Ivory Smugglers: उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने, वन्यजीव तस्कर गिरोह को दबोचने में बड़ी कामयाबी हासिल की है। एसटीएफ ने, हरिद्वार जिले में तीन हाथीदांत तस्करों को धर लिया। उनके पास से दो हाथीदांत भी बरामद किये गये हैं। बरामद हाथीदांतों का वजन सात से आठ किलो बताया जा रहा है।

एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने, रविवार को हरिद्वार के श्यामपुर थाने में, वारदात का खुलासा किया। उन्होंने बताया, कि बीते दिनों एडीजी एपी अंशुमन ने वन्यजीव तस्करी पर रोकथाम के निर्देश दिये थे। इस पर कार्रवाई करते हुये, उन्होंने सीओ आरवी चमोला के नेतृत्व में एसटीएफ, तराई केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर और थाना श्यामपुर की एक संयुक्त टीम बनायी थी।

टीम को सूचना मिली थी, कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से दो और हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र का रहने वाला एक तस्कर, हाथीदांत लेकर मूवमेंट करने वाले हैं। इस पर टीम ने जाल बिछा लिया। शनिवार देर शाम, श्यामपुर क्षेत्र से बिजनौर निवासी दो तस्करों को दबोचा गया, तो उनके पास से एक हाथीदांत बरामद कर लिया गया।

दोनों को श्यामपुर थाने में ले जाकर पूछताछ की गयी, जिसके बाद हरिद्वार निवासी तस्कर का नाम-पता मालूम हुआ। देर रात संयुक्त टीम ने, तीसरे तस्कर को भी दबोच लिया। उसके पास से भी एक हाथीदांत बरामद कर लिया गया। एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया, कि तीनों ने पूछताछ में लंबे समय से तस्करी की बात कबूल की है।

हाथीदांत के लिये हरिद्वार आने वाले थे खरीदार

जानकारी के अनुसार, पूछताछ में आरोपियों ने बताया, कि उनकी हाथीदांत को बेचने के लिये, कुछ लोगों से बातचीत हो चुकी थी। सौदा पटने के बाद, खरीदार शनिवार देर रात हरिद्वार आने वाले थे। इसके लिये ही वे, हाथीदांत लेकर निकल रहे थे। पुलिस आरोपियों की कॉल डिटेल और अन्य सूत्रों के जरिये खरीदारों के बारे में भी पता लगा रही है।

हाथीदांत कहां से हासिल किया, अभी स्पष्ट नहीं

एसएसपी अग्रवाल ने जानकारी दी, कि आरोपियों के पास जिस हाथी के दांत मिले हैं, उसका शिकार कहां किया गया था, यह अभी साफ नहीं हुआ है। बताया, कि आरोपियों से अभी पूछताछ की जा रही है। इसके बाद ही, पूरी जानकारी मिल सकेगी। बताया कि मामले में वन्न्यजीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

 

आरोपियों में से दो पहले भी जा चुके हैं जेल

एसटीएफ एसएसपी ने बताया, कि आरोपियों में से दो उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं, जबकि एक हरिद्वार का रहने वाला है। इन आरोपियों के नाम, गौतम सिंह निवासी कामगारपुर मंडावली बिजनौर, चंदन सिंह निवासी आमगारपुर मंडावली बिजनौर, और जितेंद्र सैनी निवासी नौरंगाबाद श्यामपुर हरिद्वार हैं।

एसएसपी अग्रवाल ने जानकारी दी, कि तीन में से दो आरोपी पहले भी, अलग-अलग मामलों में जेल जा चुके हैं। उन्होंने बताया, कि आरोपी गौतम सिंह वर्ष 2017 में, बिजनौर के मंडावली थाना क्षेत्रांतर्गत एक हत्या के मामले में जेल भेजा गया था। वहीं, जितेंद्र सैनी को 2017 में वन अधिनियम के एक मामले में जेल भेजा गया था।

एसटीएफ को दें वन्यजीव तस्करों की जानकारी

एसएसपी स्पेशल टास्क फोर्स आयुष अग्रवाल ने, आम जनता से भी वन्यजीव तस्करी पर लगाम के लिये, एसटीएफ का साथ देने की अपील की है। एसएसपी ने कहा, कि अगर किसी व्यक्ति को वन्यजीवों की तस्करी से जुड़ी कोई जानकारी मिलती है, तो एसटीएफ को 0135-2656202 पर कॉल कर बता सकता है।

संयुक्त टीम में ये अधिकारी-कर्मी शामिल रहे

एसएसपी ने बताया, कि संयुक्त टीम में एसटीएफ से इंस्पेक्टर एमपी सिंह, इंस्टपेक्टर अबुल कलाम, एसआई केजी मठपाल, बृजभूषण गुरूरानी, यादवेंद्र बाजवा, विद्यादत्त जोशी, हेड कांस्टेबल महेंद्र गिरी, किशोर कुमार, जगपाल सिंह, दुर्गा सिंह, रियाज अख्तर शामिल रहे।

वहीं, तराई केंद्रीय वन प्रभाग से रेंजर रूपनारायण गौतम, डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला, वन दरोगा पान सिंह मेहता, सुरेंद्र सिंह, वन आरक्षी अजय कुमार, नीरज सिंह रहे। थाना श्यामपुर के एसओ नितेश शर्मा, एसआई मनोज रावत, कांस्टेबल कृष्णा भारद्वाज, मोहन रावत, हरिद्वार रेंजर नेत्र सिंह, वन दरोगा धर्मपाल सिंह, वन आरक्षी प्रदीप शामिल रहे।

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