Employment: उत्तराखण्ड के सरकारी अस्पतालों को रविवार को 1376 नर्सिंग अधिकारी मिल गये। नवनियुक्त अधिकारियों में से 200 को खुद मुख्यमंत्री धामी ने नियुक्ति पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जतायी कि नवनियुक्त सभी नर्सिंग अधिकारी उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में मजबूती से काम करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित, मुख्य सेवक सदन में उत्तराखण्ड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड द्वारा चयनित कुल 1376 नर्सिंग अधिकारियों में से 200 को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। कार्यक्रम में बताया गया कि शेष सभी अभ्यर्थियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले नर्सिंग अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि चयनित सभी नर्सिंग अधिकारी लगन व कड़ी मेहनत के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे और राज्य के विकास व जनसेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि नर्सिंग अधिकारी का दायित्व बहुत महत्वपूर्ण है। ग्राउंड लेवल पर समाज में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मुद्दों पर जनता को शिक्षित करने का दायित्व भी नर्सिंग अधिकारियों पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘आयुष्मान भारत योजना’ प्रदेशवासियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने में वरदान साबित हुई है। सीएम ने कहा कि राज्य में सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसके लिए राज्य सरकार की ओर से उत्तराखण्ड अटल आयुष्मान योजना से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा 2025 तक भारत को क्षय मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसे देखते हुये राज्य सरकार द्वारा 2024 तक उत्तराखण्ड को क्षय मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति में भी राज्य के नर्सिंग अधिकारियों को अहम भूमिका होगी।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, खजानदास, सविता कपूर, श्री राजकुमार पोरी समेत विभिन्न लोग उपस्थित रहे।