उत्तराखंड में मानसूनी बारिश (Heavy Rainfall in Uttarakhand)अब कहर बरपाने लगी है। भारी बारिश के बीच गुरुवार को कोटद्वार में शहर को भाबर क्षेत्र से जोड़ने वाला मालन नदी पर बना पुल ढह गया।
उत्तराखंड में करीब चार दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते जहां राज्यभर में करीब पांच सौ सड़कों पर यातायात पूरी तरह बंद है, वहीं नदियों के उफनाने से भी मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। राज्य में अधिकतर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर हो चुका है, जिससे नदियों के किनारों पर बसे शहरों में लोगों की परेशानियां खासी बढ़ गयी हैं। नगरीय इलाकों में जहां लोग जलभराव से परेशान हैं, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार भूस्खलन मुसीबत का सबब बना हुआ है।
इस बीच गुरुवार सुबह कोटद्वार में कोटद्वार-भाबर क्षेत्र को जोड़ने के लिये मालन नदी पर बनाया गया पुल ढह गया। जानकारी के अनुसार इस पुल पर पिछले कुछ समय से लगातार पानी के बढ़ते बहाव से खतरा बना हुआ था। माना जा रहा है कि पुल के पिलर को मालन नदी के बढ़े जलस्तर से खासा नुकसान हुआ है, जिसके चलते पुल के एक ओर का एक पिलर हल्का झुक गया। पिलर में आये इस झुकाव के बाद पुल का करीब बीस मीटर लंबा एक स्लैब सीधा नदी में जा गिरा। बताया जा रहा है कि सुबह के वक्त हुये इस हादसे के दौरान कुछ लोग पुल पर से गुजर रहे थे, हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुयी है।
मालन नदी का यह पुल टूट जाने से अब भाबर के झंडीचैड़, सिगड्डी, घमंडपुरी, कलालघाटी आदि क्षेत्रों का संपर्क कोटद्वार शहर से टूट गया है। जानकारी के अनुसार अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और स्थिति का जायजा लेने के साथ भाबर क्षेत्र के लोगों के लिये वैकल्पिक व्यवस्था बनाने पर भी काम शुरू कर दिया गया है।