Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद सोमवार को जगह-जगह से हादसों की खबरें सामने आ रही हैं। वहीं, पुलिस, sdrf, ndrf, ddrf के जवां भी लगातार मुस्तैद हैं। ऋषिकेश-देवप्रयाग के बीच शिवपुरी में निर्माणाधीन रेलवे टनल में 114 कर्मचारी फंस गये। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने सभी को सुरक्षित निकाल लिया।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत शिवपुरी में टनल का निर्माण कार्य चल रहा है। लार्सन एंड टूब्रो (L&T) कम्पनी यहां टनल का काम कर रही है। सुरंग की खुदाई का काम पूरा हो चुका है। अब यहां फिनिशिंग का काम चल रहा है।
सोमवार को कम्पनी प्रबंधक अजय प्रताप सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि टनल में रविवार देर रात से पहाड़ से गिरने वाले गदेरों का पानी भर रहा है। बताया कि टनल के भीतर कम्पनी के इंजीनियरों और श्रमिकों समेत कुल 114 लोग मौजूद हैं। उन्होंने सभी कर्मियों को निकालने के लिये पुलिस से मदद मांगी।
शिवपुरी चौकी प्रभारी पुलिसकर्मियों और जल पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे। तब तक सुरंग के भीतर चार से पांच फीट पानी भर चुका था। सुरंग के मुहाने पर भारी मात्रा में मलबा जमा था, जिसके कारण सुरंग में भरे पानी की निकासी नहीं हो पा रही थी।
पुलिस ने पोकलैंड की मदद से मुहाने से मलबा हटवाकर पानी की निकासी शुरू करवायी। इसके बाद एक टीम रस्सियां और अन्य जरूरी उपकरण लेकर भीतर पहुंची। वहां सभी 114 कर्मी करीब 300 मीटर अंदर मिल गये। पुलिस ने सभी कर्मचारियों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर पहुंचाया।सभी कर्मचारियों के सुरक्षित निकल आने पर कम्पनी प्रबंधन ने पुलिस टीमों का आभार जताया।
6 किलोमीटर लंबी है सुरंग: रेल परियोजना की यह सुरंग शिवपुरी से गूलर तक बनी है, जिसकी कुल लम्बाई 6.470 किलोमीटर है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन 125 किलोमीटर की होगी, जिसमें 105 किलोमीटर हिस्सा सुरंगों से गुजरना है। इस रेल मार्ग पर कुल 17 सुरंगें बननी हैं।