Kedarnath Yatra: केदारघाटी में फंसे यात्रियों का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने के बाद, प्रदेश सरकार श्रीकेदारनाथ धाम यात्रा एक बार फिर शुरू करने की तैयारी में है। ऐसे में, सरकार ने यात्रियों को हेलीकॉप्टर किराये में 25 प्रतिशत छूट देने की घोषणा की है। वहीं, पैदल यात्रियों के लिये भी, वैकल्पिक मार्गों को विकसित किया जा रहा है।
श्रीकेदारनाथ धाम पैदल यात्रा मार्ग पर, 31 जुलाई की रात भीमबली के पास बादल फट गया था। इससे भीमबली, रामबाड़ा, गौरीकुंड समेत पैदल मार्ग कई स्थानों पर बह गया है। वहीं, सोनप्रयाग में भूस्खलन के बाद, सड़क मार्ग भी 50 मीटर से अधिक बह चुका है।
केदारनाथ धाम पैदल मार्ग में अपने परिजनो के साथ फंसी वृद्ध माता जी को रेस्क्यू टीमों ने पोर्टर की सहायता से सुरक्षित निकाला गया। कठिन मार्ग में मंजिल तक पहुंचने से कुछ पहले एनडीआरएफ जवान ने माता जी को धैर्य बंधाते हुए बताया कि बस हम आपको लेकर सुरक्षित पहुंचने वाले हैं। pic.twitter.com/rVeS5m2W5g
— Rudraprayag Police Uttarakhand (@RudraprayagPol) August 4, 2024
भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन के बाद, 01 अगस्त से केदारनाथ यात्रा बंद है। राज्य सरकार की ओर से, 31 जुलाई की देर रात ही राहत-बचाव कार्य शुरू करवा लिया गया था। बादल फटने की सूचना के तुरंत बाद ही, सोनप्रयाग से भी होटल-लॉज खाली करवा लिये गये थे। यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था।
एक अगस्त की सुबह से, भीमबली, गौरीकुंड, रामबाड़ा, लिनचोली आदि स्थानों पर, पैदल मार्गों पर फंसे यात्रियों को निकालने का अभियान शुरू किया गया। हेलीकॉप्टरों के अलावा, जंगलों से होकर पैदल मार्गों से हजारों यात्रियों को सुरक्षित निकालकर सोनप्रयाग तक लाया गया। बाद में, केंद्र सरकार ने भी मदद भेजी। सेना-वायुसेना के जवान और एमआई-17, चिनूक हेलीकॉप्टर भी अभियान में लगाये गये।
मंगलवार को, रुद्रप्रयाग पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने, जानकारी दी है कि राहत बचाव अभियान अब लगभग पूरा हो चुका है। 12 हजार यात्री केदारघाटी क्षेत्र से सुरक्षित निकाले जा चुके हैं। इस दौरान सीएम धामी ने कहा, कि न्होंने बताया कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को पुनः संचालित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। हेली सेवा के माध्यम से केदारनाथ दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराये में 25 प्रतिशत छूट दी जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami ने आज एक बार फिर अतिवृष्टि से प्रभावित केदारघाटी पहुंचकर प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण और स्थलीय निरीक्षण किया। pic.twitter.com/8hrALZt626
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) August 6, 2024
सात अगस्त से शुरू हो सकती है केदारनाथ के लिये हेली सेवाएं
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान, जानकारी दी कि श्रीकेदारनाथ धाम के लिये, हेली सेवाएं सात अगस्त 2024 यानी बुधवार से आरंभ करने की योजना है। उन्होंने बताया, कि हेलीकॉप्टर के माध्यम से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के किराये का 25 प्रतिशत हिस्सा, राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा।
बैठक में, पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव लोनिवि पंकज पांडेय, सचिव आपदा विनोद सुमन, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अमरदेई शाह, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, राज्यमंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा भाजपा आशा नौटियाल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे आदि मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने मददगारों का आभार जताया
सीएम धामी ने, चौमासी प्रधान मुलायम सिंह, रुद्रप्रयाग प्रधान संगठन अध्यक्ष सुभाष रावत, केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी सहित राहत कार्यों में सहयोग देने वाले अन्य लोगों का विशेष धन्यवाद दिया। कहा कि, पुलिस-प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत राहत कार्यों में जुटे कर्मियों को स्थानीय लोगों का पूरा सहयोग मिला। इससे यात्रियों को सुरक्षित निकालने में खासी मदद मिली।
GMVN अतिथि गृह रामपुर, रुद्रप्रयाग में स्थानीय जनता से भेंट कर उनकी समस्याएं सुन सम्बंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण हेतु निर्देशित किया।
हमारी सरकार के लिए हर यात्री और स्थानीय लोगों की सुरक्षा प्राथमिकता है। pic.twitter.com/tBW5U8HG9u
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 6, 2024
अब जनजीवन को सामान्य बनाने पर देना होगा ध्यान
सीएम धामी ने जनपद के प्रभारी मंत्री सहित स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधियों एवं सभी विभागीय अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि आपदा के बाद सामान्य जनजीवन के लिए सभी को आगे आकर सामूहिक योगदान देने की आवश्यकता है। उन्होंने आपदा प्रभावितों से भी मुलाकात की, और सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
यात्रा शुरू करने की तैयारियों पर मौसम न लगा दे अड़ंगा!
राज्य सरकार ने तो बुधवार से श्रीकेदारनाथ यात्रा को दोबारा शुरू करने की बात कह दी है, लेकिन राज्य में फिर बदलता मौसम तैयारियों में बाधा बन सकता है। दरअसल, मौसम विभाग ने अगले पांच दिन, राज्य मे भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार जताये हैं। ऐसे में चारधाम यात्रियों से सुरक्षित रहने की अपील भी की गयी है।