Election Results 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिये, अंतिम चरण का मतदान, जारी है। इसके साथ ही, चार जून को मतगणना की तैयारियां भी शुरू हो गयी हैं। उत्तराखंड की पांच संसदीय सीटों की बात करें, तो यहां सबसे पहले टिहरी के सांसद का नाम घोषित होगा। वहीं, सबसे अंत में गढ़वाल लोकसभा सीट के परिणाम आने के आसार हैं।
उत्तराखंड में 82 लाख 43 हजार 423 मतदाता पंजीकृत हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के लिये, राज्य की पांच सीटों पर, 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान हुआ था। मतदान के लिये उत्तराखंड में 14 हजार से अधिक मतदान केंद्र राज्यभर में बनाये गये थे। राज्य में मतदान का कुल प्रतिशत 58 प्रतिशत रहा।
अब, लोकसभा चुनाव अपने समापन पर पहुंच चुका है। सातवें चरण के लिये, आठ राज्यों की 57 संसदीय सीटों पर, शनिवार को मतदान चल रहा है। सातवें चरण की वोटिंग शाम को पूरी होते ही, निर्वाचन आयोग की ओर से चार जून को प्रस्तावित मतगणना की तैयारियां शुरू कर दी जायेंगी।
उत्तराखंड में पहले चरण में मतदान के बाद से, ईवीएम स्ट्रांग रूमों में सुरक्षित रखी गयी हैं। मंगलवार चार जून को, इन पर लगी सील खुलते ही, मतगणना आरंभ हो जायेगी। उत्तराखंड में भी निर्वाचन कार्यालय की ओर से, मतगणना की तैयारियां तेज कर दी गयी हैं।
मुख्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी जानकारी के अनुसार, चार जून की सुबह आठ बजे से मतगणना आरंभ होगी। पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जायेगी, जबकि इसके बाद ईवीएम की काउंटिंग की जायेगी। राज्य में पहला चुनाव परिणाम, टिहरी का आने की उम्मीद है।
बताया जा रहा है, कि टिहरी सीट के नतीजे, दोपहर 12 बजे तक आ जायेंगे। इसके बाद, दोपहर एक से दो बजे तक नैनीताल-ऊधमसिंह नगर और फिर हरिद्वार सीट के परिणाम घोषित होंगे। अल्मोड़ा और गढ़वाल लोकसभा सीट के चुनाव परिणाम, शाम चार बजे तक आने की उम्मीद है।
गढ़वाल लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा पोस्टल बैलेट
पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट पर, राज्य के सर्वाधिक पोस्टल बैलेट पंजीकृत हैं। इसके बाद, अल्मोड़ा संसदीय सीट दूसरे नंबर पर आती है। वहीं, टिहरी, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में पोस्टल बैलेट की संख्या गढ़वाल और अल्मोड़ा के मुकाबले काफी कम है। यही वजह है, कि गढ़वाल और अल्मोड़ा सीटों के नतीजे सबसे देरी में आयेंगे। जानकारी के अनुसार, राज्य की पांचों सीटों पर एक लाख से अधिक पोस्टल बैलेट प्राप्त हुये हैं।
हरिद्वार में हुआ था सबसे अधिक मतदान
उत्तराखंड में हरिद्वार संसदीय सीट पर सर्वाधिक मतदान दर्ज किया गया था। यहां पंजीकृत मतदाताओं की कुल संख्या, 20 लाख 08 हजार 62 है। इनमें से 63.53 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। यानी, 12 लाख 75 हजार 721 मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
बाकी चार सीटों पर कितना हुआ था मतदान?
अल्मोड़ा सीट पर 13 लाख 30 हजार 627 मतदाता हैं, जिनमें से 48.74 प्रतिशत ने मतदान किया है। गढ़वाल संसदीय सीट पर 13 लाख 58 हजार 703 मतदाताओं में से 52.42 प्रतिशत ने मतदान किया। नैनीताल-ऊधमसिंह नगर सीट पर 19 लाख 86 हजार 797 मतदाता हैं, जिनमें से 62.47 प्रतिशत ने वोट डाला। वहीं, टिहरी सीट पर 15 लाख 59 हजार 234 में से 53.76 फीसदी ने मतदान किया।
हरिद्वार में ही सबसे अधिक राउंड मतगणना होगी
हरिद्वार संसदीय सीट पर, राज्य की पांचों सीटों में सर्वाधिक राउंड तक मतगणना चलेगी। मुख्य निर्वाचन कार्यालय की ओर से जारी की गयी जानकारी के अनुसार, हरिद्वार में मतगणना कक्षों का आकार छोटा होने के कारण, टेबल कम संख्या में लगायी जायेंगी। इसके चलते, यहां मतगणना के 22 राउंड होंगे।
1218 टेबलों पर की जायेगी वोटों की गिनती
मुख्य निर्वाचन कार्यालय की जानकारी के अनुसार, मतगणना के लिये, कुल 1218 टेबल लगायी जायेंगी। इनमें से 334 टेबल पर ईवीएम की काउंटिंग की जायेगी। वहीं, 884 टेबल पोस्टल बैलेट की गिनती के लिये लगाये जाने वाले हैं।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी को सेवानिवृत्ति पर विदाई
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रताप शाह को सेवानिवृत्ति पर विदाई दी गयी। सचिव निर्वाचन दिलीप जावलकर और मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कहा कि शाह ने एक दक्ष अधिकारी के रूप में विभिन्न पदों पर कार्य किया। शाह ने कहा कि 31 साल के सेवाकाल में उन्हें राजस्व विभाग के अधिकारी, निर्वाचन और शासन में विभिन्न पदों पर कार्य करने और जन सेवा का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि मुख्य निर्वाचन कार्यालय में काफी समय तक उन्हें कार्य करने का अवसर मिला।