Uttarakhand Landslide: रुद्रप्रयाग जिले में एक सप्ताह के भीतर भूस्खलन की तीसरी बड़ी जानलेवा घटना हुयी है। फाटा तरसाली में केदारनाथ मार्ग पर गुजर रही कार पर पहाड़ अब चट्टान आ गिरी। इससे कार में सवार 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी।
रुद्रप्रयाग जिले में भूस्खलन की बड़ी घटनाओं में गौरीकुंड डाट पुलिया की घटना रही है। वहां तीन अगस्त की देर रात भूस्खलन के बाद मलबे की चपेट में आकर 23 लोग मन्दाकिनी नदी में बह गये थे। आठ दिन से लगातार जारी अभियान के बाद अब तक पांच शव बरामद किये जा सके हैं। 18 लोग अब भी लापता हैं।
इस घटना के दो दिन बाद गौरीकुंड में ही गौरी गांव के ऊपर पहाड़ी से भूस्खलन हो गया था। इस हादसे में दो बच्चों की जान चली गयी। अब तीसरी बड़ी दर्दनाक घटना केदारनाथ मार्ग पर गुप्तकाशी से गौरीकुंड के बीच फाटा तरसाली में हुयी है।
फाटा तरसाली में गुरुवार शाम भूस्खलन के बाद पहाड़ी से बड़ी चट्टानें और बोल्डर सड़क पर आ गिरे थे। इससे सड़क का करीब 60 मीटर हिस्से पर मलबे के ढेर लग गये। जानकारी मिलते ही पुलिस, आपदा प्रबंधन अधिकारी मौके पर पहुंच गये थे।
इस दौरान जानकारी मिली कि मलबे में एल स्विफ्ट डिजायर कार फंसी हुयी है। इसके बाद गुरुवार देर शाम से ही मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया था, लेकिन बड़े बोल्डर होने और बारिश के चलते खासी दिक्कतें आयीं। शुक्रवार सुबह दोबारा अभियान शुरू किया गया।
इस दौरान जेसीबी की मदद से मलबा हटाया गया तो कार नजर आने लगी। पहाड़ी से गिरे बड़े बोल्डरों की वजह से कार बुरी तरह पिचक गयी थी। इससे उसमें सवार पांचों लोगों की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार पहचान पत्रों के आधार पर इनकी पहचान जिगर आर मोदी, दिव्यांश पारीख, महेश देसाई, मनीष कुमार और मिंटू कुमार के तौर पर हुयी। ये लोग गुजरात के बताये जा रहे हैं।
पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिये भिजवा दिये हैं, परिजनों से सम्पर्क किया जा रहा है। उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन रजवार ने यात्रियों से अपील की है कि वे इन दिनों यात्रा से बचें और जहाँ भी हैं, वहीं सुरक्षित ठिकानों पर रहें। उन्होंने बताया कि तरसाली में मार्ग खुलने में अभी एक दिन और लग सकता है।