Sam Pitroda Statement: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस (Indian Overseas Congress) के अध्यक्ष और राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा ने एक बार फिर, अपने बयान से सियासी सरगर्मियां बढ़ा दी हैं। भारत की विविधता का जिक्र करते हुये, सैम ने कहा कि भारत में पूर्व के लोग चीनी, पश्चिम के लोग अरबी, उत्तर के लोग गोरे और दक्षिण के लोग अफ्रीकी लोगों जैसे नजर आते हैं। पित्रोदा के इस बयान के बाद कांग्रेस फिर असहज नजर आ रही है, जबकि भाजपा ने हमला बोल दिया है।

सैम पित्रोदा, बीते दिनों भारत में अमेरिका की तर्ज पर विरासत कर लागू करने की बात कहकर चर्चाओं में आ गये थे। सैम के बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा नेताओ ने, चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस की नीतियों और मंशा पर सवाल उठाये थे। पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस भारत के लोगों से उनका अधिकार छीनना चाहती है।

अब एक पॉडकास्ट के दौरान सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता के बारे में बातचीत करते हुये कहा कि, उत्तर भारत के लोग गोरे होते हैं। पूर्वी भारत के लोग चीनी लोगों की तरह दिखते हैं, पश्चिमी भारत के लोग अरब लोगों की तरह नजर आते हैं, जबकि दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकी लोगों की तरह दिखते हैं। इसके बावजूद, हम देश की विविधता का सम्मान करते हैं और भाईचारे के साथ एकजुट हैं।

सैम के भारतीयों के रूप-रंग के इस तरह वर्णन ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। भाजपा ने सैम पर नस्लवादी टिप्पणी करने का आरोप लगा दिया है। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा है कि सैम का यह बयान, कांग्रेस के विचार को दर्शाता है। यह भारतीयों के प्रति भेदभाव तो है ही, देशवासियों के बीच दूरियां बढ़ाने की भी कोशिश है। उन्होंने पूछा है कि आखिर क्यों, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता भारत से इतनी घृणा करते हैं?

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राम मंदिर-रामनवमी ने दी भारत के विचार को चुनौती

पॉडकास्ट के दौरान सैम पित्रोदा यहीं नहीं रूके, उन्होंने अयोध्या में बने राम मंदिर पर भी बात रखी। सैम का कहना है कि राम मंदिर ने भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था, स्वतंत्रता पर आधारित असल सोच को नुकसान पहुंचाया है। उनका कहना है कि राम मंदिर, रामनवमी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बार-बार राम मंदिर में जाने से, भारत की विविधता, एकता के विचार को चुनौती दी जा रही है।

जयराम रमेश बोले- सैम की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण

कांग्रेस महासचिव और सांसद जयराम रमेश ने सैम पित्रोदा के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता को जिस प्रकार से वर्णित किया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है और किसी भी सूरत में स्वीकृति योग्य नहीं है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस सैम के इस बयान से किसी भी तरह संबद्ध नहीं है। इससे पहले, विरासत कर को लेकर दिये सैम पित्रोदा के बयान को भी जयराम रमेश ने उनकी निजी सोच करार दिया था।

कांग्रेस सैम को बर्खास्त करे, अपना रुख स्पष्ट करे

भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तो यहां तक कहा कि यह बात कह भले ‘अंकल सैम’ रहे हैं, लेकिन असल में यह सोच राहुल गांधी की है। आरोप लगाया कि जिस तरह राहुल देश को जाति-धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उनके सलाहकार सैम पित्रोदा ने पूरे देश को नस्ल-रंग-रूप के आधार पर बांटने की कोशिश कर दी है।

शहजाद पूनावाला का कहना है कि सैम पित्रोदा ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वह भारत की विविधता, विभिन्नता का मखौल और भारतीयों का अपमान है। अगर कांग्रेस उनके बयान को गलत मानती है, तो उन्हें उनके पद से बर्खास्त करे। उन्होंने यह भी मांग की है कि इस मुद्दे पर कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिये।

तहसीन ने दी सलाह- सैम जब बोलते हैं, नुकसान करते हैं

राजनीतिक विश्लेषक और कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के करीबी माने जाने वाले, तहसीन पूनावाला का कहना है कि सैम पित्रोदा का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका कहना है कि सैम पित्रोदा जब भी कुछ बोलते हैं, कांग्रेस का नुकसान ही करते हैं। सैम के कहे अनुसार, कांग्रेस जिस दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है, वहां के लोग अफ्रीकी दिखते हैं।

तहसीन का कहना है कि सैम को पॉडकास्ट के दौरान, राम मंदिर के विषय पर भी कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने पहले भी कई बार कहा है कि कांग्रेस को सैम पित्रोदा को बेवजह के बयान देने से बचने के लिये कहना चाहिये और खुद को उनसे अलग कर लेना चाहिये। अब उनके बयान कांग्रेस की ही परेशानियां बढ़ा रहे हैं।

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