Google Chrome: अपने फोन, लैपटॉप, कम्प्यूटर, टैबलेट या अन्य किसी भी डिवाइस पर आप इंटरनेट सर्चिंग के लिये गूगल क्रोम का उपयोग करते हैं, तो यह खबर आपके लिये ही है। केंद्र सरकार की एजेंसी इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की ओर से जारी एडवाइजरी में गूगल क्रोम यूजर्स को सावधान रहने की सलाह दी गयी है।

CERT-In लगातार विभिन्न ऑनलाइन ब्राउजर, ऑपरेटिंग सिस्टम्स, सोशल मीडिया प्लेटफार्म की निगरानी के साथ उनमें जोखिम के स्तरों की भी पहचान करता रहता है। कुछ ही समय पहले ईसीआरटी ने गूगल क्रोम पर खामियों की जांच की, खुद गूगल ने भी अपने बग रिसर्चर्स की मदद से इस पर जानकारी दी। इस संबंध में CERT-In की पूरी रिपोर्ट आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

CERT-In ने बताया है कि Google Chrome पर कुछ ऐसी तकनीकी खामियां मौजूद हैं, जो इसे हैकर्स के लिये आसान निशाना बना सकती हैं। गूगल को रिमोटली कंट्रोल किया जा सकता है। यही नहीं, हैकर्स आपकी जानकारी में आये बिना मैलिशियस कोड आपके फोन, कम्प्यूटर या अन्य डिवाइस में डाल सकते हैं। इस तरह हैकर्स यूजर्स की डिवाइस में अपनी पैठ बनाकर संवेदनशील जानकारी चुरा सकते हैं।

CERT-In और गूगल ने भी सलाह दी है कि यूजर्स अपने क्रोम ब्राउजर को लगातार चेक करें और अपडेट उपलब्ध होते ही ब्राउजर को अपडेट कर लें। हर अपडेट के साथ गूगल ब्राउजर में सुरक्षा फीचर्स को बढ़ा देता है। ऐसे में ब्राउजर को अपडेट करते ही आपकी डिवाइस पर भी गूगल की ओर से जारी किये गये नये सुरक्षा फीचर्स काम करने लगते हैं, जो आपकी डिवाइस को पहले से ज्यादा सुरक्षित बना पाते हैं।

बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम भी ठप हो गये थे। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही इन्हें दोबारा चालू कर लिया गया था, लेकिन इस दौरान दुनियाभर के करोड़ों उपभोक्ता परेशान रहे। मेटा की ओर से इस गड़बड़ी को तकनीकी खामी बताया गया था।

सर्च इंजन मार्केट में 90 फीसदी कब्जा Google का
ऑनलाइन दुनिया में सर्च इंजन्स की बात करें तो सबसे ज्यादा हिस्सेदारी गूगल की ही है। फरवरी 2024 के एक सर्वे के अनुसार सर्च इंजन्स पर जाने वाले उपभोक्ताओं में से 91.62 प्रतिशत यूजर्स गूगल पर भरोसा करते हैं। दूसरे नंबर पर 3.31 फीसदी के साथ बिंग, तीसरे पर यैनडेक्स 1.84 प्रतिशत और चौथे पर 1.08 फीसदी के साथ याहू है। इससे साफ है कि दुनियाभर के यूजर्स ऑनलाइन सर्चिंग के लिये गूगल का ही सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं।

भारत में 98 फीसदी यूजर्स की पसंद है गूगल
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार भारत में तो 98.11 प्रतिशत यूजर्स वेब ब्राउजिंग के लिये गूगल का ही इस्तेमाल करते हैं। दूसरे नंबर पर बिंग आता है, जिसे महज 1.13 प्रतिशत यूजर्स प्रयोग कर रहे हैं, जबकि याहू को भारत में सिर्फ 0.39 फीसदी यूजर्स की वेब ब्राउजिंग के लिये इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में भारत के यूजर्स के लिये ईसीआरटी की सलाह बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है।

हर छह सप्ताह में अपडेट होता है Google Chrome
यूं तो गूगल क्रोम को अपडेट करने की जरूरत नहीं होती है, क्योंकि यह हर छह सप्ताह में स्वतः अपडेट होता रहता है। गूगल खुद लगातार क्रोम को बेहतर बनाने के लिये यह अपडेट करता है, लेकिन अगर किसी वजह से आपके फोन, कम्प्यूटर या अन्य डिवाइस पर यह अपडेट नहीं हुआ हो तो आपको स्वयं ही यह अपडेट करना होगा।

कैसे पता करें कि आपका Google Chrome अपडेट है या नहीं?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके फोन, कम्प्यूटर या अन्य डिवाइस पर गूगल क्रोम अपडेट है या नहीं, तो इसके लिये आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे। आप अपने फोन पर गूगल प्ले स्टोर पर जायें और Google Chrome टाइप करें। अगर क्रोम के लिये अपडेट उपलब्ध है तो यहां Open और Update, ये दोनों विकल्प नजर आयेंगे। अपडेट पर क्लिक करते ही, आपका क्रोम अपडेट हो जायेगा। अधिक जानकारी के लिये, आप इस लिंक को क्लिक कर सकते हैं। अगर आप कंप्यूटर, लैपटॉप पर क्रोम अपडेट करना चाहते हैं, तो इस लिंक को क्लिक कर सकते हैं।

CERT-In की सलाह पर जरूर दें ध्यान
मोबाइल फोन पर ब्राउजर के इस्तेमाल के अलावा अन्य क्या सावधानियां बरतनी चाहिये, यह बताने के लिये सीईआरटी लगातार एडवाइजरी जारी करता रहता है। फोन पर होने वाले फ्रॉड, फर्जी पेमेंट लिंक्स, लोन कॉल्स, पासवर्ड हैकिंग जैसी परेशानियों से बचाव के लिये एजेंसी की एडवाइजरी को आप यहां क्लिक कर देख सकते हैं।

क्रोम पर ब्राउजिंग के वक्त रखें ध्यान

  • ब्राउजर पर सुरक्षित यूआरएल को ही खोलें
  • किसी भी अनजान लिंक पर बिना सोचे-विचारे क्लिक नहीं करें
  • किसी भी थर्ड पार्टी लिंक पर क्लिक नहीं करें
  • अगर आपके पास कोई मेल आये, लेकिन आपको उसका सोर्स संदिग्ध लगे, तो उसे खोलने से बचें
  • यह जरूर ध्यान रखें कि आप गूगल या अन्य किसी भी प्लेटफार्म पर अपनी क्या जानकारी दे रहे हैं

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