Vigilance Actionकोटद्वार एआरटीओ कार्यालय से गिरफ्तारी के बाद, आरोपी वरिष्ठ सहायक को लेकर जाती विजिलेंस टीम।

Vigilance Action: परिवहन विभाग कार्यालय (ARTO) कोटद्वार में तैनात, वरिष्ठ सहायक घूस लेते पकड़ा गया। सतर्कता अधिष्ठान विजिलेंस (Vigilance Uttarakhand) की टीम आरोपी को तीन हजार की रकम लेते, रंगेहाथ दबोचने के बाद, गिरफ्तार कर साथ ले गयी है। वरिष्ठ सहायक की संपत्ति की भी जांच की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, कोटद्वार निवासी एक व्यक्ति ने कुछ दिन पहले विजिलेंस से संपर्क किया। उक्त व्यक्ति ने बताया था, कि वह गाड़ी मालिक है। कुछ समय पहले, एआरटीओ कार्यालय कोटद्वार में तैनात वरिष्ठ सहायक महेंद्र सिंह ने उसके वाहन का चालान करने के नाम पर, रिश्वत की मांग की थी।

शिकायतकर्ता ने विजिलेंस अधिकारियों से कहा था, कि वह आरोपी कर्मचारी के खिलाफ Vigilance Action करवाना चाहता है। शिकायत मिलने पर, विजिलेंस की ओर से प्राथमिक जांच करवायी गयी। आरंभिक जांच में, शिकायत के सही पाये जाने की पुष्टि हो जाने के बाद, विजिलेंस की ओर से ट्रैप टीम का गठन किया गया।

गुरुवार को विजिलेंस टीम, एआरटीओ कार्यालय पहुंची। पहले से तय ट्रैप के अनुसार, जैसे ही शिकायतकर्ता ने कार्यालय में मौजूद वरिष्ठ सहायक महेंद्र सिंह को रिश्वत की रकम सौंपी। विजिलेंस टीम ने महेंद्र को रंगेहाथ दबोच लिया। टीम आरोपी को साथ ले गयी, वरिष्ठ सहायक से पूछताछ करने के साथ, मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

Vigilance Action: वरिष्ठ सहायक के घर से भी दस्तावेज कब्जे में लिये

जानकारी के अनुसार, विजिलेंस की ट्रैप टीम बुधवार शाम को ही देहरादून से कोटद्वार पहुंच गयी थी। गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद, टीम वरिष्ठ सहायक महेंद्र सिंह को लेकर उनके घर पर पहुंची। बताया जा रहा है, कि टीम ने वरिष्ठ सहायक के घर से भी कई दस्तावेज कब्जे में लिये हैं। इनमें संपत्ति और बैंक खातों की जानकारी शामिल है। वरिष्ठ सहायक की संपत्ति की भी जांच की जायेगी।

Vigilance Action: आरटीओ कार्यालय में तैनात कई अन्य कर्मी भी रडार पर!

जानकारी के अनुसार, परिवहन विभाग कार्यालय कोटद्वार में तैनात, कई अन्य कर्मचारियों के भी विजिलेंस के रडार पर होने की बात कही जा रही है। चर्चाएं हैं कि कार्रवाई के दौरान कोटद्वार आरटीओ कार्यालय में तैनात कुछ अन्य कर्मचारियों के बारे में भी अधिकारियों को जानकारियां स्थानीय लोगों द्वारा दी गयी हैं।

Vigilance Action: पांच दिन पहले रोडवेज सहायक महाप्रबंधक को पकड़ा था

सतर्कता अधिष्ठान ने, पांच दिन पहले ही 17 अगस्त को, उत्तराखंड परिवहन निगम काशीपुर डिपो के सहायक महाप्रबंधक को नौ हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सहायक महाप्रबंधक अनिल कुमार सैनी ने, काशीपुर डिपो में अनुबंध पर बसें चलवाने के एवज में, बस मालिक से यह रकम मांगी थी।

Vigilance Action
अगर कोई भी सरकारी कर्मचारी आपसे रिश्वत मांगे तो तुरंत विजिलेंस से शिकायत दर्ज करायें।

Vigilance Action: विजिलेंस द्वारा हाल में पकड़े गये घूसखोरी के मामले

  • 20 जुलाई को, रामनगर में दरोगा सौरभ राठी और हेड कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह को 2000 की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया था
  • जून में देहरादून में राज्य कर विभाग के सहायक आयुक्त को, 75 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा
  • 22 मई को हल्द्वानी में लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कृष्ण सिंह कन्याल को, 50 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा था
  • 21 मई को पौड़ी के पैठाणी में तैनात वन दरोगा हंसराज पंत को 15 हजार की घूस लेते पकड़ा गया
  • 25 अप्रैल को बाजपुर मंडी में तैनात विपणन अधिकारी मोहन सिंह टोलिया को 50 हजार की घूस के साथ रंगेहाथ दबोचा गया
  • मार्च में जसपुर आवास विकास परिषद कार्यालय में तैनात सफाईकर्मी मुकेश कुमार को 10 हजार की रिश्वत लेते धरा गया
  • 21 फरवरी को काशीपुर तहसील से पटवारी धर्मेंद्र कुमार और उनके एक साथी अलाउद्दीन को सात हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा
  • 15 फरवरी को काशीपुर के बांसखेड़ा प्राथमिक विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक दिनेश शर्मा और सहायक अध्यापक अंकुर प्रताप को दस हजार की रिश्वत लेते दबोच लिया था
  • अगस्त 2023 में ऊधमसिंह नगर के जिला पंचायती राज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को किच्छा निवासी ठेकेदार से एक लाख की रिश्वत लेते पकड़ा
  • लक्सर में सितंबर 2023 में सहकारी बैंक प्रबंधक संदीप कुमार को भैंस खरीद लोन के एवज में चार हजार की घूस लेते धरा गया

Vigilance Action: सरकारी कर्मी रिश्वत मांगें, तो 1064 पर कॉल कर दर्ज करायें शिकायत

उत्तराखंड के किसी भी सरकारी कार्यालय में तैनात, कर्मचारी या अधिकारी आपसे किसी काम के एवज में रकम की मांग करता है, तो आप चुप रहने के बजाय तुरंत इसकी शिकायत दर्ज करायें। इसके लिये सतर्कता निदेशालय उत्तराखंड के टोल फ्री नंबर 1064 पर कॉल कर जानकारी दी जा सकती है। इसके अलावा सतर्कता निदेशालय के व्हाट्सएप नंबर 9456592300 पर मैसेज के जरिये भी आप पूरे मामले की जानकारी दे सकते हैं।

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