Betting Addiction: क्रिकेट मैच बेटिंग एप पर रकम लगाने की लत ने चमोली के एक व्यक्ति को चोर बना दिया। दो साल से एक एप पर अलग-अलग मैचों में रकम लगाकर लाखों रुपये गवांने के बाद जब वह खाली हो गया तो पैसे जुटाने के लिये उसने एक महिला का मोबाइल छीन लिया। हालांकि, कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया।
जानकारी के अनुसार रविवार को कमल सिंह पुत्र कंचन सिंह निवासी सिंहधार जोशीमठ जनपद चमोली ने कोतवाली जोशीमठ में तहरीर सौंपी। बताया कि उनकी पत्नी सतेश्वरी देवी शनिवार को को नृसिंह मन्दिर दर्शन करने के लिये जा रही थी। इस दौरान एक परिचित का फोन आ जाने पर वह सड़क पर बातचीत करते हुये चल रही थीं।
इसी बीच एक अज्ञात व्यक्ति पीछे से आया और उनके हाथ से मोबाइल छीनकर भाग निकला। उनके शोर मचाने पर लोग भी जुटे, लेकिन आरोपी का पता नहीं चल सका। तहरीर के आधार पर कोतवाली जोशीमठ में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और मामले की जांच शुरू की गयी। विवेचना उपनिरीक्षक दिलबर सिंह कंडारी को सौंपी गयी।
मोबाइल बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी के लिये पुलिस ने मुखबिरों से भी जानकारी जुटायी। इस दौरान जानकारी मिली कि एक व्यक्ति बाजार में मोबाइल बेचने की कोशिश कर रहा है। निशानदेही पर आरोपी को सकलानी ढाबे के निकट पानी के धारा के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। लाशी लेने पर आरोपी के पास से एक फोन बरामद किया गया। आरोपी को कोतवाली लाया गया।
यहां पूछताछ में उसने अपना नाम मकान सिंह पुत्र श्री प्रेम सिंह हाल निवासी पंचवटी होटल जोशीमठ और मूल निवासी एकलिंग, बुडना, पट्टी लस्या, जखोली रुद्रप्रयाग बताया। तवादी कमल सिंह को बुलाया गया तो उन्होंने इसकी पहचान अपनी पत्नी के फोन के तौर पर की। फोन कमल सिंह की पत्नी का होने की पुष्टि के साथ ही आरोपी ने भी मोबाइल छीनकर भागने की बात कबूल कर ली।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह करीब दो साल से एक ऑनलाइन क्रिकेट बेटिंग एप पर रकम लगा रहा है। बताया कि अब तक वह इस एप पर अलग-अलग मैचों में रकम लगाते हुये दो लाख रुपये से अधिक की रकम गवां चुका है। लेकिन इतने समय में एक बार भी उसकी किस्मत नहीं चमकी। वह हर मैच पर यही सोचकर रकम लगाता था कि शायद इस बार उसे इनाम मिल जाये, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पूछताछ में पता चला कि लगातार रकम लगाते रहने के चलते अब उसके पास कुछ बचा नहीं था। वह रविवार को एशिया कप के फाइनल मुकाबले पर रकम लगाना चाहता था, लेकिन पैसे नहीं होने के चलते उसने चोरी करने की सोची। वह चोरी के इरादे से निकला ही था कि रास्ते में उसे फोन पर बात करते हुये जा रही महिला दिखी और उसने उसी महिला का मोबाइल छीन लिया।
होटल में नौकरी, तनख्वाह भी उड़ा दीः पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह जोशीमठ के एक होटल में पिछले छह महीने से नौकरी करता है। बताया कि होटल में नौकरी से उसे जो वेतन मिलता है, वह पूरी रकम भी क्रिकेट मैच पर लगा चुका है।
हर बार कहा, इस बार जीतकर रकम भेजूंगाः पूछताछ में आरोपी मकान सिंह ने बताया कि पिछले छह महीने से उसने अपने घर पर परिजनों को एक भी पैसा नहीं भेजा है। उसने बताया कि जब भी उसके परिजन उससे तनख्वाह के बारे में पूछते तो वह कहता रहा कि वह छह-सात महीने की तनख्वाह एकसाथ उन्हें भेजेगा। उसका मानना था कि वह ऑनलाइन एप से कभी न कभी रकम जीतेगा और फिर वह रकम परिवार को भेज देगा।
कभी गांववाले देते थे मिसालः पूछताछ के दौरान रोते हुये मकान सिंह ने बताया कि कभी उसके गांववाले उसकी मिसाल दिया करते थे। उसने वर्षों पहले मेहनत से दिल्ली में अपना मकान बना लिया था, लेकिन वहां उसे इधर-उधर रकम लगाने की ऐसी लत लगी कि सब बिक गया। अब दो साल से वह क्रिकेट बेटिंग एप पर लगा हुआ था। इसके बाद भी वह रकम गवांता रहा और रोजगार भी छिन जाने पर गांव लौट आया। अब वह एक होटल में काम कर रहा था।
लत से बचो, वर्ना हथकड़ी तक पहुंचोगेः रोते हुये मकान सिंह का कहना था कि वह क्रिकेट बेटिंग एप और दूसरे ऑनलाइन गेम्स में रकम लगाने वाले लोगों से कहना चाहता है कि इनकी लत बहुत बुरी है। कहा कि इसकी लत के चलते आज वह जेल पहुंच गया है। उसका कहना था कि लोग खुद को इस लत से बचायें, वर्ना यह न सिर्फ सबकुछ छीन लेती है, बल्कि हथकड़ी भी पहनवा देती है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिलः आरोपी को दबोचने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राकेश भट्ट, उपनिरीक्षक दिलबर कंडारी, आरक्षी अरुण गैरोला, हरीश कांडपाल, विनोद कुमार रहे। पुलिस ने भी युवाओं से अपील की कि वे ऑनलाइन गेम्स को सिर्फ खेल की तरह लें, इसे किसी भी स्थिति में लत नहीं बनने दें। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि बच्चे फोन पर क्या गेम खेल रहे हैं, इसकी नियमित निगरानी करते रहें।