ED In Haldwani: यूरोप और अमेरिका में नशे के धंधे में धरे गये बनमीत सिंह के घर पहुंची प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम 24 घंटे से भी अधिक समय तक जांच के बाद लौट गयी है। बताया जा रहा है कि बनमीत के घर से उसके भाई को ईडी गिरफ्तार कर साथ ले गयी है। हालांकि, स्थानीय पुलिस की ओर से इस पर अभी अधिक जानकारी नहीं दी जा रही है।

हल्द्वानी के तिकोनिया के पास गुरू तेगबहादुर गली स्थित गंगा सिंह कॉलोनी में शुक्रवार सुबह देहरादून पुलिस के साथ ईडी के अधिकारियों की टीम पहुंची थी। 12 वाहनों में आये ईडी अधिकारी यहां रहने वाले सुरजीत सिंह नरूला के घर गये, जिसके बाद घर का गेट बंद कर दिया गया था। सुबह छह बजे से घर में सुरजीत और उनके परिजनों से पूछताछ और घर पर मौजूद दस्तावेजों की जांच की जा रही थी।

बताया गया था कि सुरजीत सिंह नरूला के बेटे बनमीत सिंह नरूला को अमेरिका और यूरोप में नशे का कारोबार करने और मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप में सजा सुनायी गयी है। बनमीत को करीब एक सप्ताह पहले ही अमेरिका की अदालत में सजा मिली है। उसे 2019 में लंदन में गिरफ्तार किया गया था, जहां से 2023 में उसे अमेरिका भेजा गया था।

ईडी की टीम शुक्रवार सुबह छह बजे से शनिवार सुबह तक 24 घंटे से भी अधिक समय तक बनमीत के घर पर रही और इस दौरान लगातार उसके पिता व अन्य परिजनों से बनमीत के बारे में पूछताछ की जाती रही। बताया जा रहा है कि ईडी की टीम बनमीत के घर से दोपहर करीब 12 बजे उसके भाई तलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी है।

घर से कई दस्तावेज, बैंक रिकॉर्ड भी जब्त किये

जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम ने घर पर जांच के दौरान सभी परिजनों के पूरे बैंक रिकॉर्ड खंगाले। घर पर मौजूद कई अन्य दस्तावेजों की भी बारीकी से जांच की गयी है। शनिवार सुबह टीम बनमीत के घर से बड़ी संख्या में दस्तावेज और पूरे परिवार के बैंक रिकॉर्ड भी अपने साथ लेकर गयी है।

सिर्फ चाभी बनाने वाले को घर में बुलाया

ईडी की टीम के घर में घुसने के साथ ही स्थानीय पुलिसबल सुरजीत सिंह नरूला के घर के बाहर जम गया था। घर के आंगन में पुलिसकर्मी मौजूद थे। इसके बाद किसी को भी घर के भीतर नहीं जाने दिया गया। घर में कामकाज के लिये आने वालों को भी शुक्रवार को पुलिसकर्मियों ने लौटा दिया था। वहीं, घर के अंदर से भी किसी को बाहर नहीं भेजा गया।

बताया जा रहा है कि पूछताछ और जांच के दौरान घर में अलमारियों, लॉकरों की जांच के दौरान चाभियां नहीं मिलने की बात सामने आयी। इसके बाद ईडी अधिकारियों के निर्देश पर शुक्रवार दोपहर बाद एक चाभी बनाने वाले को ही घर के भीतर ले जाया गया था। इसके अलावा और कोई भी बाहरी शख्स भीतर नहीं गया।

15 करोड़ डॉलर का सुराग तलाश रही है टीम

अमेरिका की अदालत ने बनमीत को सुनायी गयी सजा में उससे 15 करोड़ डॉलर यानी करीब 12.5 अरब रुपये की रकम जब्त करने को कहा है। अमेरिकी अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि वर्ष 2012 से 2017 के बीच अमेरिका के सभी 50 प्रांतों और कनाडा, इंग्लैंड समेत यूरोप के अन्य देशों में नशे का धंधा करके बनमीत ने यह रकम कमायी थी।

अमेरिकी अदालत में सुनवाई के दौरान 26 जनवरी को बनमीत ने न सिर्फ नशे का धंधा करने की बात कबूल की थी, बल्कि उसने यह भी माना था कि वह मनी लॉन्ड्रिंग भी कर रहा था। बनमीत का परिवार हल्द्वानी में रहता है। ऐसे में आशंका है कि उसने अपने काले कारोबार से की कमाई का हिस्सा संभवतः यहां भी भेजा हो।

जानकारी के अनुसार, बनमीत की कमाई क्या उसके परिवार तक पहुंची, अगर पहुंची तो परिवार ने उस रकम का कहां और किस तरह इस्तेमाल किया। परिवार ने बीते कुछ वर्षों में कहां-कितनी संपत्ति अर्जित की है, इन जैसे कई सवालों के जवाब तलाशने के लिये ही ईडी की टीम हल्द्वानी पहुंची थी।

दवा कारोबारी से नशे का धंधेबाज बना बनमीत

जानकारी के अनुसार, वर्ष 2011 तक बनमीत हल्द्वानी में दवाओं का कारोबार किया करता था। 2012 में वह इंग्लैंड के लंदन चला गया था। तबसे वह वहीं पर रह रहा था। अब अमेरिका में सजा मिलने के बाद मालूम चला है कि वह अमेरिका और यूरोप में लंबे समय तक नशे का धंधेबाज बना हुआ था और 2019 से पहले लंदन पुलिस और फिर अमेरिकी जांच एजेंसियों के शिकंजे में था।

 

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