MCD Mayor: इस बार मानसून दिल्ली की जनता पर बहुत भारी पड़ा है। बीते दिनों राजधानी की सड़कों पर भारी जलभराव से जनता खासी परेशान रही। वहीं, अब कोचिंग सेंटर हादसे ने, दिल्लीवासियों के सब्र का बांध तोड़ दिया है। दिल्ली सरकार और एमसीडी से सवाल पूछे जा रहे हैं। वहीं, दिल्ली की मेयर का एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें मेयर का कहना था, कि दिल्ली की जनता इस बार मानसून इंजॉय करेगी।

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर स्थित राव्स आईएएस स्टडी सर्किल में, शनिवार रात बड़ा हादसा हुआ। बारिश के बाद, सड़क-नालों में जलभराव के बाद, पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भर गया, जिसने तीन छात्रों की जान ले ली। हादसे ने, जहां कोचिंग सेंटर संचालकों की लापरवाही को उजागर किया है, वहीं दिल्ली नगर निगम और दिल्ली सरकार भी सवालों के घेरे में हैं।

छात्रों और स्थानीय लोगों का कहना है, कि क्षेत्र में हर बार बारिश के मौसम में जलभराव होता रहा है, लेकिन पिछले दो साल से स्थिति बिगड़ती जा रही है। बताया जा रहा है, कि क्षेत्र में नालों की सफाई के लिये, स्थानीय लोग पिछले कई दिनों से स्थानीय पार्षद और विधायक से अनुरोध कर रहे थे। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हुयी।

इधर, अब इस दुःखद दुर्घटना के बाद दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 18 जून के इस वीडियो में, मेयर ओबेरॉय ने दावा किया था, कि इस बार मानसून के दौरान एमसीडी दिल्ली की जनता को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने देगी। वीडियो में वह यह भी कहती हैं, कि इस बार दिल्ली की जनता मानसून को इंजॉय करेगी।

अब विपक्षी दलों समेत, दिल्ली के लोग भी यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर, मेयर से सवाल पूछ रहे हैं, कि क्या यही इंजॉय करने की बात कही जा रही थी? उधर, दिल्ली की जल बोर्ड मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को मामले की जांच के निर्देश दिये हैं। वहीं, मेयर शैली ओबरॉय ने भी, एमसीडी आयुक्त को जांच को पत्र लिखा है।

छात्रों का आरोप, मौतों के आंकड़े घटाकर बताये जा रहे

स्थानीय निवासियों और छात्रों का आरोप है, कि दुर्घटना में जान गवांने वाले छात्रों की संख्या सिर्फ तीन बतायी जा रही है, जबकि बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे। कुछ लोगों का यह भी कहना था, कि राहत-बचाव अभियान के दौरान, क्षेत्र की लाइट काट दी गयी थी। इसके बाद अंधेरे में ही, शव निकाले गये, ताकि लोगों को सही जानकारी नहीं मिल सके।

दुर्घटना के बाद उठ रहे ये सवाल

  • कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे बनायी गयी? क्या यह नियमों का उल्लंघन नहीं है?
  • अगर एमसीडी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को, बेसमेंट में लाइब्रेरी की जानकारी थी, तो कार्रवाई क्यों नहीं की गयी?
  • जानकारी के बावजूद, बेसमेंट संबंधित नियमों के उल्लंघन पर, चुप्पी साधने वाले अफसरों पर क्या कार्रवाई होगी?
  • क्षेत्र में नालों की समय रहते सफाई क्यों नहीं करवायी गयी?
  • स्थानीय लोगों का कहना है, कि वे स्थानीय विधायक से लगातार नाले साफ करवाने को कह रहे थे, कार्रवाई क्यों नहीं की गयी?

विधायक बोले- एक साल में नहीं बन सकते सारे नाले

दुर्घटना की जानकारी पर, देर रात स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक भी मौके पर पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुये, उनसे नालों की सफाई के बारे में पूछा गया। इस पर विधायक ने कहा, कि इस क्षेत्र में 15 साल तक भाजपा के पार्षद थे, ऐसे में भाजपा को बताना चाहिये कि उन्होंने नाले की सफाई के लिये क्या किया। उनका कहना था, कि एक साल में सारे नाले नहीं बन सकते हैं। इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिये।

स्वाति मालीवाल बोलीं- यह आपदा नहीं, हत्या है

राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने भी, आम आदमी पार्टी सरकार और एमसीडी पर हमला बोला है। रविवार सुबह, मौके पर पहुंचकर स्वाति ने छात्रों से मुलाकात की और घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा, कि एमसीडी का कोई अधिकारी, दिल्ली सरकार का कोई मंत्री अब तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है।

उन्होंने कहा, कि देशभर से छात्र यूपीएससी की तैयारी के लिये दिल्ली आते हैं। और यहां छात्रों को इस तरह की मौत मिलती है। स्वाति का कहना है, कि उन्हें छात्रों ने बताया, कि उन्होंने 12 दिन पहले भी स्थानीय पार्षद को जलभराव के बारे मंें जानकारी दी थी, इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुयी, है तो इसके लिये पार्षद से लेकर दिल्ली सरकार तक सभी जिम्मेदार हैं।

कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में थी पार्किंग की अनुमति

एमसीडी मेयर डॉ. शैली ओबरॉय का कहना है, कि जिस कोचिंग सेंटर में हादसा हुआ है, उसका निर्माण 2021 में ही हुआ है। बताया कि, संस्थान के दस्तावेजों में साफ लिखा है, कि बेसमेंट का इस्तेमाल, पार्किंग और लिफ्ट एरिया के तौर पर ही किया जायेगा। इसी आधार पर अनुमति दी गयी थी। इसके बावजूद, वहां लाइब्रेरी संचालित किये जाने की जानकारी मिली है।

मेयर का कहना है, कि उन्होंने एमसीडी आयुक्त को भेजे पत्र में, दिल्ली के सभी कोचिंग सेंटरांे की जांच करने को कहा है। जिन भी संस्थानों में बेसमेंट में नियमों के विपरीत कक्षाएं या अन्य गतिविधियां की जा रही हैं, उन पर कार्रवाई की जायेगी। उनका कहना है, कि एमसीडी के कर्मचारियों की भी मिलीभगत सामने आती है, तो कार्रवाई की जायेगी।

आप ने दिल्ली को हादसों का शहर बना दिया

भारतीय जनता पार्टी ने, दर्दनाक हादसे को लेकर दिल्ली की मंत्री आतिशी मारलेना पर हमला बोला है। भाजा ने, आतिशी से इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुये, तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है। भाजपा का कहना है, कि इस तरह के हादसों के लिये आम आदमी पार्टी सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार है। भाजपा ने मेयर शैली ओबराय पर भी सवाल उठाया है। आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को हादसों का शहर बना दिया है।

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