Arvind Kejriwal: प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikh For Justice) से कथित तौर पर, 16 मिलियन डॉलर लेने के मामले में, दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जांच की संस्तुति की है। एलजी ने इस मामले की जांच एनआईए (National Intelligence Agency) से करवाने के लिये केंद्रीय गृह सचिव को पत्र भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना के प्रमुख सचिव की ओर से केंद्रीय सचिव को तीन मई को पत्र भेजा गया है। इस पत्र में कहा गया है कि एलजी को आम आदमी पार्टी के प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से लिंक की शिकायतें मिली हैं। शिकायत में आरोप है कि आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने आतंकी संगठन से जुड़े लोगों से न सिर्फ मुलाकात की, बल्कि आर्थिक मदद भी ली।

पत्र के अनुसार, शिकायतकर्ता ने इस मामले की विस्तृत जांच करने की मांग की है। चूंकि, यह आरोप दिल्ली के मुख्यमंत्री पर लगा है और एक राजनीतिक दल द्वारा भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन से आर्थिक मदद हासिल करने से जुडा हुआ है। ऐसे में उपलब्ध कराये गये साक्ष्यों, तस्वीरों की वृहद जांच और फॉरेंसिक जांच कराया जाना आवश्यक है।

पत्र में कहा गया है कि इस मामले की संवेदनशीलता और आरोपों की गंभीरता को देखते हुये, लेफ्टिनेंट गवर्नर ने केंद्रीय गृह सचिव से संस्तुति की है कि इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी से करवायी जाये।

वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन ने की थी एलजी से शिकायत

पत्र में जिक्र किया गया है कि इस मामले में एक अप्रैल 2024 को वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन (World Hindu Federation India) के राष्ट्रीय महासचिव आशु मोंगिया की ओर से शिकायत की गयी थी। इसमें शिकायतकर्ता ने कुछ समय पहले वायरल हुये वीडियो की जानकारी दी थी। इस वीडियो में कथित रूप से सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने दावा किया था कि संगठन ने 2014 से 2022 के बीच आम आदमी पार्टी को 16 मिलियन डॉलर की मदद की थी। भारतीय मुद्रा में यह रकम एक अरब 33 करोड़ 57 लाख 77 हजार 600 रुपये है।

न्यूयॉर्क में खालिस्तानियों संग केजरीवाल की बैठक

पत्र में शिकायतकर्ता के हवाले से जिक्र किया गया है कि 2014 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में रिचमंड हिल्स के एक गुरुद्वारा में अरविंद केजरीवाल की खालिस्तान समर्थकों के साथ मुलाकात हुयी थी। कथित तौर पर इस मुलाकात में अरविंद केजरीवाल ने भारत की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे खालिस्तानी आतंकी देविंदर पाल सिंह भुल्लर को बाहर निकलवाने में मदद करने का वादा किया। आरोप है कि इस मदद के बदले, आर्थिक मदद मांगी गयी।

कौन है आतंकी देविंदर पाल सिंह भुल्लर

खालिस्तानी आतंकी देविंदर पाल सिंह भुल्लर 11 सितंबर 1993 को दिल्ली में तत्कालीन यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा पर हमले का आरोपी है। बिट्टा की जान लेने की साजिश के तहत, कार बम विस्फोट किया गया था। इसमें नौ लोगों की जान चली गयी थी। इस मामले में दोषी करार भुल्लर को पहले फांसी की सजा सुनायी गयी थी, हालांकि 31 मार्च 2014 को उसकी फांसी की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा में बदल दिया था।

भुल्लर की रिहाई के लिये केजरीवाल ने लिखा पत्र

जांच की संस्तुति के लिये भेजे पत्र में शिकायतकर्ता के हवाले से बताया गया है कि 27 जनवरी 2014 को अरविंद केजरीवाल ने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को एक पत्र भेजा था। इसमें उन्होंने लिखा था कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रपति से भुल्लर की रिहाई की संस्तुति की है। सरकार इस मुद्दे पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है और पूर्ण न्याय के लिये सभी जरूरी कदम उठायेगी। केजरीवाल के इस पत्र के बाद, भुल्लर की रिहाई के लिये जंतर मंतर पर अनशन कर रहे इकबाल सिंह ने अपना अनशन समाप्त कर दिया था।

वायरल हुयी थीं केजरीवाल की तस्वीरें

पत्र में बताया गया है कि आम आदमी पार्टी के पूर्व कार्यकर्ता मुनीश रायजादा ने एक्स पर कुछ तस्वीरें शेयर की थीं। इनमें रिचमंड हिल्स गुरुद्वारा में अरविंद केजरीवाल और सिख नेताओं की मुलाकात की तस्वीरें भी शामिल थीें। दावा किया गया था कि केजरीवाल और प्रतिबंधित संगठन के नेताओं की एक बैठक बंद कमरे में भी हुयी थी।

पन्नू ने भी एक वीडियो जारी किया था

कुछ समय पहले अमेरिका में रह रहे, भारत के मोस्ट वांटेड प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी एक वीडियो जारी किया था। पन्नू ने भी इस वीडियो में आरोप लगाया था कि सिख फॉर जस्टिस ने आम आदमी पार्टी को खालिस्तान रेफरेंडम में मदद के लिये आर्थिक राशि दी गयी। इस रकम का इस्तेमाल पंजाब, गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में किया गया। पन्नू ने दावा किया था कि आप के लिये यह रकम यूरोप के अलावा अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया आदि देशों से क्राउड फंडिंग की गयी थी।

आप बोली, चुनाव को प्रभावित करने की साजिश

आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि एलजी का जांच की संस्तुति करना, लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश का हिस्सा है। यह संवैधानिक पद का दुरूपयोग है। भारद्वाज का कहना है कि दो साल पहले, दिल्ली हाईकोर्ट इसी मामले में उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग को लेकर दायर की गयी याचिका को खारिज कर चुका है।

भाजपा बोली, यह देशद्रोह का मामला

भाजपा दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का कहना है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन से 16 मिलियन डॉलर की रकम लेना देशद्रोह का मामला है। यह बताता है कि चंदे के लिये आम आदमी पार्टी किस स्तर तक जा सकती है। सचदेवा का कहना है कि आम आदमी पार्टी का एकमात्र लक्ष्य कुर्सी बचाना है, जिसके लिये वह किसी भी तरह का समझौता करने को तैयार है।

पन्नू ने कनाडा में रह रहे हिन्दुओं को दी थी धमकी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *