Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और दिल्ली से सांसद गौतम गम्भीर ने अपनी सियासी पारी खत्म करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से खुद को राजनीतिक जिम्मेदारी से मुक्त करने का अनुरोध किया है। इसके पीछे क्रिकेट पर फोकस करने को गम्भीर ने वजह बताया है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गम्भीर ने वर्ष 2018 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट्स से सन्यास ले लिया था। वर्ष 2008 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था, जबकि 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों गम्भीर को पद्मश्री सम्मान प्राप्त हुआ था। 2019 में ही गम्भीर सियासी मैदान पर उतर गये थे।
भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव में उतारा था। इससे पहले 2014 में महेश गिरी ने कांग्रेस के संदीप दीक्षित को हराकर, यह सीट भाजपा की झोली में डाली थी। 2019 में पार्टी ने महेश की जगह गंभीर पर भरोसा जताया।
चुनाव परिणाम आया तो गम्भीर पार्टी नेतृत्व के भरोसे पर खरे उतरे। उन्होंने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली को 3,91,222 वोटों के बड़े अंतर से हराकर, संसद पहुंचने का रास्ता तय किया। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की आतिशी मारलेना तीसरे नम्बर पर रही थीं, जो अब दिल्ली की शिक्षा मंत्री हैं।
अब, एक बार फिर सियासी दलों में लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं। इसी बीच 02 मार्च की सुबह 10 बजे गौतम गम्भीर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किये ट्वीट से चर्चाओं का बाजार गरमा दिया है। गम्भीर ने अपने ट्वीट में साफ कर दिया है कि वह इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने वाले हैं।
I have requested Hon’ble Party President @JPNadda ji to relieve me of my political duties so that I can focus on my upcoming cricket commitments. I sincerely thank Hon’ble PM @narendramodi ji and Hon’ble HM @AmitShah ji for giving me the opportunity to serve the people. Jai Hind!
— Gautam Gambhir (Modi Ka Parivar) (@GautamGambhir) March 2, 2024
गम्भीर ने ट्वीट में लिखा है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि उन्हें राजनीतिक दायित्वों से मुक्त कर दिया जाये। उन्होंने लिखा है कि वह क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं, जो अभी राजनीतिक कार्यों के चलते सम्भव नहीं हो पा रहा है। गम्भीर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का जनसेवा का अवसर देने पर आभार भी जताया है।
भाजपा से अभी जवाब नहीं
गंभीर ने एक्स पर भले ही अपनी बात खुलकर रख दी है, लेकिन पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा या पार्टी के आधिकारिक हैंडल से अभी इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं की गयी है। पार्टी गम्भीर के अनुरोध को मानकर उन्हें मुक्त करती है, या चुनाव में किसी भी रूप में उन्हें साथ रखा जाएगा, यह अभी साफ नहीं हुआ है।
आईपीएल में सक्रिय रहते हैं गम्भीर
आईपीएल का नया सीजन जल्द शुरू होने वाला है। बताया जा रहा है कि आम चुनाव के दौरान भी आईपीएल के मैच जारी रहेंगे। गौतम गम्भीर आईपीएल में लगातार सक्रिय रहते हैं। ऐसे में सम्भावना है कि आईपीएल और चुनाव के बीच उन्होंने आईपीएल को प्राथमिकता देते हुए, राजनीति से दूरी बनाने का मन बनाया है।
गुस्सा बनता रहा है विवादों की वजह
गौतम गम्भीर स्वभाव से खासे गुस्सैल माने जाते हैं। आईपीएल के दौरान पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ कहासुनी से वह चर्चाओं में रहे। इसके अलावा कुछ समय पहले पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी के ही एक विधायक संग भी उनकी बहस हो गयी थी। इन सबके चलते गम्भीर की शिकायत भी पार्टी नेतृत्व से कर दी गयी थी।
दिल्ली के चार सिटिंग सांसदों के कटेंगे टिकट!
दिल्ली में सात लोकसभा सीटें हैं। इन सातों पर भाजपा लगातार 2014 से जीत दर्ज करती आ रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी पिछले पांच साल में किये कामों, जनता के बीच छवि के आधार पर सातों मौजूदा सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर चुकी है। बताया जाता है कि सात में से चार सांसदों को इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा।
दिल्ली में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीटों पर समझौता हो चुका है। पिछले दो चुनाव में कांग्रेस और आप अलग-अलग मैदान में थीं। इस बार दोनों के साथ आने के बाद भाजपा कोई गलती नहीं करना चाहती है। यही वजह है कि सातों सीटों पर पार्टी ऐसे उम्मीदवार उतारना चाहती है, जो जीतकर संसद पहुंचें।