Ladakh Tank Accident: लद्दाख में सैन्य अभ्यास के दौरान, बड़ा हादसा हो गया। यहां नदी पार करने के दौरान, भारतीय सेना का एक टैंक, तेज बहाव में फंस गया। नदी में अचानक बाढ़ आने के बाद, यह स्थिति बनी। इस दौरान, टैंक में सवार पांच जवान बह गये। तलाशी अभियान के बाद, पांचों जवानों के शव बरामद कर लिये गये हैं।

जानकारी के अनुसार, केंद्रशासित राज्य लद्दाख के, दौलत बेग ओल्दी क्षेत्र में, शुक्रवार रात सेना के जवान टैंक से नदी पार करने का अभ्यास कर रहे थे। इसी दौरान पर्वतीय इलाकों में बारिश के बाद, नदी में अचानक जलस्तर बढ़ गया। इससे एक टैंक, नदी के तेज बहाव में फंस गया। टैंक में सवार, पांच जवानों ने, कुछ देर तक निकलने की जद्दोजहद की, लेकिन नदी का तेज बहाव, पांचों को साथ बहाता ले गया।

जवानों के पानी में बह जाने के बाद, सेना ने काफी दूरी तक तलाशी अभियान चलाया। बताया जा रहा है, कि शनिवार सुबह सेना ने पांचों जवानों के शव, घटनास्थल से कुछ आगे बरामद कर लिये हैं। हालांकि, पांचों बलिदानी जवानों के नाम, अभी सामने नहीं आ सके हैं, लेकिन इनमें से एक जेसीओ और चार जवान थे।

नदी के गहराई वाले हिस्से में फंसने से भर गया था पानी!

जानकारी के अनुसार, अभ्यास के दौरान टैंक नदी के गहराई वाले हिस्से की ओर चला गया था। इससे पहले कि, टैंक वहां से बाहर निकलता, अचानक आयी बाढ़ से, नदी का जलस्तर बहुत अधिक बढ़ गया। इससे टैंक वहीं फंसा रह गया और उसके भीतर भी पानी भर गया। जवानों ने निकलने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव में वे बह गये।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने दुर्घटना पर जताया शोक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने, टैंक हादसे पर गहरा शोक जताया है। एक्स पर रक्षा मंत्री ने लिखा- भारतीय सेना के पांच वीर जवानों का बलिदान दुःखद है। हम देशसेवा के लिये, इन जवानों की प्रतिबद्धता को कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने जवानों के परिवारों को सांत्वना देने के साथ लिखा है, कि पूरा देश दुःख की इस घड़ी में परिवारों के साथ खड़ा है।

टी-72 टैंक पर अभ्यास कर रहे थे जवान

जानकारी के अनुसार, दौलत बेग ओल्दी में जो टैंक हादसे का शिकार हुआ, वह टी-72 टैंक है। भारतीय सेना के पास ऐसे कुल 2400 टैंक हैं, और इन टैंकों का प्रयोग भारतीय सेना में लंबे समय से किया जा रहा है। बताया जा रहा है, कि नदी पार करने के अभ्यास के दौरान कुछ अन्य टैंक भी मौजूद थे। लेकिन ये टैंक, बाढ़ आने से पहले सुरक्षित निकल आये थे।

दौलत ओल्डी बेग में तैनात हैं भारतीय सेना के 500 टैंक

लद्दाख का दौलत बेग ओल्दी क्षेत्र, चीन से लगने वाली सीमा के निकट है। सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण, इस क्षेत्र में भारत ने करीब एक माह पहले ही, दो टैंक रिपेयरिंग फैसिलिटी दौलत ओल्डी बेग और न्योमा में तैयार की हैं। यहां पांच सौ टैंकों की तैनाती की गयी है।

भारत-चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास है दौलत ओल्डी बेग

लद्दाख का दौलत बेग ओल्दी क्षेत्र, भारत-चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास स्थित है। यह क्षेत्र कराकोरम रेंज में आता है। यहां भारतीय सेना का बेस भी बनाया गया है। प्राचीन काल में, यह लद्दाख और मध्य एशिया के बीच व्यापारिक मार्ग का प्रमुख पड़ाव होता था। समुद्र तल से 16700 फीट की उंचाई पर स्थित दौलत बेग ओल्दी, चीनी कब्जे वाले अक्साई चिन और लद्दाख के बीच स्थित है। यह उत्तर में भारत का, सबसे अंतिम सैन्य अड्डा है।

रूस में निर्मित हैं टी-72 युद्धक टैंक

टी-72 टैंक, मूलतः रूस में निर्मित युद्धक टैंक है, जिसे भारत समेत दुनिया के 43 देशों की सेनाएं इस्तेमाल करती हैं। भारतीय सेना ने, टी-72 टैंकों को अपने हिसाब से परिष्कृत किया है। भारत की सेना के पास, इन टैंकों के अलावा टी-90 भीष्म टैंक और भारतनिर्मित अर्जुन मार्क 1-ए टैंक भी हैं।

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