Uttarakhand Roads Update: मानसूनी बारिश के कहर ने उत्तराखंड में सड़कों को बहुत नुकसान पहुंचाया है। राज्यभर में कई सड़कें ऐसी हैं, जिन्हें सितम्बर से पहले खोल पाना सम्भव नहीं है। ऐसे में इन सड़कों से जुड़े क्षेत्रों के लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तराखंड में शनिवार सुबह तक कुल 216 सड़कें बंद हैं। इनमें 56 सड़कें ऐसी हैं, जो शनिवार को ही मलबा आने, पुश्ता ढहने या सड़क वाशआउट होने के कारण बंद हुयी हैं। वहीं, शनिवार को 48 सड़कों को खोलकर इन पर यातायात सुचारु किया गया है।
बंद सड़कों में एक नेशनल हाईवे (NH 123, हरबर्टपुर से लखवाड़ बैंड), 12 स्टेट हाईवे और 187 ग्रामीण सड़कें शामिल हैं। इनमें 89 सड़कें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की हैं। इन सड़कों को खोलने के लिये लोक निर्माण विभाग की ओर से 220 जेसीबी और अन्य मशीनें लगायी गयी हैं।
वहीं, कुछ सड़कें ऐसी भी हैं जिन्हें बारिश ने इस कदर नुकसान पहुंचाया है कि इनका जल्दी खुल पाना सम्भव नहीं दिख रहा। लोनिवि कीर्तिनगर के अंतर्गत लक्ष्मोली हिसरियाखाल जामनाखाल राज्य मार्ग, लोनिवि नरेन्द्रनगर के अंतर्गत नरेन्द्रनगर रानीपोखरी मार्ग, लोनिवि थराली के अंतर्गत थराली देवाल मुन्दोली वांण मार्ग के अगस्त अंत या सितम्बर में ही खुलने की उम्मीद है।
11 जुलाई से बंद है सड़क: लोनिवि कीर्तिनगर के अंतर्गत लक्ष्मोली हिसरियाखाल जामनाखाल सड़क 11 जुलाई से बंद है। यहां बगवालधार के पास सुरक्षा दीवार ढह जाने से सड़क पूरी तरह ध्वस्त है। यहां मरम्मत-पुनर्निर्माण के लिये टेंडर कराये जा रहे हैं। सड़क पांच सितम्बर तक खुल सकती है।
वहीं, चमोली जिले के थराली में थराली वांण मार्ग 18 अगस्त से बंद है। यहां सड़क का काफी हिस्सा वाशआउट हो गया है। लोनिवि ने यह सड़क खुलने की सम्भावित तिथि 10 सितम्बर तय की है।
इसके अलावा टिहरी जिले में नरेन्द्रनगर रानीपोखरी मार्ग 17 अगस्त से बंद है। सड़क पर जगह-जगह भूधँसाव होने के कारण गहरी दरारें पड़ गयी हैं। यह सड़क 30 अगस्त तक खोले जाने की उम्मीद है।