन्हें मैदान में उतारा, और इस बार उन्होंने मनोज रावत को 8463 वोट के अंतर से शिकस्त दे दी।

एक दिन पहले हाल जानने पहुंचे थे शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत

प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, एक दिन पहले ही मंगलवार को, मैक्स अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल में उन्होंने विधायक की पुत्री ऐश्वर्या रावत से, विधायक के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। मंगलवार रात उनके निधन की सूचना के बाद, मंत्री रावत ने शोक जताया है।

भारतीय जनता पार्टी में विधायक के निधन पर शोक

केदारनाथ विधायक के निधन पर, भारतीय जनता पार्टी में शोक है। पार्टी के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा गया है- समस्त भाजपा परिवार की ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें, एवं शोकाकुल परिवार को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया गहरा शोक

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने, विधायक शैलारानी रावत के निधन पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने लिखा- केदारनाथ विधानसभा से लोकप्रिय विधायक श्रीमती शैला रानी रावत जी के निधन का अत्यंत पीड़ादायक समाचार प्राप्त हुआ। उनका जाना पार्टी और क्षेत्रवासियों के लिये अपूरणीय क्षति है।

सीएम ने लिखा, कि- विधायक रावत की कर्तव्यनिष्ठा और जनसेवा के प्रति समर्पण भाव को सदैव याद रखा जाएगा। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूँ।

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