ED in Haldwani: उत्तराखंड के हल्द्वानी से बड़ी खबर आ रही है। यहां तिकोनिया के पास स्थित आवासीय कॉलोनी के एक घर में केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम के छापे की सूचना है। बताया जा रहा है कि एजेंसी की टीम तड़के ही इस घर में पहुंच गयी थी, जिसके बाद परिवार से पूछताछ की जा रही है। 16 घंटे से भी अधिक समय से घर में परिवार से पूछताछ के अलावा दस्तावेजों की जांच जारी है।

जानकारी के अनुसार हल्द्वानी के तिकोनिया चौराहा के पास गुरु तेगबहादुर गली की गंगा सिंह कॉलोनी में सुरजीत सिंह नरूला का घर है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे केंद्रीय जांच एजेंसी की एक टीम सुरजीत के घर पर पहुंची। टीम के घर के भीतर घुसने के बाद रात 10 बजे तक 16 घंटे से भी अधिक समय हो चुका है।

सुरजीत के घर जांच के लिये पहुंची टीम किस एजेंसी की है, यह अभी साफ नहीं हो सका है, लेकिन संभावना जतायी जा रही है कि यह टीम प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की है।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह सुरजीत सिंह नरूला के घर पर देहरादून पुलिस के साथ पहुंचे ईडी के अधिकारी दस से अधिक गाड़ियों में आये। इनके पहुंचते ही स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। मोहल्ले में अचानक इतनी गाड़ियों में पुलिस और जांच अधिकारियों को देख लोगों में खलबली मच गयी।बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी मौके पर जुटे हुये हैं।

भारी पुलिसबल तैनात, किसी को जाने की इजाजत नहीं

टीम के सुरजीत नरूला के घर के भीतर घुसते ही बाहर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। पुलिसकर्मी घर के आंगन में बैठे हैं, लेकिन गेट किसी के लिये खोला नहीं जा रहा है। घर से पिछले सात घंटे में न तो कोई बाहर निकला है, न ही किसी को अब तक घर के भीतर जाने दिया गया है।

सुरजीत के बेटे बनमीत को छह दिन पहले अमेरिका में नशे का कारोबार चलाने पर सुनायी गयी है पांच साल की सजा

जानकारी के अनुसार, सुरजीत सिंह के घर छापेमारी को अमेरिका में हल्द्वानी निवासी बनमीत सिंह (40) को सजा सुनाये जाने से जोड़कर देखा जा रहा है। बनमीत सुरजीत सिंह का पुत्र बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बनमीत ने अमेरिका में नशे का कारोबार चलाने की बात कबूल की थी।

उसने अमेरिका में प्रतिबंधित कई दवाओं की सप्लाई की बात भी कबूली है। अमेरिका की अदालत ने छह दिन पहले यानी 20 अप्रैल को बनमीत को पांच साल की सजा सुनायी है। अमेरिकी जांच एजेंसियां उसे 2023 में लंदन से अमेरिका लेकर गयी थीं। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग के भी आरोप हैं।

इंग्लैंड में पांच साल पहले पकड़ा गया था बनमीत

जानकारी के अनुसार बनमीत सिंह को 2019 में इंग्लैंड के लंदन में गिरफ्तार किया गया था। यूरोप से अमेरिका में प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई की जांच के दौरान अमेरिकी जांच एजेंसियों को बनमीत सिंह का सुराग मिला था। इसके बाद अमेरिका के अनुरोध पर उसे पकड़ा गया। मार्च 2023 में लंदन ने बनमीत को अमेरिका की जांच एजेंसियों को प्रत्यर्पित किया।

15 करोड़ अमेरिकी डॉलर जब्त करने का है आदेश

जानकारी के अनुसार, अमेरिकी जांच एजेंसियों की जांच में मालूम चला कि बनमीत सिंह ने यूरोप-अमेरिका में प्रतिबंधित दवाओं, नशे के धंधे से करीब 15 करोड़ डॉलर की कमाई की है। अमेरिकी अदालत ने यह रकम जब्त करने का आदेश दिया है। ऐसे में हल्द्वानी में चल रही जांच को इस रकम से जुड़े दस्तावेज और साक्ष्य हासिल करने से जोड़कर देखा जा रहा है।

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डार्क वेब पर चलता था धंधा, क्रिप्टोकरेंसी से बिक्री

अमेरिका और लंदन में हुयी पूछताछ के दौरान बनमीत सिंह ने बताया था कि वह प्रतिबंधित दवाओं के कारोबार के लिये डार्क वेब का इस्तेमाल कर रहा था। उसने डार्क वेब पर सिल्क रोड, अल्फा बे, हंसा जैसी कई वेबसाइट्स बनायी हुयी थीं। डार्क वेब पर ही वह ऑर्डर लेता था और क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान लेने के बाद दवाओं की सप्लाई करता था। डार्क वेब और क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल से मनी फ्लो का पता लगाना आसान नहीं था।

इन दवाओं की बिक्री में मिली है सजा

जानकारी के अनुसार, बनमीत सिंह ने अमेरिका की अदालत में दिये अपने बयानों में कबूल किया कि वह अमेरिका में प्रतिबंधित फेंटेनाइल, एलएसडी, एक्स्टसी, जैनेक्स, केटामाइन और ट्रामाडोल की सप्लाई किया करता था। अमेरिकी जांच एजेंसियां बनमीत सिंह के नेटवर्क में शामिल और लोगों की भी तलाश कर रही हैं।

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