Char Dham Yatra 2023: उत्तराखंड के चारों धामों में इस बार यात्रियों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ सकती है। 22 अप्रैल से आरंभ हुयी चारधाम यात्रा में बीते पांच महीनों में 42 लाख से अधिक यात्री दर्शन करने पहुंच चुके हैं। यात्रा 14 नवंबर तक चलनी है। अब तक कुल पंजीकृत यात्री 47 लाख से अधिक हो चुके हैं। ऐसे में यात्रा समापन तक यात्रियों की संख्या 50 लाख से अधिक पहुंचने की पूरी उम्मीद है।
उत्तराखंड में चार धाम यानी गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शनों के लिये देश-दुनिया से हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस वर्ष 22 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खुल गये थे। श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल से खुले, जबकि 27 अप्रैल से श्रीबद्रीनाथ धाम में दर्शन आरंभ हुये।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से 24 सितंबर 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार अब तक 42 लाख 21 हजार 585 यात्री चारों धामों के दर्शन करने के लिये आ चुके हैं। इनमें गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब और गोमुख जाने वाले यात्रियों की भी संख्या शामिल है। सबसे अधिक यात्री अब तक श्रीकेदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिये पहुंचे हैं।
जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल से 24 सितंबर तक श्रीकेदारनाथ धाम में 25 अप्रैल से 24 सितंबर तक 13 लाख 47 हजार 559 यात्रियों ने दर्शन किये। 24 सितंबर को दर्शनार्थियों की संख्या 5803 रही। वहीं, श्रीबद्रीनाथ धाम में 27 अप्रैल से 24 सितंबर तक 13 लाख 35 हजार 789 यात्री पहुंच चुके हैं। इनमें 8145 ने रविवार यानी 24 सितंबर को धाम में दर्शन किये।
इसी तरह गंगोत्री धाम में 22 अप्रैल से 24 सितंबर तक सात लाख 51 हजार 891 यात्री पहुंचे, जिनमें से 3780 रविवार को दर्शन के लिये पहुंचे थे। वहीं, यमुनोत्री धाम में 24 सितंबर को 4074 यात्रियों ने दर्शन-पूजन किया। यमुनोत्री धाम में 22 अप्रैल से रविवार तक यात्रियों की कुल संख्या छह लाख 21 हजार 551 पहुंच चुकी है।
इनके अलावा गुरुद्वारा हेमकुंट साहिब के कपाट 22 मई को खुले थे। तब से 24 सितंबर तक यहां एक लाख 57 हजार 287 भक्त पहुंच चुके हैं। रविवार को यहां 375 लोगों ने मत्था टेका। हेमकुंट साहिब के कपाट 11 अक्टूबर को बंद होंगे। वहीं, गोमुख में भी बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं। एक अप्रैल 2023 से 24 सितंबर 2023 तक 7508 श्रद्धालु गोमुख दर्शन के लिये पहुंच चुके हैं।
श्रीबद्रीनाथ धाम और श्रीकेदारनाथ धाम के कपाट 14 नवंबर को बंद होने के साथ इस वर्ष की यात्रा का समापन होगा, जिसमें अभी करीब दो माह का समय शेष है। ऐसे में अब तक पहुंचे और पंजीकृत यात्रियों की संख्या को देखते हुये माना जा रहा है कि इस बार 50 लाख से अधिक यात्री चारधाम आने वाले हैं। पिछले साल यानी 2022 में 46 लाख 29 हजार 693 यात्री दर्शन के लिया चारधाम पहुंचे थे।
अक्टूबर में आने वाले हैं साढ़े चार लाख यात्रीः अक्टूबर में चारधाम यात्रा पर साढ़े चार लाख यात्री आने वाले हैं। 24 सितंबर 2023 तक चारधाम यात्रा पोर्टल पर अक्टूबर माह के लिये इतने यात्री पंजीकरण करवा चुके हैं। जानकारी के अनुसार हर रोज 30 से 50 तक यात्री पोर्टल पर चारधाम यात्रा के लिये पंजीकरण करवा रहे हैं। अब भी पोर्टल खुला हुआ है, जिस पर यात्री पंजीकरण करवा सकते हैं।
अगर आप भी चारधाम यात्रा करना चाहते हैं तो यहां क्लिक कर पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा टूरिस्ट केयर उत्तराखंड (Tourist Care Uttarakhand) एप के जरिये भी मोबाइल से पंजीकरण करवाया जा सकता है। 8394833833 नंबर पर व्हाट्सएप से भी पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके लिये इस नंबर पर यात्रा (Yatra) लिखकर भेजना होगा। आगे मैसेज से पंजीकरण संबंधी जानकारी मिल जायेगी।
अगस्त में दो दिन बंद रही यात्राः इस वर्ष जुलाई-अगस्त में भारी बारिश के बाद जगह-जगह भूस्खलन से चारों धामों के मार्गों को भारी नुकसान हुआ था। इसके चलते बीच में कई बार सड़कें बंद होने से आवागमन बाधित भी होता रहा। लेकिन अगस्त में भारी आपदा के बाद राज्य सरकार को दो दिन के लिये यात्रा बंद करनी पड़ी थी। इस दौरान 14 अगस्त और 15 अगस्त को यात्रा बंद रही थी।
दो साल कोरोना ने थाम लिये थे कदमः कोरोनाकाल के दौरान दो साल तक चारधाम यात्रा पर काफी बुरा असर डाला था। वर्ष 2020 में चारधाम दर्शन के लिये पहुंचे यात्रियों की संख्या में वर्ष 2019 के मुकाबले 90 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी। वर्ष 2020 में तीन लाख 30 हजार उनतालीस यात्री पहुंचे थे, जबकि 2019 में 34 लाख 77 हजार 957 यात्रियों ने चारधाम दर्शन किये थे।
इसके अगले साल यानी 2021 में वर्ष 2020 के मुकाबले यात्रियों की संख्या में कुछ बढ़ोतरी तो हुयी, लेकिन यह भी बीते वर्षों के लिहाज से काफी कम थी। वर्ष 2021 में पांच लाख 29 हजार 382 यात्री चारों धामों के दर्शन करने के लिये उत्तराखंड पहुंचे थे। इसके बाद पिछले साल यानी 2022 में यात्रियों की संख्या में खासी वृद्धि हुयी और 46 लाख से अधिक यात्री दर्शन के लिये चारधाम पहुंचे।
श्रीकेदारनाथ धाम के आरती दर्शनः श्रीकेदारनाथ धाम की यात्रा चारों धामों में सबसे दुष्कर मानी जाती है। यहां गौरीकुंड से करीब 15 किलोमीटर पैदल चलने के बाद ही दर्शनार्थी धाम तक पहुंचते हैं। हालांकि, घोड़े, कंडी-डांडी के अलावा धाम तक सीधी हेलीकॉप्टर सेवा भी उपलब्ध है। लेकिन, यात्रा पर नहीं आ पाने वाले भक्तों के लिये रुद्रप्रयाग पुलिस की ओर से नियमित अंतराल पर श्रीकेदारनाथ धाम की आरती के दर्शन वीडियो जारी कर करवाये जाते हैं।
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