Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में मानसूनी बारिश के साथ बरपा आपदा के कहर अब तक 1000 करोड़ से अधिक का नुकसान कर चुका है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों संग बैठक के बाद यह जानकारी दी।
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राज्य में इस बार बारिश मुसीबत बन गयी है। 500 से ज्यादा सड़कें राज्यभर में क्षतिग्रस्त हुयी हैं, कई पुल टूट गये हैं। नदियां कई घरों को बहाकर ले गयीं, जबकि भूस्खलन और ने हादसों में भी कई लोगों की जानें जा चुकी हैं।
हालात को देखते हुये मंगलवार को दिल्ली से लौटे पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित राज्य आपात परिचालन केंद्र में अधिकारियों संग बैठक की। सीएम ने राज्यभर में हुये नुकसान की जानकारी लेने के साथ अधिकारियों को अलर्ट रहने और प्रभावितों तक समय से राहत पहुंचाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लायी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपदों में खाद्यान्न से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। शासन के उच्चाधिकारियों एवं सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) August 22, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अतिवृष्टि, भूस्खलन से उत्तराखंड को 1000 करोड़ से अधिक की परिसम्पत्तियों का नुकसान हुआ है। कहा कि आपदा से बेघर हुये लोगों के पुनर्वास एवं रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी।
अनाथ बच्चों के लिये जल्द योजना: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा का विशेष योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा।