Gold Smuggling at LAC: भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस ने भारत-चीन सीमा पर, सोना तस्करी की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control: LAC) के नजदीक, दो तस्करों को पकड़ा गया है। दोनों के पास से 108 किलो सोना और चीन में बने पैकेज्ड फूड बरामद किये गये हैं।
जानकारी के अनुसार, लद्दाख में तैनात आईटीबीपी की 21वीं बटालियन के अधिकारियों को, सूचना मिली थी, कि एलएसी के पास सोना तस्करी करने की कोशिश की जा रही है। यह जानकारी मिलते ही, डिप्टी कमांडेंट दीपक भट्ट के नेतृत्व में एक टीम गश्त पर निकल गयी।
आईटीबीपी टीम ने चांगथांग, चिजबुल, नरबुला, जांगले, जाकला में गश्त की। इस दौरान, एलएसी से महज एक किलोमीटर की दूरी पर सिरिजेपल के पास, टीम को खच्चरों पर जाते दो लोग नजर आये। टीम ने उन्हें रोका तो दोनों भागने लगे। कुछ दूरी तक पीछा करने के बाद, आईटीबीपी जवानें ने उन्हें पकड़ लिया।
तलाशी लेने पर उनके पास से, 108 सोने की बिस्किट बरामद हुयीं। हर बिस्किट एक किलो की है, इस तरह दोनों 108 किलो सोने की तस्करी कर रहे थे। इसके अलावा, उनके पास से चीन में बने मिल्क फूड, केक, दूध, दूरबीन और दो चाकू भी बरामद किये गये हैं।
जानकारी के अनुसार, आरंभ में पूछताछ के दौरान आरोपी, खुद को मेडिकल डीलर बताते रहे। तलाशी में सोना मिलने के बाद, उन्हें गिरफ्तार किया गया। उनके नाम त्सेरिंग चांबा और स्टेंजिन दोरग्याल दोनों निवासी न्योमा लद्दाख बताये गये हैं। जानकारी के अनुसार, दोनों की निशानदेही पर, बाद में एक और संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है। आईटीबीपी और पुलिस टीमें उनसे पूछताछ कर रही हैं।
आईटीबीपी ने पहली बार इतनी मात्रा में पकड़ा सोना
जानकारी के अनुसार, भारत तिब्बत सीमा पुलिस ने, पहले भी सीमाओं पर तस्करों और तस्करी कर लाये जा रहे सामान को पकड़ा है। लेकिन, सोने की इतनी बड़ी खेप आईटीबीपी ने पहली बार पकड़ी है। अधिकारियों के अनुसार, पकड़ा गया तस्करी का सारा सामान, कस्टम विभाग के सुपुर्द किया जायेगा।
#ITBP Seizes 108 Gold Biscuits!
— ITBP (@ITBP_official) July 10, 2024
On 09-07-24, a team led by DC Sh. Deepak Bhatt from the 21 BN conducted a Long Range Patrol in Eastern Ladakh, seizing 108 gold biscuits (108 kg) near Sirigaple. 02 suspects were apprehended. Further investigations are ongoing with other agencies. pic.twitter.com/Ij2RK5hB1L
एलएसी के पास प्रतिबंधित है आम लोगों की आवाजाही
एलएसी के पास, कई क्षेत्रों में आम लोगों की आवाजाही काफी समय से प्रतिबंधित है। यहां भारत और चीन, दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति बनी रहती है। इसके बावजूद दोनों आरोपियों का इस क्षेत्र में पहुंचना, संदेह के दायरे में है। सुरक्षाबल और खुफिया एजेंसियां, उनके यहां तक पहुंचने के बारे में भी जानकारी जुटायेंगी।
एलएसी पर चार साल से दोनों देशों के बीच रहा है तनाव
भारत-चीन सीमा पर स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा में, पिछले चार साल से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता रहा है। 2020 में एलएसी पर ही, गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के जवानों के बीच, हिंसक झड़प हुयी थी। इसमें भारत के 20 जवान बलिदान हुये थे, जबकि चीनी सेना पीएलए के भी 40 सैनिकों की जान गयी थी।
नियंत्रण रेखा के पास ही बीते दिनों हुआ था टैंक हादसा
वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास ही, बीते दिनों टैंक हादसा हुआ था। यहां सैन्य अभ्यास के दौरान, नदी पार करते वक्त टैंक, अचानक आयी बाढ़ में फंस गया था। इस दुर्घटना में, पांच जवान बह गये थे। सेना ने अभियान चलाकर, अगले दिन पार्थिव शरीर बरामद कर लिये थे। इस दुर्घटना में उत्तराखंड से पौड़ी गढ़वाल जिले के, पाबौ ब्लॉक निवासी जवान भूपेंद्र नेगी भी बलिदान हुये थे।
मुंबई में सोना तस्करी करते पकड़ी गयी थीं अफगानी राजनयिक