Bageshwar by-election: बागेश्वर में विधानसभा उपचुनाव से ऐन पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। 2022 के चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रहे रणजीत दास भाजपा में शामिल हो गये हैं। इससे चुनावी मैदान में उतरने से पहले ही भाजपा ने कांग्रेस को बड़ी शिकस्त दी है।
बागेश्वर विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का 26 अप्रैल 2023 को निधन हो गया था। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन के बाद बागेश्वर विधानसभा सीट खाली है। कुछ दिन पहले चुनाव आयोग ने बागेश्वर उपचुनाव की घोषणा की है।
इसके बाद भाजपा-कांग्रेस में उपचुनाव के लिये प्रत्याशी के नाम पर मंथन भी शुरू हो गया है। लेकिन इस बीच भाजपा ने कांग्रेस को बड़ी सियासी मात दे दी है। चुनाव से ऐन पहले भाजपा कांग्रेस नेता रणजीत दास को अपने पाले में लाने में कामयाब रही।
दिलचस्प यह है कि रणजीत दास 2022 में हुये विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे थे। ऐसे में माना जा रहा था कि पार्टी उपचुनाव में भी उन पर दांव खेल सकती है। वहीं, भाजपा में चंदन राम दास के परिवार से ही किसी को प्रत्याशी बनाने की चर्चाएं थीं।
अब रणजीत दास के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद उनके पार्टी प्रत्याशी होने की संभावना जतायी जा रही है। उधर, रणजीत के जाने से कांग्रेस को चुनाव से महज कुछ दिन पहले नया उम्मीदवार तलाशना और फिर चुनाव मैदान में उतरना कुछ मुश्किल हो सकता है।
इरादे भांप नहीं सकी कांग्रेस: कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी का पार्टी छोड़ देना साफ करता है कि कांग्रेस उनके इरादे भांप नहीं सकी। बताया जा रहा है कि चार दिन पहले देहरादून में पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव की बैठक में भी रणजीत दास मौजूद थे। इसके बावजूद पार्टी नेताओं को उनके अगले कदम की भनक तक नहीं लगी।
भाजपा चुनाव समिति की बैठक: बागेश्वर उपचुनाव को।लेकर भाजपा चुनाव समिति की बैठक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुयी। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, मंत्री धन सिंह रावत, मदन कौशिक रहे। तय हुआ कि उम्मीदवारों का पैनल जल्द केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जायेगा।