Dwarahat Matter: द्वाराहाट में विधायक मदन बिष्ट और इंजीनियरिंग कॉलेज निदेशक केएस मेर के बीच शुरू हुये विवाद की सियासी आंच और बढ़ गयी है। विधायक का वीडियो वायरल होने के बाद से उनके खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच भाजपा ने एक ऑडियो क्लिप भी वायरल किया है। दावा है कि यह क्लिप विधायक का ही है।
अल्मोड़ा जिले का द्वाराहाट विधानसभा क्षेत्र इन दिनों सियासी सरगर्मियों का केंद्र बना हुआ है। आरोप है कि स्थानीय विधायक मदन सिंह बिष्ट ने बीते दिनों बिपिन चंद्र त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान पहुंचकर वहां के निदेशक प्रो. केकेएस मेर के साथ अभद्रता की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इस घटना के अगले ही दिन निदेशक प्रो. केकेएस मेर की ओर से पुलिस को तहरीर सौंपी गयी थी, जिसमें विधायक पर अभद्रता का आरोप लगाया गया था। निदेशक ने परिवार के लिये पुलिस से सुरक्षा भी मांगी थी। पुलिस निदेशक की ओर से दी गयी इस तहरीर के आधार पर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चुकी है।
दूसरी ओर, विधायक की ओर से भी पुलिस को तहरीर सौंपी गयी थी। विधायक मदन बिष्ट ने आरोप लगाया कि वह संस्थान के कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर ही बात करना चाहते थे। इस दौरान निदेशक की ओर से उनके साथ अभद्रता की गयी। विधायक की इस तहरीर के आधार पर पुलिस की जांच जारी है।
इस बीच द्वाराहाट लगातार सियासी सरगर्मियों का केंद्र बना हुआ है। विधायक बिष्ट के बहाने कांग्रेस भी भाजपा और अन्य दलों के निशाने पर आ गयी है। पूर्व विधायक और यूकेडी नेता पुष्पेश त्रिपाठी घटना की जांच की मांग कर चुके हैं, वहीं भाजपा की ओर से लगातार क्षेत्र में प्रदर्शन किये जा रहे हैं।
गुरुवार को भी भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने द्वाराहाट में प्रदर्शन कर पुतला दहन किया। दूसरी ओर, कॉलेज के छात्र भी लगातार विधायक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, इंजीनियरिंग कॉलेज की मैस के कर्मचारी वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर विधायक के साथ नजर आ रहे हैं।
उधर, भाजपा द्वाराहाट ने एक ऑडियो क्लिप जारी की है, हालांकि यह ऑडियो क्लिप किसकी है, इसकी पुष्टि Tagnewslist.com नहीं करता है। भाजपा का दावा है कि यह ऑडियो क्लिप निदेशक और विधायक के बीच फोन पर हुयी बातचीत की है। क्लिप में जिस शख्स की आवाज को विधायक की आवाज बताया गया है, वह जमकर गालीगलौज कर रहा है। इस दौरान वह यह भी कह रहा है कि संस्थान के पूर्व रजिस्ट्रार को भी उसने फंसाया था।
वायरल वीडियो की होगी जांचः भाजपा द्वाराहाट के फेसबुक पेज समेत सोशल मीडिया पर वायरल हुये ऑडियो और वीडियो क्लिप की पुलिस जांच कराने की तैयारी में है। बताया जा रहा है कि ऑडियो क्लिप और वीडियो में सुनायी दे रहीं आवाजें विधायक की ही हैं या नहीं, इसकी जांच की जायेगी। इसके लिये जल्द ही विधायक की आवाज का सैंपल लेने की भी जानकारी मिली है।
विधायक बोले, मुझे गेट लॉस्ट कहाः विधायक मदन सिंह बिष्ट का कहना है कि अधिकारियों की ओर से विधायक और जनप्रतिनिधियों का फोन अटेंड नहीं करना गलत है। इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से आदेश जारी किये जाने के बाद भी कहीं पालन नहीं हो रहा है।विधायक बिष्ट का कहना है कि इस मामले में भी छह बार लगातार फोन अटेंड नहीं करने पर वह बात करने के लिये संस्थान परिसर में पहुंचे थे।
उनका कहना है कि वह यह मामला विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के सामने भी रखेंगे।विधायक ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण के लिये स्थानीय लोगों ने अपनी जमीनें दी थीं, तब संबंधित लोगों को रोजगार देने का वादा किया गया था। लेकिन हालत यह है कि इन परिवारों के बच्चे आज संस्थान की मैस में बर्तन मांज रहे हैं, वहां भी उन्हें नाममात्र का वेतन दिया जा रहा है।
उनका कहना है कि वह इन्हीं कर्मचारियों का वेतन बढ़वाने के मसले को लेकर निदेशक से बात करना चाहते थे। लेकिन जब वह पहुंचे तो निदेशक ने उन्हें गेट लॉस्ट फ्रॉम हेयर कहकर अभद्रता की। विधायक ने आरोप लगाया है कि संस्थान निदेशक भाजपा और आरएसएस के इशारे पर काम कर रहे हैं।
विधायक ने आरोप लगाया कि संस्थान के दैनिक वेतनकर्मियों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, जबकि संस्थान के करोड़ों के टेंडर गलत तरीके से बाहरी लोगों को दिये जा रहे हैं। मुकदमे के सवाल पर विधायक का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका मिलेगा।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष का दावा, मुझे पीटा गयाः कांग्रेस जिलाध्यक्ष नारायण सिंह रावत ने थाने में पुलिस अधिकारियों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि संस्थान निदेशक के कहने पर उनके साथ मारपीट की गयी है। रावत ने कहा कि घटना वाली रात विधायक के संस्थान में पहुंचने की जानकारी पर वह भी वहां पहुंचे थे।
वह और विधायक कर्मचारियों की मांगों पर बातचीत करना चाहते थे। आरोप लगाया कि इस दौरान निदेशक के इशारे पर संस्थान के सुरक्षाकर्मियों और कुछ अन्य ने उनके साथ मारपीट की। रावत ने पुलिस से मेडिकल कराने की मांग की और कहा कि अगर उनका आरोप गलत निकला तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।
विधायक पर आरोपों से कांग्रेस असहजः अपने विधायक पर लग रहे गंभीर आरोपों के बाद कांग्रेस फिलहाल असहज नजर आ रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा इस मामले में पार्टी आलाकमान की ओर से ही कार्रवाई की बात कह रहे हैं, वहीं प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव ने इस मामले की जांच कराने की बात कही है।
पूर्व सीएम हरीश रावत बोले, अफसर फोन नहीं उठातेः पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विधायक को लेकर तो कुछ स्पष्ट नहीं कहा है, लेकिन राज्य में अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने पर चर्चा की है और इसे राज्य के लिये गलत करार दिया है। उन्होंने इस संबंध में एक दिन पहले फेसबुक पर पोस्ट डाली है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने लिखा है- यह अकेले श्री मदन बिष्टजी की समस्या नहीं है। यह दर्द और शिकायत, विपक्ष के सभी नेतागणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की है! जो अधिकारी मलाईदार पदों पर हैं उनके लिए तो विपक्षी नेता का टेलीफोन उठाना मलाई से वंचित रहने जैसा है।
रावत ने लिखा है- विपक्ष के नेताओं का टेलीफोन न उठाना, भाजपा और वर्तमान सत्ता के प्रति उनकी वफादारी का मापदंड बन गया है। हम तो विरोध पक्ष हैं निभा लेंगे, स्थिति से जूझने का हौसला पैदा कर लेंगे। मगर ब्यूरोक्रेसी के ऊपर इस तरह की चर्चाओं का कितना दुष्प्रभाव पड़ रहा होगा, मैं इसको लेकर के चिंतित हूं।