PM Modi In Uttarakhand: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले महीने यानी अक्टूबर में उत्तराखंड आ रहे हैं। पीएम मोदी पिथौरागढ़ का दौरा करेंगे। इसे लेकर राज्य में तैयारियां तेज कर दी गयी हैं। पिथौरागढ़ में भ्रमण के साथ पीएम मोदी जनसभा को भी संबोधित करने वाले हैं। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के लिये यहीं से बिगुल फूंकने वाले हैं।
पीएम नरेन्द्र मोदी के भ्रमण से पहले जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिये पिथौरागढ़ जाने वाले हैं। वहीं, राज्य के अधिकारियों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के लिये कमर कस ली है। जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पिथौरागढ़ भ्रमण का यह कार्यक्रम दो दिन का होगा। संभवतः पीएम मोदी 11 अक्टूबर को उत्तराखंड आयेंगे और 12 अक्टूबर तक यहीं रहेंगे।
बताया जा रहा है कि अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पिथौरागढ़ में जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यह जनसभा पीएम मोदी के आगामी लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत हो सकती है। इस दौरान वह पहले दिन पिथौरागढ़ के प्रख्यात नारायण आश्रम में रात्रि विश्राम करेंगे। जबकि अगले दिन सीमांत गांवों के लोगों से मुलाकात करेंगे।
चीन सीमा पर बसे गांव पहुंचेंगे पीएमः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने भ्रमण कार्यक्रम के दौरान 12 अक्टूबर को चीन सीमा पर बसे जोलिंगकांग पहुंचेंगे। यह गांव पिथौरागढ़ के धारचूला में दूरस्थ और सीमांत व्यास घाटी में स्थित है। केंद्र सरकार की ओर से इस क्षेत्र के सामरिक महत्व को देखते हुये यहां सड़क का निर्माण कराया जा रहा है।
श्रीबद्री-केदार दर्शन भीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिथौरागढ़ भ्रमण के कुछ समय बाद श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के दर्शन करने के लिये भी जा सकते हैं। हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुयी है, लेकिन पीएम मोदी हर साल केदारनाथ धाम आते रहे हैं। केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य भी अब लगभग अंतिम चरण में हैं।
अफसरों ने भी कस ली है कमरः बुधवार को अपर मुख्य सचिव (एसीएस) राधा रतूड़ी ने सचिवालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी पिथौरागढ़ भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों संग व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री का अक्टूबर माह में होने वाला यह भ्रमण कार्यक्रम राज्य के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
सभी विभाग बनाकर रखें समन्वयः एसीएस ने कहा कि इस कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला प्रशासन, सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, पुलिस, परिवहन विभाग, केन्द्रीय संचार एजेंसियों व अन्य सम्बन्धित विभागों को प्रभावी समन्वय के साथ कार्य करना होगा। एसीएस ने बीआरओ तथा लोक निर्माण विभाग को प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के मार्गों की व्यवस्था को समयबद्धता से दुरुस्त करने के निर्देश दिये।
बिजली व्यवस्था सुचारु रहेः अपर मुख्य सचिव रतूड़ी ने प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम में जोलिंगकांग और आगे के उच्च दुर्गम स्थलों में सुचारु सोलर विद्युत आपूर्ति हेतु उरेडा को पुख्ता इंतजाम के निर्देश भी दिये हैं। उन्होंने जिले में वीआईपी मूवमेंट के दृष्टिगत वाहनों की अतिरिक्त आवश्यकता को देखते हुए परिवहन विभाग को वाहन पूल की व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही एसीएस ने पर्याप्त आवासीय व्यवस्था हेतु आईटीबीपी तथा केएमवीएन को निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जल्द जायेंगे पिथौरागढ़ः समीक्षा बैठक के दौरान एसीएस रतूड़ी ने अधिकारियों को यह भी जानकारी दी कि जल्द ही मुख्य सचिव एसएस संधू प्रधानमंत्री के पिथौरागढ़ भ्रमण कार्यक्रम की तैयारियों के निरीक्षण हेतु कार्यक्रम स्थलों का भ्रमण करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा हेतु कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण करने जाने वाले हैं।
बैठक में ये अधिकारी मौजूद रहेः इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे, पंकज कुमार पाण्डेय, विनोद कुमार सुमन मौजूद रहे। वहीं, बैठक में वर्चुअल माध्यम से कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी भी उपस्थित रहे।
देहरादून में यातायात दबाव कम करने पर चर्चाः मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने सचिवालय में देहरादून में यातायात के दबाव को कम करने को लेकर यूनिफाइड मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (यूएमटीए) की बैठक ली। उन्होंने कहा कि देहरादून की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए व्यापक और समग्र दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि हमें राजधानी में आम लोगों के लिए ऐसी यातायात व्यवस्था करनी होगी, जिसके तहत उन्हें शहर के एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक जाने में 200 से 300 मीटर से अधिक पैदल नहीं चलना पड़े। इस दौरान अगर उन्हें वाहन बदलना पड़ता है तो यह व्यवस्था बनानी होगी कि दूसरे वाहन के लिये उन्हें पांच-सात मिनट से अधिक इंतजार नहीं करना पड़े।
उन्होंने प्रवर्तन को सख्ती से लागू करने पर जोर देते हुए कहा कि पार्किंग सुविधा बढ़ायी जाये और नो पार्किंग जोन में खड़े वाहनों के अधिक से अधिक चालान किए जाने से यातायात को नियंत्रित भी किया जा सकता है। मुख्य सचिव ने कहा कि अंडर पास, फुट ओवर ब्रिज, एलिवेटेड रोड, रोप-वे और पीआरटी जैसी सेवाओं को कहां-कहां शुरू किया जा सकता है, इस पर योजना तैयार की जाए।
मुख्य सचिव संधू ने यह भी कहा कि राजधानी में बाईपास सड़कों के निर्माण से भी काफी हद तक यातायात दबाव कम किया जा सकता है। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, प्रबन्ध निदेशक उत्तराखण्ड मैट्रो रेल जितेन्द्र त्यागी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।