Suicide: श्रीनगर गढ़वाल स्थित धारी देवी मंदिर से बड़ी खबर है। यहां मन्दिर परिसर से एक महिला ने अलकनन्दा पर बने बांध की झील में छलांग लगा दी। महिला कौन थी, उसने ऐसा क्यों किया, अभी पता नहीं चल सका है। उसकी तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को एक महिला (उम्र करीब 40-45 वर्ष) मां धारी देवी मन्दिर पहुंची। बताया जा रहा है कि महिला मन्दिर के मुख्य दरवाजे के सामने से होते हुये पिछले प्रांगण की ओर गयी और वहां पहुंचते ही बांध की ओर बनी रेलिंग पर चढ़ गयी।
आसपास मौजूद श्रद्धालु, पुजारी और सुरक्षाकर्मी जब तक कुछ समझ पाते उसने रेलिंग के दूसरी ओर अलकनन्दा नदी पर बने बांध की झील में छलांग लगा दी। यह देख मन्दिर परिसर में मौजूद लोगों और पुजारियों में अफरातफरी मच गयी। महिला मन्दिर परिसर में अकेली ही आयी थी।
मन्दिर समिति की ओर से तत्काल धारी देवी चौकी पुलिस को सूचना दी गयी। इस पर चौकी प्रभारी एसआई अजय भट्ट पुलिसकर्मियों संग मौके पर पहुंच गये। पुलिस की गोताखोर टीम और एसडीआरएफ को भी मौके पर बुला लिया गया। महिला की तलाश शुरू कर दी गयी है।
महिला कहाँ की रहने वाली थी, कहाँ से आयी और कबसे मन्दिर और आसपास घूम रही थी, यह सभी जानकारियां जुटाने में पुलिस लगी है। माना जा रहा है कि उसकी पहचान हो पाने के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि उसने यह कदम किस कारण से उठाया।
पुलिस को मौके से फिलहाल ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला है, जिससे महिला की पहचान की जा सके। हालांकि, मन्दिर में लगे सीसी कैमरों में महिला परिसर में घूमती नजर आयी है। पुलिस इस सीसीटीवी फुटेज की मदद से महिला के बारे में जानकारी जुटा रही है। यह भी आशंका है कि महिला कहीं बाहर की रहने वाली हो।
90 मीटर है बांध की कुल गहराई: श्रीनगर में अलकनन्दा पर बना बांध 330 मेगावाट क्षमता का है। बांध के सबसे निचली बुनियाद से इसके सबसे ऊपरी सिरे की कुल ऊंचाई 90 मीटर है। बीते महीने भारी बारिश के बाद नदी के तल में गाद होने की आशंका है। ऐसे में गोताखोरों को यहां महिला की तलाश में मशक्कत करनी पड़ रही है।
30 मीटर ऊंचाई पर मन्दिर: अलकनन्दा पर बांध के निर्माण के बाद धारी देवी मन्दिर डूब क्षेत्र में आ गया था। 2013 में मन्दिर को डूब क्षेत्र से हटाकर नदी के बीच स्थापित करवाया गया। अब नया मन्दिर पुराने मन्दिर वाली चट्टान पर ही आधार बनाकर निर्मित किया गया है। यह मन्दिर बांध से करीब 30 मीटर ऊंचाई पर है। यानी महिला ने बांध में 30 मीटर ऊंचाई से छलांग लगायी।