Woman Murdered: कोटद्वार की एक युवती की, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हत्या का मामला सामने आया है। आरोपी युवक ने, छह महीने पहले ही, युवती से प्रेम विवाह किया था। हत्या के बाद, शव के टुकड़े कर, बोरे में डालकर नदी में फंेक दिये गये थे। बोरा नहीं बहने पर, आरोपी नदी में उतरा था, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरनगर पुलिस को सूचना मिली थी, कि दो युवक देर रात काली नदी में कुछ संदिग्ध हरकत कर रहे हैं। इस पर कोतवाली प्रभारी अक्षय शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मी नदी में उतरे, तो एक युवक वहां से भाग निकला। पुलिस ने दूसरे युवक को दबोच लिया। पूछताछ में पता चला, कि दोनों युवक नदी में उगी जलकुंभी में फंसे हुये एक बोरे को बहाने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिसकर्मियों ने बोरे को नदी से निकाला, तो उसमें एक युवती का टुकड़ों में कटा हुआ शव रखा मिला। पुलिस ने शव कब्जे में लेने के साथ, मौके से पकड़े गये युवक को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम, अरबाज पुत्र इस्लाम निवासी न्याजूपुरा बताया।
पुलिस पूछताछ के दौरान अरबाज ने बताया, बोरे में रखा शव उसकी पत्नी चाहत का था। अरबाज का कहना था, कि उसने करीब छह महीने पहले ही, उत्तराखंड के पौड़ी जिले के कोटद्वार की रहने वाली चाहत से, प्रेम विवाह किया था। वह और चाहत, नई बस्ती न्याजूपुरा में किराये का कमरा लेकर रह रहे थे।
परिजनों को नहीं दी थी जानकारी, छिपकर रह रहे थे दोनों
अरबाज ने पुलिस पूछताछ में बताया, कि उसने चाहत से शादी तो की थी, लेकिन इसके बारे में उसने अब तक अपने परिजनों को कुछ नहीं बताया था। अरबाज का कहना था, कि उसके परिवार को शादी का पता नहीं चले, इसके लिये वह छह महीने में कई कमरे बदल चुका था।
जिस कमरे में वारदात को अंजाम दिया गया, वहां वह कुछ दिन पहले ही किराये पर गया था। उसका कहना था, कि चाहत पिछले कुछ समय से उसे परिवार से मिलाने का दबाव बना रही थी। इसके अलावा, उसके खर्चे भी बढ़ते जा रहे थे। ऐसे में उसने उसकी हत्या कर दी।
हत्या की साजिश में दोस्त ने दिया साथ
अरबाज से घटनास्थल से फरार हुये युवक के बारे में पूछताछ की गयी। उसने, अपने साथी का नाम शाहरूख निवासी न्याजूपुरा बताया। अरबाज ने बताया, कि चाहत से परेशान होकर उसने शाहरूख को पूरी बात बतायी। इस पर दोनों ने, चाहत की हत्या की साजिश रची।
नींद में छुरे से गला काट मार डाला, टुकड़े बोरे में पैक किये
अरबाज ने पुलिस को बताया, कि करीब एक सप्ताह पहले, उसने गहरी नींद में सोयी चाहत का गला छुरे से रेत दिया। उसकी मौत हो जाने के बाद, उसके सिर, धड़, हाथ-पैर काटकर अलग किये और, बोरे में पैक कर दिया। इसके बाद वह और शाहरूख बोरे को लेकर काली नदी के पुल पर पहुंचे और बोरा नदी में फेंककर भाग निकले।
दोबारा देखने आये, तो बोरा नहीं बहने से घबराये
आरोपियों ने, जिस स्थान पर बोरा नदी में फंेका था, वहां जलकुंभियां उगी हुयी हैं। अंधेरे में उन्हें इसका अंदाजा नहीं लग सका। हत्या के दो-तीन दिन बाद, वे वहां से गुजरे, तो बोरा जलकुंभियों के उपर ही तैरता नजर आया। इस पर दोनों ने, रात में नीचे उतरकर बोरे को नदी में बहाने की योजना बनायी थी। पुलिस शाहरूख की तलाश कर रही है।
चाहत का पूरा पता नहीं मालूम, पुलिस कर रही जांच
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने जानकारी दी, कि आरोपी अरबाज ने पुलिस को अपनी पत्नी का नाम चाहत (21 वर्ष) बताया है। उसने बताया, कि वह कोटद्वार की रहने वाली थी। लेकिन कोटद्वार में उसका घर कहां है, उसके माता-पिता का नाम क्या है, यह जानकारी उसने पुलिस को नहीं दी है। उसका कहना है, कि वह सिर्फ चाहत को ही जानता था, और चाहत ने ही उसे खुद के कोटद्वार की रहने वाली बताया था।
ऐसे में पुलिस को आशंका है, कि मरने वाली युवती का असली नाम-पता कुछ और भी हो सकता है। मुजफ्फरनगर पुलिस का कहना है, कि युवती के बारे में कोटद्वार के अलावा, समीपवर्ती अन्य जिलों की पुलिस से भी संपर्क कर जानकारी जुटायी जा रही है।
मुजफ्फरनगर के एक तांत्रिक के पास जाती थी युवती
अरबाज ने पुलिस पूछताछ में बताया, कि चाहत अकसर मुजफ्फरनगर के न्याजूपुरा में रहने वाले, एक तांत्रिक के यहां ताबीज बनवाने के लिये आया करती थी। उसकी मुलाकात, इसी तांत्रिक के यहां चाहत से हुयी थी। दोस्ती और प्रेम के बाद, दोनों ने शादी का मन बना लिया।
पुलिस के अनुसार, पूछताछ के दौरान अरबाज ने बताया है, कि करीब छह महीने पहले, चाहत एक दिन मुजफ्फरनगर आयी, और उसे मिलने के लिये बुला लिया। वह मिलने गया, तो चाहत ने बताया कि वह अपना घर छोड़कर शादी करने के लिये आ गयी है। इस पर दोनों ने शादी कर ली।
अपने घर से कुछ देर मुलाकात के लिये आता था अरबाज
पुलिस पूछताछ के दौरान, अरबाज ने बताया कि उसने शादी के बाद कमरा लिया था। लेकिन, कमरे में चाहत ही रहा करती थी। वह अपने घर पर ही रहता था, ताकि परिजनों को पता नहीं चले। दोपहर में और रात के वक्त, वह कुछ देर के लिये चाहत से मिलने आता था।