उत्तराखंड में पौड़ी गढ़वाल जिले के रिखणीखाल ब्लाॅक में बाघ (Tiger Attack) ने एक महिला को निवाला बना लिया। घास लेने जंगल में गयी महिला का शव देर शाम क्षत-विक्षत हालत में बरामद किया गया। क्षेत्र में लगातार बाघों की सक्रियता और एक बार फिर जानलेवा हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण वन विभाग और प्रशासन से क्षेत्र में सक्रिय बाघों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं।
काॅर्बेट नेशनल पार्क और कालागढ़ टाइगर रिजर्व से सटे रिखणीखाल और नैनीडांडा ब्लाॅकों में पिछले कुछ समय से बाघों की दहशत बनी हुयी है। कुछ माह पहले ही नैनीडांडा ब्लाॅक में बाघ ने पांच दिन के भीतर दो लोगों की जान ले ली थी। इनमें ग्रामसभा उम्टा सिमली मल्ली के रणवीर सिंह नेगी और ग्राम डल्ला के बीरेंद्र सिंह शामिल थे। इन दोनों घटनाओं के बाद क्षेत्र में वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी थी, जबकि प्रशासन ने शाम सात बजे से सुबह छह बजे तक लोगों से बाहर नहीं निकलने की अपील की थी।
वन विभाग ने बाघों की तलाश की, जिसके बाद क बाघ को पकड़कर काॅर्बेट में छोड़ दिया गया था। हालांकि, कैमरा ट्रैप से स्पष्ट हो गया था कि नैनीडांडा ब्लाॅक में दो तो रिखणीखाल ब्लाॅक में एक बाघ सक्रिय है। इस बीच बाघों ने ग्रामीणों पर जानलेवा हमले तो नहीं किये, लेकिन गांवों के नजदीक उन्हें देखे जाने की शिकायतें लगातार आती रहीं।
इधर, शुक्रवार को रिखणीखाल ब्लाॅक में बाघ ने एक महिला को निवाला बना लिया। सोशल मीडिया पर रिखणीखाल क्षेत्रवासियों की ओर से सोशल मीडिया पर डाली गयी जानकारी के अनुसार ब्लाॅक के झर्त गांव निवासी महिला शुक्रवार को रथुवाढाब के पास जंगल में पशुओं के लिये चारा लेने गयी थीं। इसी बीच झाड़ियों में घात लगाये बैठे बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
शोर सुनकर जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक महिला ने दम तोड़ दिया था, जबकि बाघ वहां से भाग निकला। जानकारी के अनुसार सूचना पर वनकर्मी मौके पर पहुंच गये थे। घटनास्थल के आसपास जांच की जा रही है। उधर, ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से बाघों की दहशत से निजात दिलाने के लिये जल्द से जल्द कड़े कदम उठाने की मांग रखी है।