Uttarakhand Roads Blocked: उत्तराखंड में पिछले कुछ दिन से जारी, भारी बारिश के बाद, 185 सड़कें भूस्खलन और पहाड़ों से भारी मलबा गिरने के बाद, बंद हैं। इनमें 16 स्टेट हाईवे शामिल हैं। सबसे अधिक 91 सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की हैं। लोक निर्माण विभाग की ओर से, सड़कें खुलवाने के लिये, 165 जेसीबी लगवायी गयी हैं।

उत्तराखंड में पिछले चार दिन से, बारिश का दौर जारी है। इसका असर भी अब, पर्वतीय क्षेत्रों में परिवहन-यातायात व्यवस्था पर नजर आने लगा है। लगातार बरस रहे बादलों के कारण, पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन और पहाड़ियों के दरकने से, भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर गिरने से, आवाजाही ठप हो रही है।

लोक निर्माण विभाग की ओर से जारी, आंकड़ों के अनुसार राज्य में इस वक्त कुल 185 सड़कों पर आवागमन बंद है। इनमें 16 राज्य राजमार्ग, चार मुख्य जिला सड़कें, पांच अन्य जिला सड़कें, 69 ग्रामीण सड़कें सिविल और 91 प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कें शामिल हैं।

लोक निर्माण विभाग की ओर से, इन सड़कों को खोलने के लिये 165 जेसीबी और अन्य मशीनें लगवा दी गयी हैं। कुछ स्थानों पर, विभाग निजी जेसीबी संचालकों से भी मदद ले रहा है। जानकारी के अनुसार, स्टेट हाईवे पर 16, जिला सड़कों पर नौ, ग्रामीण सड़कों सिविल पर 62 और पीएमजीएसवाई की सड़कों पर 78 जेसीबी लगा दी गयी हैं।

पौड़ी जिले में सर्वाधिक 28 सड़कें मलबा गिरने से बंद

लोक निर्माण विभाग की जानकारी के अनुसार, टिहरी जिले में 15, चमोली जिले में छह, रूद्रप्रयाग जिले में 13, पौड़ी जिले में 28, उत्तरकाशी में तीन, देहरादून जिले में 10, पिथौरागढ़ जिले में 10, चम्पावत जिले में छह, अल्मोड़ा जिले में दो, नैनीताल जिले में दो सड़कें फिलहाल बंद हैं। इनमें से कुछ सड़कंें शनिवार को खुलने की उम्मीद है।

कोटद्वार-दुगड्डा-पौड़ी हाईवे यातायात के लिये खुला

कोटद्वार-पौड़ी नेशनल हाईवे 534 पर, शुक्रवार रात बारिश के बाद, कोटद्वार-दुगड्डा के बीच भारी मलबा आने से सड़क बंद हो गयी थी। देर रात से ही, पुलिस और लोक निर्माण विभाग की ओर से, सड़क को खोलने के प्रयास शुरू कर दिये गये थे। शनिवार सुबह, हाईवे खोल दिया गया है।

हालांकि, क्षेत्र में अब भी बारिश लगातार जारी है और पहाड़ी से मलबा धीरे-धीरे गिरता जा रहा है। इसे देखते हुये, मौके पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, जो वाहनों को सुरक्षित निकलवाने का काम कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों से, बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा पर निकलने की अपील की है।

बीन नदी का जलस्तर बढ़ने से बैराज-हरिद्वार मार्ग बंद

हरिद्वार से चीला बैराज होते हुये ऋषिकेश जाने वाला मार्ग भी बारिश के बाद बंद है। शुक्रवार रात भारी बारिश के बाद, यहां बीन नदी का जलस्तर बहुत अधिक बढ़ गया है। इसके बाद, यहां पुलिस ने वाहनों की आवाजाही रोक दी हैै। हरिद्वार और ऋषिकेश की ओर से आ रहे वाहनों को, पुलिसकर्मियों ने लौटा दिया।

चमोली में बद्रीनाथ हाईवे पर कई जगह गिरा मलबा

चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगह मलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया है। हाईवे पर, कोतवाली चमोली क्षेत्रांतर्गत भनेरपानी (पीपलकोटी), पुराना नगर पंचायत पीपलकोटी और छिनका के पास शुक्रवार रात भारी मलबा आ गया है।

इसके अलावा, थाना बद्रीनाथ क्षेत्रांतर्गत कंचनगंगा नाले के उफान पर आने के बाद, सड़क पर भारी मलबा भर गया है। वहीं, थाना जोशीमठ क्षेत्रांतर्गत पागलनाला व हेलंग के पास मलबा आने के कारण हाईवे बंद है। जबकि थाना गोविंदघाट क्षेत्रांतर्गत जोशीमठ और गोविंदघाट के बीच पिनौला घाट के पास पहाड़ी से स्लाइड आने के कारण हाईवे बंद हो गया है।

दूसरी ओर, गौचर में कमेड़ा के पास भी शुक्रवार रात पहाड़ी से भूस्खलन के बाद, भारी मलबा हाईवे पर आ गया था। शनिवार सुबह यहां मलबा हटाने के बाद, आवाजाही सुचारू कर दी गयी है। मौके पर वाहनों को सुरक्षित निकालने के लिये पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है।

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