Uttarakhand Weather: इस बार मानसूनी बारिश कोटद्वार के पुलों के लिये कहर बनकर टूट रही है। एक के बाद एक पुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। मंगलवार रात देवी रोड पुल को पनियाली नाले ने खासा नुकसान पहुंचाया, वहीं खोह नदी पर झूला बस्ती के पास बना पुल ढहने के कगार पर जा पहुंचा है।
कोटद्वार में बीते दिनों से जारी बारिश ने मंगलवार को शहर से भाबर और नदी पार से दुगड्डा तक बड़ा नुकसान किया है। खोह, सुखरौ, मालन नदियों समेत पनियाली और अन्य गदेरों के पानी ने पूरे कोटद्वार में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। सबसे बड़ी दिक्कत आवाजाही को लेकर बनी हुयी है।
बारिश के बाद उफनाये नदी-गदेरों ने सबसे ज्यादा नुकसान पुलों को पहुंचाया है। क्षेत्र में पुलों को नुकसान का यह सिलसिला मालन नदी पर बना पुल ढहने से हुयी। यहां कोटद्वार-भाबर के बीच आवाजाही सुचारु रखने के लिये कुछ दिन पहले ही अस्थायी पुल बनाया गया था।
मंगलवार को भारी बारिश के बाद मालन नदी एक बार फिर उफान पर आ गयी, जिससे यहां बनाया गया अस्थायी रास्ता और पुल बह गये। इस दौरान पुल-रास्ते पर 22 लोग फंस गये थे। पुलिस और एसडीआरएफ ने कड़ी मशक्कत के बाद इन सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया था।
इसके चंद घण्टों बाद ही पनियाली गदेरे का जलस्तर इतना बढ़ गया कि गदेरे का पानी देवी रोड पुल तक जा पहुंचा। पानी और मलबे ने शहर को भाबर से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग के इस पुल के पुश्तों को खासा नुकसान पहुंचाया। मौके पर बुधवार सुबह से मलबा हटाने का काम जारी है।
विगत दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश से कोटद्वार में सभी नदी और नाले उफान पर हैं,पहाड़ी रास्तों पर भूस्खलन हो रहा है। मैं सभी कोटद्वार वासियों से अपील करती हूं कृपया नदी नालों के आसपास जाने से बचें।
— Ritu Khanduri Bhushan (Modi Ka parivar) (@RituKhanduriBJP) August 9, 2023
किसी भी आपदा की स्थिति में आमजन की सुरक्षा, बचाव और राहत के लिए सभी प्रबंध करने…
बारिश का कहर यहीं नहीं थमा। देर रात खोह नदी उफान पर आ गयी और शहर को नदी पार क्षेत्र से जोड़ने वाले झूला बस्ती पुल को चपेट में ले लिया। पुल की अप्रोच रोड टूटकर नदी में बह गयी है। इसके अलावा पुल के पुश्तों को भी गहरा नुकसान हुआ है। इससे पुल के गिरने का डर सताने लगा है।
विधायक ने ली जानकारी: विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने बुधवार को पुल का निरीक्षण कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने कौड़िया और नदियों के किनारे बसी कॉलोनियों में प्रभावित लोगों से मुलाकात भी की और मदद का भरोसा दिलाया।