Rudrapur News: रुद्रपुर के सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र स्थित नेस्ले फैक्ट्री में एक कर्मचारी की मौत पर बवाल हो गया। कर्मचारियों ने फैक्ट्री प्रबन्धन पर शोषण करने का आरोप लगाया है। इस दौरान मोर्चरी पहुंचे प्लांट हेड को भी कर्मचारियों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा। कर्मचारी की मौत की वजह अभी साफ नहीं है।

जानकारी के अनुसार मूलतः अल्मोड़ा निवासी खुशहाल सिंह रावत रुद्रपुर के सिडकुल स्थित नेस्ले फैक्ट्री में काम करते थे। वह यहां पत्नी और बच्चों संग आशीर्वाद कॉलोनी में किराये पर रह रहे थे। बताया जा रहा है कि रविवार सुबह करीब नौ बजे फैक्ट्री में काम करने के दौरान खुशहाल अचानक बेहोश होकर गिर पड़े।

साथी कर्मी उन्हें लेकर अस्पताल के लिये निकले, लेकिन रास्ते में खुशहाल ने दम तोड़ दिया। साथी की मौत की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों का गुस्सा भड़क गया। कर्मचारी बड़ी संख्या में अस्पताल और फिर वहां से पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गये। कर्मचारी फैक्ट्री प्रबन्धन को बुलाने की मांग करने लगे।

हंगामे की सूचना पर सिडकुल चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार पुलिस फोर्स संग मौके पर पहुंच गये। उन्होंने शव के पंचनामे और पोस्टमार्टम के लिये कहा, लेकिन कर्मचारियों का कहना था कि खुशहाल के परिजनों के पहुंचने के बाद ही वह आगे की कार्रवाई करेंगे। वे प्रबन्धन को भी बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

घटना के करीब पांच घंटे बाद प्लांट हेड दिनेश शर्मा पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्हें देख कर्मचारियों का गुस्सा और भड़क गया। कर्मचारी आरोप लगाने लगे कि खुशहाल की मौत की वजह प्रबन्धन द्वारा किये जा रहे शोषण के कारण बना मानसिक तनाव है। हालांकि, शर्मा का कहना था कि कर्मी की मौत को इस तरह जोड़ना ठीक नहीं है।

कर्मचारियों के भारी हंगामे के बाद पुलिसकर्मी हालात सामान्य करने के लिये शर्मा को वहां से हटा ले गये। उधर, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भी मौके पर पहुंच गये और पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सिडकुल की कम्पनियों में कर्मचारी हितों की जमकर अनदेखी की जा रही है। उन्होंने परिवार को उचित मुआवजे की मांग की।

परिवार को करेंगे हरसम्भव मदद: प्लांट हेड दिनेश शर्मा का कहना था कि कर्मचारी की मौत की घटना दुःखद है। लापरवाही के आरोपों को नकारते हुये कहा कि कर्मचारी को बेहोश देख फैक्ट्री डिस्पेंसरी ले जाया गया, जहां से अस्पताल के लिये भेजा गया था। कहा कि वह उच्च प्रबन्धन को जानकारी दे चुके हैं। परिवार की मदद की जायेगी।

फैक्ट्री में मशीनें बंद, काम ठप: खुशहाल सिंह की मौत की जानकारी मिलते ही फैक्ट्री में काम कर रहे कर्मचारियों ने भी काम बंद कर दिया। जानकारी के अनुसार कर्मचारियों ने मशीनें बंद कर दी हैं और फैक्ट्री के गलियारे में धरने पर बैठ गये हैं। बताया जा रहा है कि प्रबन्धन की ओर से उन्हें मनाने की कोशिशें की जा रही हैं।

पंचनामे के लिये मनाते रहे पूर्व विधायक: पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे पूर्व विधायक ठुकराल ने चौकी प्रभारी से जानकारी ली तो पता चला कि अब तक पंचनामा नहीं हुआ है। इस पर ठुकराल ने कर्मियों को समझाया कि वे पंचनामा जल्द भरवा दें, ताकि पोस्टमार्टम करने में देरी नहीं हो। हालांकि, कर्मचारी परिजनों के इंतजार की बात कहते रहे।

आठ महीने से चल रहा है आंदोलन: पोस्टमार्टम हाउस पर जुटे कर्मचारियों का कहना था कि वेतन, भत्तों, इंक्रीमेंट आदि मुद्दों पर करीब आठ महीने से उनका आंदोलन चल रहा है। कहा कि इसके बावजूद कम्पनी प्रबन्धन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। वहीं, प्लांट हेड शर्मा ने बताया कि कर्मियों की मांगों का मसला सहायक श्रम आयुक्त (एएलसी) संग त्रिपक्षीय वार्ता में सुलझाया जायेगा।

कैंटीन का खाना नहीं खा रहे कर्मी: नेस्ले में कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान भोजन के लिये कैंटीन उपलब्ध है। लेकिन कर्मचारी विरोधस्वरूप आठ महीने से बिना कुछ खाये लगातार आठ घन्टे काम कर रहे हैं। इस पर शर्मा का कहना था कि कैंटीन लगातार खुल रही है, वह कई बार नोटिस लगा चुके हैं कि कर्मचारी खाना खायें, लेकिन वे इस बात को नहीं मान रहे हैं।

चार्जशीट सौंपने का आरोप लगाया: कर्मचारियों का आरोप है कि उन्हें अलग-अलग तरीके से प्रबन्धन प्रताड़ित कर रहा है। आंदोलन शुरू होने के बाद कर्मियों को चार्जशीट सौंपी जा रही हैं। इसमें उन पर लापरवाही से काम के आरोप लगाये जाते हैं। बताया कि अब तक 60 से अधिक कर्मचारियों को चार्जशीट दी जा चुकी हैं।

रोती-बिलखती रही पत्नी: खुशहाल की पत्नी और बच्चे उनके साथ ही रहते हैं। पति की मौत की खबर पर पत्नी बच्चे संग पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गयी। इस दौरान वह रोती-बिलखती रहीं। साथ आयी पड़ोसी महिलाएं उन्हें किसी तरह सम्भालती रहीं। बताया गया कि उनके परिजन देर शाम तक रुद्रपुर पहुंच जायेंगे।

पुलिस टीम जांच के लिये प्लांट पहुंची: पुलिस की एक टीम घटना की जांच के लिये फैक्ट्री परिसर पहुंची। टीम ने कर्मचारी की मौत की वजह जानने के लिये मौका मुआयना किया। इसके अलावा घटना के वक्त आसपास मौजूद रहे अन्य कर्मचारियों से भी घटना के बारे में पूरी जानकारी ली गयी है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *