Cyber Crime: नैनीताल बैंक की नोएडा सेक्टर 62 शाखा में बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने बैंक से 16.5 करोड़ की रकम उड़ा ली। यह रकम अलग-अलग खातों में जमा करायी गयी है। साइबर थाना नोएडा में मुकदमा दर्ज कर, मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।

जानकारी के अनुसार, नैनीताल बैंक लिमिटेड की नोएडा सेक्टर 62 स्थित शाखा के, आईटी मैनेजर सुमित श्रीवास्तव ने साइबर क्राइम थाना को तहरीर सौंपी। इसमें आईटी मैनेजर श्रीवास्तव ने बताया, कि हाल में बैंक में बैलेंस शीट जांच के दौरान, पता चला कि 16.5 करोड़ की रकम गायब है। आगे जांच की गयी, तो पता चला कि यह राशि साइबर अपराधियों ने बैंक के खातों से उड़ा ली है।

सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने जानकारी दी, कि आईटी मैनेजर की ओर से दी गयी तहरीर पर, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्होंने बताया, कि मामले में पुलिस टीमों का गठन कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश में ठोस सुराग हाथ लगे हैं। सहायक पुलिस आयुक्त के अनुसार, जल्द ही पुलिस आरोपियों को दबोचने के साथ, उनसे रकम की रिकवरी भी की जायेगी।

बैंक का आरटीजीएस (RTGS) सर्वर हैक कर लिया

पुलिस के अनुसार, अब तक की जांच में पता चला है, कि साइबर अपराधियों ने, बैंक का आरटीजीएस सर्वर हैक कर लिया था। आरटीजीएस यानी रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (Real Time Gross Settlemrnt), रकम के स्थानांतरण का माध्यम है।

इस ऑनलाइन मनी ट्रांसफर व्यवस्था में, रकम एक क्लिक पर एक से दूसरे खाते में पहुंच जाती है। सर्वर हैक कर लेने से, साइबर अपराधियों की पहुंच, बैंक के आरटीजीएस सिस्टम तक हो गयी थी, जिसका इस्तेमाल रकम को स्थानांतरित करने मंे किया गया।

बैंक प्रबंधक के लॉगइन आईडी का किया इस्तेमाल

अब तक की जांच में पता चला है, कि सर्वर हैक करने के बाद भी, साइबर अपराधियों को आरटीजीएस मनी ट्रांसफर के लिये, बैंक की आधिकारिक आईडी और पासवर्ड की जरूरत थी। अपराधियों ने, बैंक सर्वर से ही, सेक्टर 62 शाखा के प्रबंधक की लॉगइन आईडी और पासवर्ड हासलि किया। इसके बाद, प्रबंधक की आईडी के जरिये ही, रकम को ट्रांसफर किया गया है।

89 खातों में ट्रांसफर की गयी है 16.5 करोड़ की रकम

सहायक पुलिस आयुक्त विवेक रंजन राय ने जानकारी दी, कि अब तक की जांच में मालूम हुआ है, कि साइबर अपराधियों ने, बैंक से उड़ायी रकम, आरटीजीएस के जरिये 89 खातों में ट्रांसफर की है। हालांकि, यह संख्या अधिक भी हो सकती है। इन खातों के बारे में और अधिक जानकारी जुटायी जा रही है।

पांच दिन में पूरी वारदात को अंजाम दिया गया

सहायक पुलिस आयुक्त विवेक रंजन राय ने बताया, कि बैंक अधिकारियों से मिली जानकारी और रिकॉर्ड से साफ हुआ है, कि साइबर अपराध की यह वारदात, पांच दिन में अंजाम दी गयी। बताया कि 16 से 20 जून के बीच सर्वर हैक करके, रकम खातों में ट्रांसफर की जाती रही। हर दिन अलग-अलग खातों में रकम इस तरह डाली गयी, कि तुरंत संदेह नहीं हो।

84 से अधिक बार में खातों में ट्रांसफर की गयी रकम

आरंभिक जांच में, मालूम हुआ है कि साइबर अपराधियों ने, नैनीताल बैंक के खाते से रकम ट्रांसफर करने के लिये, 84 से अधिक बार आरटीजीएस का इस्तेमाल किया है। नोएडा साइबर पुलिस ने कुछ आईपी एड्रेस की जानकारी जुटा ली है। इनकी लोकेशन के बारे में पता लगाया जा रहा है।

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