Uttarakhand Disaster Video: यमकेश्वर के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में मोहनचट्टी हादसे के बाद डीएम पौड़ी का घटनास्थल पर पहुंचना चर्चाओं में है। दरअसल, डीएम को जगह-जगह बाधित रास्तों के कारण रुकना पड़ा तो वह बाइक लेकर ही निकल गये। 35 किलोमीटर बाइक चलाकर डीएम घटनास्थल पर पहुंचे।

पौड़ी जिले के यमकेश्वर प्रखंड में सोमवार को मोहनचट्टी में बड़ा हादसा हुआ है। लक्ष्मणझूला क्षेत्र में गरुड़चट्टी से मोहनचट्टी तक सड़क जगह-जगह मलबा गिरने के कारण बाधित थी। ऐसे में पुलिस, sdrf टीम को भी घटनास्थल पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
उधर, घटना की जानकारी मिलते ही पौड़ी से जिलाधिकारी आशीष चौहान भी मोहनचट्टी के लिये निकले। व्यासघाट में रास्ता बंद था और यहां मलबा हटाने में लम्बा समय लगता देख डीएम वैकल्पिक रास्ते से जाने के लिये सतपुली-गुमखाल की ओर निकल गये।


इस मार्ग पर भी भारी मलबा आया हुआ था, जिसके कारण यहां से गाड़ी निकल पाना सम्भव नहीं था। ऐसे में डीएम ने गाड़ी यहीं छोड़ दी और गार्ड को साथ लेकर पैदल निकल गये। कुछ दूर चलने के बाद उन्हें स्थानीय ग्रामीण मिल गये।
उन्होंने ग्रामीणों से बात कर बाइक का इंतजाम किया और फिर गार्ड को लेकर 35 किलोमीटर का सफर बाइक से पूरा कर मोहनचट्टी में रिजॉर्ट तक पहुंचे और आपदा व मौके पर चल रहे राहत कार्यों का जायजा लिया।डीएम के इस कदम को खासा सराहा जा रहा है।

लक्ष्मणझूला में देर रात सड़क बंद: लक्ष्मणझूला क्षेत्र में पहाड़ियों से मलबा गिरने का सिलसिला देर रात तक बना रहा। सोमवार रात यहां पटना वाटरफॉल के पास भारी मलबा सड़क पर आ गया। देर रात तक पुलिसकर्मी यहां जेसीबी लेकर मार्ग खुलवाने में जुटे थे।
300 यात्री सुरक्षित निकाले: यमकेश्वर के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में गरुड़चट्टी से लेकर मोहनचट्टी तक जगह-जगह भारी मात्रा में मलबा गिरने से सड़क देर रात तक बंद रही। इस दौरान सड़क पर 300 के करीब यात्री वाहनों में फंसे रहे। पुलिस और sdrf टीमें देर रात तक उन्हें सुरक्षित निकालने में जुटी रहीं।